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paras Dlonelystar
White बनते,बिगड़ते हालातों से रूबरू मैं,मेरा गम और ज़िन्दगी, हूबहू तन्हा नहीं पर,तन्हाईयाँ,हैं सफर मंज़िल जो पहुंचे तो थी तन्हा जुस्तजू ©paras Dlonelystar #alone_quotes #parasd #Loneliness #तन्हा #जुस्तजू #रूबरू
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read moreAmit Singhal "Aseemit"
प्यार की जुस्तजू में निकला इस बार, मैंने दर दर की ठोकरें खाई हैं हज़ार। आख़िर मिल ही गया, मुझे मेरा प्यार, मगर इक़रार नहीं, ग़ज़ब करते हो यार। ©Amit Singhal "Aseemit" #प्यार #की #जुस्तजू #में
Poonam
आखरी हो सांसें भी तो कहां छूटती है उम्मीद मौत के करीब आकर भी जिंदगी की रहती है जुस्तजू ©Poonam #akelapan #मौत #जुस्तजू #करीब #आखरी #सांसें
poonam atrey
आँखों मे मोहब्बत और दिल में बेक़रारी थी, हम लड़ गए ख़ुदा से ,हमें ज़ुस्तजु तुम्हारी थी, चोर नज़रों से तुम्हे ,हर घड़ी देखा किये, इश्क़ की राहों पे हम ,हर क़दम बहका किये, तुम्हे पाना है हर जन्म में, ये ज़िद हमारी थी, हम लड़ गए ख़ुदा से भी,हमें ज़ुस्तज़ु तुम्हारी थी, कितनी मुश्किल थी ये ज़िन्दगी , तुम्हारे बग़ैर, हमें जीना नही आया, एक लम्हा तुम्हारे बग़ैर, तुम्हारी आरज़ू में ज़िन्दगी ,तन्हाई में गुज़ारी थी, हम लड़ गए ख़ुदा से भी,हमें ज़ुस्तज़ु तुम्हारी थी, तुमसे बेइंतिहा मोहब्बत थी ,हम हद से गुज़र गए थे, तुम्हारे साथ जीने की चाह में , कई बार मर गए थे, मेरे इश्क़-ए-जुनूँ से तो ,ख़ुदा की ख़ुदाई भी हारी थी, हम लड़ गए ख़ुदा से भी ,हमें ज़ुस्तज़ु तुम्हारी थी ।। -पूनम आत्रेय ©poonam atrey #जुस्तजू #जुस्तजूतुम्हारीथी
paras Dlonelystar
तेरा, मैं हूँ और मेरी, तू है ये जो हालातों की जुस्तजू है मिलना है इनको राहों में एक दिन घुलना है हवाओं में ख़ुशनुमा पलछीन बस तू हाथ न छोड़ना मेरा उल्फ़त में ये चाहत, दोनों की हूबहू है की, तेरा, मैं हूँ और मेरी, तू है ©paras Dlonelystar तेरा, मैं हूँ और मेरी, तू है #parasd #तेरा #मेरी #हालात #जुस्तजू #पलछीन
Rabindra Kumar Ram
" तुम्हें पाने की तमन्ना बार - बार कई बार की मैंने , तु ना मिली तो क्या हुआ तेरी जुस्तजू वेशबर ही रखेंगे , वेशक ना मिल तु इस ख्याल से तेरी आरजू तमाम करेंगे , अब कोई हो मेरे पहलू में मुहब्बत तेरी इस नाम ही से करेंगे . " --- रबिन्द्र राम Pic : pexels.com " तुम्हें पाने की तमन्ना बार - बार कई बार की मैंने , तु ना मिली तो क्या हुआ तेरी जुस्तजू वेशबर ही रखेंगे , वेशक ना मिल तु इस ख्याल से तेरी आरजू तमाम करेंगे , अब कोई हो मेरे पहलू में मुहब्बत तेरी इस नाम ही से करेंगे . " --- रबिन्द्र राम
Pic : pexels.com " तुम्हें पाने की तमन्ना बार - बार कई बार की मैंने , तु ना मिली तो क्या हुआ तेरी जुस्तजू वेशबर ही रखेंगे , वेशक ना मिल तु इस ख्याल से तेरी आरजू तमाम करेंगे , अब कोई हो मेरे पहलू में मुहब्बत तेरी इस नाम ही से करेंगे . " --- रबिन्द्र राम
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" चलो कुछ बात महसूस कि जाये , शरबते शाम की नुमाइंदगी की जाये , मेरे जस तु रहे इस तरह कि कोई जुस्तजू , मेरे हसरतों को कोई तेरी रुबाई न मिले तेरे बिना ." --- रबिन्द्र राम " चलो कुछ बात महसूस कि जाये , शरबते शाम की नुमाइंदगी की जाये , मेरे जस तु रहे इस तरह कि कोई जुस्तजू , मेरे हसरतों को कोई तेरी रुबाई न मिले तेरे बिना ." --- रबिन्द्र राम #महसूस
" चलो कुछ बात महसूस कि जाये , शरबते शाम की नुमाइंदगी की जाये , मेरे जस तु रहे इस तरह कि कोई जुस्तजू , मेरे हसरतों को कोई तेरी रुबाई न मिले तेरे बिना ." --- रबिन्द्र राम #महसूस
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" चलो कुछ शुरुआत करते हैं , मंजिले इश्क की काफिर कब तक रखेंगे , जो तुम आये तो ठहर जाओ मेरे पास में , यु चाहत के जुस्तजू में मैं - तुम मुशाफिर कब तक रहेंगे ." --- रबिन्द्र राम " चलो कुछ शुरुआत करते हैं , मंजिले इश्क की काफिर कब तक रखेंगे , जो तुम आये तो ठहर जाओ मेरे पास में , यु चाहत के जुस्तजू में मैं - तुम मुशाफिर कब तक रहेंगे ." --- रबिन्द्र राम #शुरुआत #मंजिले
Rabindra Kumar Ram
" तुझसे से मिल के भी दस्तरस रहा मैं , जुस्तजू के ख्याल महज़ ख्याल बन के रह गये , ये अच्छा हुआ हक़ीक़त महज़ ख्याल ही रहा , क्या कभी वो आरज़ू को कुछ तवज्जो दे पाते . " --- रबिन्द्र राम " तुझसे से मिल के भी दस्तरस रहा मैं , जुस्तजू के ख्याल महज़ ख्याल बन के रह गये , ये अच्छा हुआ हक़ीक़त महज़ ख्याल ही रहा , क्या कभी वो आरज़ू को कुछ तवज्जो दे पाते . " --- रबिन्द्र राम #दस्तरस#जुस्तजू #हक़ीक़त #ख्याल #आरज़ू #तवज्जो
Rabindra Kumar Ram
" हर रोज कोई ख्वाब गवारा रह जाता है , तेरे ख्यालों से परे कोई जुस्तजू अधूरा रह जाता है , तेरे फासलों का सफर क्या खूब मैंने तय किया है , तेरी हसरतें छोड़ के हर एक ख्याल मुकमबल हो जाता है ." --- रबिन्द्र राम Pic : pexels.com " हर रोज कोई ख्वाब गवारा रह जाता है , तेरे ख्यालों से परे कोई जुस्तजू अधूरा रह जाता है , तेरे फासलों का सफर क्या खूब मैंने तय किया है , तेरी हसरतें छोड़ के हर एक ख्याल मुकमबल हो जाता है ." --- रबिन्द्र राम
Pic : pexels.com " हर रोज कोई ख्वाब गवारा रह जाता है , तेरे ख्यालों से परे कोई जुस्तजू अधूरा रह जाता है , तेरे फासलों का सफर क्या खूब मैंने तय किया है , तेरी हसरतें छोड़ के हर एक ख्याल मुकमबल हो जाता है ." --- रबिन्द्र राम
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