Find the Best करूँ Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about'तेरे हुस्न की क्या तारीफ़ करूँ शायरी', करूँ का खजाना, करूँ का वाकया, करूँ न याद मगर, मुझे ऐसा वर दे दे गुणगान करूँ तेरा lyrics,
Ghumnam Gautam
तुम्हीं बताओ करूँ तो क्या मैं बुरी तरह-से उलझ चुका हूँ अजीब मंज़र है सामने घाव पूछते हैं कि दर्द क्या है ©Ghumnam Gautam #तुम्हीं #दर्द #घाव #क्या #करूँ #मैं #ghumnamgautam #बताओ
Shubham Bhardwaj
किसी की,किसी से,करूँ क्या शिकायत। मेरे दिल ने,मुझको, खुद एक दर्द दे दिया है।। ©Shubham Bhardwaj #Shiva&Isha #किसी #की #से #करूँ #क्या #शिकायत
Shubham Bhardwaj
किसी की,किसी से,करूँ क्या शिकायत। मेरे दिल ने,मुझको एक दर्द दे दिया है ।। ©Shubham Bhardwaj #किसी #की #से #करूँ #क्या
Shubham Bhardwaj
सोचता हूँ कि जी भरकर तुझे प्यार करूँ। जिंदगी है तू मेरी, आ तुझे स्वीकार करूँ।। ©Shubham Bhardwaj #सोचता #हूँ #तुझे #करूँ #जिंदगी
zindagiesagar
Mind and Heart मत पूछ की धागा टूट जाये तो क्या करूँ किसी को रोकूँ और छूट जाए तो क्या करूँ नज़र को है ऐतराज़ की तुम कहीं दूर जाओ फिर भी तुम समझ ना पाओ तो क्या करूँ ZindaGi-e-SaGar #kyakrun#poetry मत पूछ की #धागा टूट जाये तो क्या #करूँ किसी को #रोकूँ और छूट जाए तो क्या #करूँ नज़र को है #ऐतराज़ की तुम कहीं #दूर जाओ फिर भी तुम #समझ ना पाओ तो क्या #करूँ ZindaGi-e-SaGar www.zindagiesagar.com
Mahendra Banshi Meghwanshi
मैं भी एक कवि होता आज दिल किया कुछ खास कर जाऊँ तो मन बनाया की कविता पर ही कविता लिख आऊँ कविता का सोंदर्य शब्दों में बयान हो नहीं सकता इसकी सच्चाई का केसे बखान करूँ जी करता है इसके अर्थों का गुणगान करूँ जिसके हर शब्द हर बात में गहराई है जो शब्दों से खेल जाता है वही इसको समझ पाता है रूप माधुर्य इसका अनूठा अंग है कवि और कविता रहते संग है इसके मनमोहक रूप को करते सभी बयान है कोई कहता राधा तो किसी के लिए मीरा का श्याम है भावनाओ और अर्थों में होते कई राज है कभी बने शबरी तो कभी बने ताज है इसको पढ़ने व समझने के लिए साहित्य समुद्र में लगाना होता है गोता खास मैं भी एक कवि होता महेंद्र बंशी मेघवंशी Mukesh Kumar
Mukesh Kumar
read moreVandana Rana
बात चाहत की हैं वर्ना क्यों तुझपे अपना ध्यान करूँ, तू इतना ज़ालिम हो चुका है कि अब क्या तुझ पर ऐतबार करूँ! बात चाहत की हैं वर्ना क्यों तुझपे अपना ध्यान करूँ, तू इतना ज़ालिम हो चुका है कि अब क्या तुझ पर ऐतबार करूँ!
बात चाहत की हैं वर्ना क्यों तुझपे अपना ध्यान करूँ, तू इतना ज़ालिम हो चुका है कि अब क्या तुझ पर ऐतबार करूँ!
read moreSaurav Tiwari
मेरे नसीब में खुद से क्या शिकवा करूँ जब वक़्त ने मुझे ठुकराया है, मेरी उभरती हुई प्रतिभा का दुनियां ने मजाक उड़ाया है। अब कितनी भी कोशिश कर लूँ ये लाइलाज एक मर्ज है, अब उस वक़्त की क्या शिकवा करूँ जब मेरे नसीब में लिखे सिर्फ दर्द है। #MereNasibMe मेरे नसीब में
#MereNasibMe मेरे नसीब में
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