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Best बैठकर Shayari, Status, Quotes, Stories

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shayar bhagirath

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brar saab

#Problems #kiamat #Kharab #Bolne #Walo ik din grib se pusu kismat kharab kya hoti hai #pusu Hindi sayari Love story songs #किस्मत को खराब बोलने वालों #कभी किसी गरीब के पास #बैठकर पूछना जिंदगी क्या है।।  #शायरी

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Kushal - कुशल

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तुषार"आदित्य"

देखी थी कभी तेरे कांधे बैठकर ये दुनिया मैंने। इस कांधे पे उठाकर तुझे भुलाई ये दुनिया मैंने। #देखी #तेरे #कांधे #बैठकर #उठाकर #तुझे #भुलाई #दुनिया

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देखी थी कभी तेरे कांधे बैठकर ये दुनिया मैंने।
इस कांधे पे उठाकर तुझे भुलाई ये दुनिया मैंने। देखी थी कभी तेरे कांधे बैठकर ये दुनिया मैंने।
इस कांधे पे उठाकर तुझे भुलाई ये दुनिया मैंने।
#देखी #तेरे #कांधे #बैठकर 
#उठाकर #तुझे #भुलाई #दुनिया

Ashish sahay

#हाय #हाय😘  मेरे जैसे#कुंवारो पर कैसी विपदा आई है😢    ना #नाई और ना ही #शहनाई 🤣🤣
💇‍♂️💇‍♂️🥁🥁🎷🎷📯📯🎺🎺💇‍♂️💇‍♂️
♦️♦️♦️♦️🌼🌼🌼🌼♦️♦️♦️♦️
और #शादीशुदा लोग #घर #बैठकर #धार्मिक #सीरियल #देखकर ये हाल हो गया है 😢
कि जब भी #पास से #गुजरो #मुहं से निकल ही जाता है उनके 

👸👑👸 #___महरानी_की_जय हो 🙏🙏🙏🤣🤣

©Ashish sahay kalpana srivastava

Chaudhary Ashok Bhagoar

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हम तो युई जिंदिगी जी रहे अपनो के लिए किनारे पर बैठकर पता नही कहा वो किसी जमाने मे बैठकर

Vinod kumar Maurya

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लैपटॉप में देखें हैं शहर सारे जहाँ के
देखी नहीं अपनी गली खिड़की में बैठकर
इक धूप में जलते हुए मजदूर का किस्सा
लिखता है कलमकार अब ए.सी.में बैठकर

विनोद कुमार मौर्या

Mangesh Dongre (Prem)

सुबह के 8 बज ही रहे थे के मोबाईल का अलार्म चालू हो गया । आवाज ईतना तेज था की कानों के पर्दे जैसे फटे जा रहे थे । 😫 उसे बंद करके प्रेम फिरसे सो गया के अचानक उसे याद आया के आज से तो उसके कॉलेज की एग्जाम Start हो रही है । जैसे तैसे उठकर वो 9:30 तक कॉलेज पहुँचा तबतक एग्जाम चालू हो गयी थी ।🙄 भागते भागते वो Exam Hall में पहुँचा और अपनी Seat के पास जाकर अचानक से ऱुक गया । वाह, क्या नजारा था ।😍 आज पहली बार उन जैसे Single लौंडो के बगल में 1st Year की लडकिया बैठी थी,😎 जो कभी Cu

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Story No.: 01

Supriya सुबह के 8 बज ही रहे थे के मोबाईल का अलार्म चालू हो गया । आवाज ईतना तेज था की कानों के पर्दे जैसे फटे जा रहे थे । 😫 उसे बंद करके प्रेम फिरसे सो गया के अचानक उसे याद आया के आज से तो उसके कॉलेज  की एग्जाम Start हो रही है । जैसे तैसे उठकर वो 9:30 तक कॉलेज पहुँचा तबतक एग्जाम चालू हो गयी थी ।🙄 भागते भागते वो Exam Hall में पहुँचा और अपनी Seat के पास जाकर अचानक से ऱुक गया । वाह, क्या नजारा था ।😍 
                          आज पहली बार उन जैसे Single लौंडो के बगल में 1st Year की लडकिया बैठी थी,😎 जो कभी Cu

Vishal Mishra24

कभी बैठकर सोचा नहीं क़ि,
क्यूँ ये कंधे झुक गए,
मेरा बोझ भारी ही इतना था,
ऊपर से ये समाज रीती-रिवाज,
वो एक एक कर चुनौतियां पाता गया,
वो झुकता गया, जरूरतों का बोझ उन्हें झुकाता गया,

कभी बैठकर सोचा ही नहीं क़ि,
खुशियाँ तो उनकी भी मायने रखते है,
क्यूँ वो आँखें सपने नही देख सकते है,
लेकिन वो तो एक एक कर अपनों के सपने पाता गया,
ख़ुद को कुछ ना समझ कर, हर दर्द सहकर,
उन सपनों को हकीक़त बनाता गया,

कभी बैठकर सोचा ही नहीं क़ि,
क्या ये ज़िन्दगी सच में इतनी आसान है,
जितनी वो हमें कर दिखता है,
दुःख से भरा हुआ दिल लेकर भी, वो मुस्कुराता गया
चुपचाप मेरे जीवन को खुशियों के रंगों से, भरता गया,

कभी बैठकर सोचा ही नहीं क़ि,
क्यूँ वो अपने सच्चे जज़्बात नहीं दिखता है,
कितनी भी मुश्किलों से भरी हो ये ज़िन्दगी,
बड़ी ख़ामोशी से उन्हें भी पार कर जाता है,
वो ये सब बड़ी सहजता से कर पाता है,
इसिलिये वो महान इंसान "पिता" कहलाता है....
#Silent_love Father❤ #silent_lover #untoldfeelings #superpower #father

Zuhair

Anjaan Ehsas

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कभी मायूसी मे बैठकर खयालो की आगौ‍‍श मे सिमटना
कभी आती हुई यादो पर मुसकुराते मुसकुराते आंखो का
नम होना।

कभी खिड़की पर बैठकर आती हुई बारिश की ठंण्डी फुहार पर रूखसारों को भीगोना। कभी मचलती हवॉऔं मे बांहैं फैलाकर अपने बज़ुऔं मे हवॉऔं को खेद करना।

कभी तारीकी से महब्बत इतनी की जलते हुऐ शम्मा बुझाकर किसी अनजान एहसास की मौजुदगी का एहसास करना।

कभी रात की खामोशी मे अपने ही एहसासात से बाते करना , कभी छुपकर दिनभर के सवालात पर खुद ही से  सवाल करना‌।

कभी ज़ंदगी के हर मसलेह को अपने ही तरीके से लफज़ौं मे सझाकर किताबौं छुपा देना और कभी चोरी से उन्हैं पढ़कर खुद ही मैं सौ खामीयां गिना दैना।

कभी किसी के तनज़ पर मुसकुराकर खुदसे मुकर जाना  और कभी तनहाईयौं मे उनहीं तलखियौं पर आंसूंऔ मे बेह जाना।

कभी खुदसे नाराज़ इतना ,कभी खुदसे ही से  दिल लगा लेना , कभी इन्तेज़ार खुशियौं के ज़ंदगी को जी लेना ।

कभी वख्त पर भारोसा किए ज़न्दगी को नई  रौशनी देना ,कभी फिर एक कल के लिए नई सुबहा का इन्तेज़ार करना। Anjaan Ehsas
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