Find the Best मँजू Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about
कवि मनोज कुमार मंजू
White हर बार संतान ही गलत नहीं होती... कभी-कभी अपने कर्म और संस्कार भी देख लेने चाहिए... ©कवि मनोज कुमार मंजू #संतान #संस्कार #कर्म #मनोज_कुमार_मंजू #मँजू #मँजू_वाणी #flowers
#संतान #संस्कार #कर्म #मनोज_कुमार_मंजू #मँजू #मँजू_वाणी #flowers
read moreकवि मनोज कुमार मंजू
Men walking on dark street माँ के ऊपर पानी भी गिरा दोगे तो गुस्सा करेगी... ये पिता ही है जिसके ऊपर तुम शूशू भी कर दोगे तो खुश होता है... ©कवि मनोज कुमार मंजू .#बचपन #मासूमियत #माँ #पिता #मनोज_कुमार_मंजू #मँजू #Emotional
.#बचपन #मासूमियत #माँ #पिता #मनोज_कुमार_मंजू #मँजू #Emotional
read moreकवि मनोज कुमार मंजू
#पापा... तुम थे... तो बेखौफ जमाने से लड़ जाता... जानता था... तुम सब सम्भाल लोगे... अब तो कुछ कहने से पहले भी... सौ बार सोचता हूँ... जानता हूँ... अब सब कुछ मुझे ही सम्भालना है... तुम जो नहीं हो... ©कवि मनोज कुमार मंजू #पापा #जमाना #बेखौफ #मनोज_कुमार_मंजू #मँजू #जिम्मेदारी #achievement
#पापा #जमाना #बेखौफ #मनोज_कुमार_मंजू #मँजू #जिम्मेदारी #achievement
read moreकवि मनोज कुमार मंजू
Nature Quotes गुनाह सारे तेरे थे... और... कटघरे मेरे... ©कवि मनोज कुमार मंजू #गुनाह #कटघरे #मनोज_कुमार_मंजू #मँजू #NatureQuotes
#गुनाह #कटघरे #मनोज_कुमार_मंजू #मँजू #NatureQuotes
read moreकवि मनोज कुमार मंजू
लोग जितनी अच्छी बातें करते हैं... अगर कर्म भी उतने अच्छे करने लगें तो कण कण स्वर्गमय हो जाए... ©कवि मनोज कुमार मंजू #Exploration #लोग #बातें #कर्म #स्वर्ग #मँजू #मनोज_कुमार_मंजू
#Exploration #लोग #बातें #कर्म #स्वर्ग #मँजू #मनोज_कुमार_मंजू
read moreकवि मनोज कुमार मंजू
हम हृदय में एक दूसरे के प्रति गाँठें बाँधते रहेंगे... और पता नहीं कब सांसों की डोरी टूट जायेगी... ©कवि मनोज कुमार मंजू #गाँठें #हृदय #सांसें #डोर #जीवन_का_सत्य #मँजू #मनोज_कुमार_मंजू
#गाँठें #हृदय #सांसें #डोर #जीवन_का_सत्य #मँजू #मनोज_कुमार_मंजू
read moreकवि मनोज कुमार मंजू
हरकतें रावण सी होंगी... तो भाई विभीषण ही मिलेगा... भरत सा भाई पाने के लिए... राम बनना पङता है... ©कवि मनोज कुमार मंजू #राम #रावण #भरत #भाई #मनोज_कुमार_मंजू #मँजू #woshaam
कवि मनोज कुमार मंजू
कीचङ उछालने चले... और खुद... कीचङ से भी बद्तर हो गए... ©कवि मनोज कुमार मंजू #कीचड़ #बुराई #मनोज_कुमार_मंजू #मँजू #MoonShayari
#कीचड़ #बुराई #मनोज_कुमार_मंजू #मँजू #MoonShayari
read moreकवि मनोज कुमार मंजू
मेरे घर आई एक नन्हीं परी मेरे घर आई एक नन्हीं परी तेरे आने का इंतज़ार किया जिन्दगी ने भी इम्तहान लिया तेरा चेहरा मुझे तो चांद लगे मुस्कुराए चमन में फूल खिले हर खुशी आज मेरे दर पे खड़ी मेरे घर आई एक नन्हीं परी मेरे घर आई एक नन्हीं परी मेरे घर आई एक नन्हीं परी तुझसे मुंह मोड़ें हैं कठोर बड़े रोना सुनकर भी बहुत दूर खड़े मैं तुझे गोद में उठा लूंगा सबकी नजरों से भी बचा लूंगा बेरहम हैं तो मुझको किसकी पड़ी मेरे घर आई एक नन्हीं परी मेरे घर आई एक नन्हीं परी मेरे घर आई एक नन्हीं परी तू परी है जिगर का टुकड़ा तू मैं रहूं पास फिर न घबरा तू राह कैसी हो साथ चलना है तुझको नाजों से ही तो पलना है रहना हर पल ही सबसे आगे खड़ी मेरे घर आई एक नन्हीं परी मेरे घर आई एक नन्हीं परी मेरे घर आई एक नन्हीं परी ©कवि मनोज कुमार मंजू #नन्हीं_परी #वाणी #मनोज_कुमार_मंजू #मँजू
#नन्हीं_परी #वाणी #मनोज_कुमार_मंजू #मँजू
read moreकवि मनोज कुमार मंजू
भूल सकता नहीं जो पड़ी लाठियां रक्त रंजित मगर सीने पर गोलियां बोई बंदूकें ये है वही तो जमीं लाल खोकर भी आंखों में ना थी नमीं ये तिरंगा नहीं ये तो अभिमान है आन है ये यही तो मेरी जान है। ©कवि मनोज कुमार मंजू #लाठियां #रक्तरंजित #गोलियाँ #बंदूक #आन #तिरंगा #मनोज_कुमार_मंजू #मँजू
#लाठियां #रक्तरंजित #गोलियाँ #बंदूक #आन #तिरंगा #मनोज_कुमार_मंजू #मँजू
read more