Find the Best लेटे Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about लेटे हुए हनुमान जी का मंदिर, लेटे हुए हैं, लेटे हुए थे, लेटे हुए हनुमान जी इन राजस्थान, लेटे हुए हनुमान जी प्रयागराज,
Shubham Bhardwaj
तन्हा-तन्हा लेटे हैं, कितने हैं मजबूर। प्यार किया, तन्हाई मिली,यह कैसा है दस्तूर।। सपन सलोने दिखलाकर, क्यों तन्हा हमको कर डाला। आँखों के आँसू, रुक नही पाते, क्यों हो गये हमसे दूर।। ©Shubham Bhardwaj #feelings #तन्हा #लेटे #हैं… #मिलने #से #मजबूर #दस्तूर #दूर
Abhay Balrampuri
साबन की पहली बारिश में बुला नही मैं तुमको पायी। सर्दी की प्यारी रातो में भुला नही मैं तुमको पायी। तस्वीरों को जब जब देंखूं सिसक सिसक कर रोती हूँ। अपनी प्यारी तकिये से लिपट लिपट कर सोती हूँ। तस्वीरों को तकिए के नीचे रखना ना मुझको भाया सिर आता था उनके ऊपर इसीलिए नही रख पायी। साबन की पहली बारिश में बुला नही मैं तुमको पायी। सर्दी की प्यारी रातो में भुला नही मैं तुमको पायी। तस्वीरों को जब जब देंखूं मुझे बहुत भाते हो। कैसे कहूँ मेरी जाना याद बहुत तुम आते हो। तुम्हारे गीत सुने थे हमने अपने विस्तर पर लेटे लेटे। आहे भरी थी हमने अपने विस्तर पर सोते सोते। भीगी थी बारिश में उस पल पर प्यार जता ना मैं पायी साबन की पहली बारिश में बुला नही मैं तुमको पायी। सर्दी की प्यारी रातो में भुला नही मैं तुमको पायी। ®अभय बलरामपुरी
अमर पान्डेय अनुरागी
उनसे मिलने की चाहत, बड़ी पुर-जोर होती है, आजकल तन्हाईयाँ मेरी, अनोखा शोर होती है! बदलता रहता हूँ करवटें, मैं बिस्तर पर लेटे - लेटे, जाने अब बाद-ए-सबा, उनकी किस ओर होती है! बस तकती हैं उनका रस्ता, पलकें बिछाए आँखें, वो आते नहीं, तो इनसे बारिश, घनघोर होती है! उनकी सूरत हर किसी में, आती नज़र है मुझको, बता क्या इश्क़ करने से, आंखें कमजोर होती है! बस एक ही दुआ, या रब, जो भी मिले ना बिछड़े, टूटे ना कभी जो, "अमर" इश्क की डोर होती है! #love
Anil Siwach
|| श्री हरि: || सांस्कृतिक कहानियां - 12 ।।श्री हरिः।। 11 - महत्संग की साधना 'मेरी साधना विफल हुई।' गुर्जर राजकुमार ने एक लम्बी श्वास ली। वे अपने विश्राम-कक्ष में एक चन्दन की चौकी पर धवल डाले विराजमान थे। ग्रन्थ-पाठ समाप्त हो गया था और जप भी पूर्ण कर लिया था उन्होंने। ध्यान की चेष्टा व्यर्थ रही और वे पूजा के स्थान से उठ आये। राजकुमार ने स्वर्णाभरण तो बहुत दिन हुए छोड़ रखे हैं। शयनगृह से हस्ति-दन्त के पलंग एवं कोमल आस्तरण भी दूर हो चुके हैं। उनकी भ्रमरकृष्ण घुंघराली अलकें सुगन्धित तेल का सिञ्च
read moreAjay Singh
बिस्तार पे लेटे लेटे तारो को देख रोते थे पूरी पूरी रात बिना नीद के ही सोते थे मैं कई बार उनके सामने गिड़गिड़ा के रोया जब कभी भी वो होश में होते थे.... मेरे घर का अभिशाप 2 जल्द ही
मेरे घर का अभिशाप 2 जल्द ही #शायरी
read moreAnil Siwach
|| श्री हरि: || सांस्कृतिक कहानियां - 12 ।।श्री हरिः।। 9 - सेवा का प्रभाव 'या खुदा, अब आगे को रास्ता भी नहीं है।' सवार घोड़े से कूद पड़ा। प्यास के मारे कण्ठ सूख रहा था। गौर मुख भी अरुण हो गया था। पसीने की बूदें नहीं थी, प्रवाह था। उसके जरी के रेशमी वस्त्र गीले हो गये थे। ज्येष्ठ की प्रचण्ड दोपहरी में जरी एवं आभूषणों की चमक नेत्रों में चकाचौंध उत्पन्न कर रही थी। वे उष्ण हो गये थे और कष्ट दे रहे थे। भाला उसने पेड़ में टिकाया, तरकश एवं म्यान खोल दी। कवच जलने लगा था और उसे उतार देना आवश्यक हो गया
read moreभगवान ukpedia
#OpenPoetry एक अंधेरे को सिया है उजाले में बैठे, तुम चाँद-तारों की बहुत कहते हो, सुनो साहब, मैंने कल ब्रह्माण्ड की सैर की है घर में लेटे.! उजाले तो मिले नहीं मिलेंगे कैसे, अंधेरा जो सिया था तो उजाले बिखेरेंगे कैसे.? उनसे कह दो हम तैयार हुए बैठे है, ये न कहना कि पेट भरके लेटे है, अभी तो पथ के कंकड़ ही हटाये थे बहुत, सुना कि दस्ते पूरे पत्थरों को लिए बैठे है, कल तक जो सोया था उस बीहड़ में देखो, सुना है मेरे गाँव का वो आदमी जागने लगा है, अरे सुनो कभी हमारी याद आये तो कहना, कहीं भूल न जाओ कि हम भी इसी गाँव के बेटे हैं..! #
कवि प्रदीप वैरागी
समुद्र अथाह जलराशि को आगोश में समेटे , मैं सब देखता हूँ लेटे-लेटे! मानवीय संवेदनाओं से शून्य होती धरा, भूख,गरीबी और लाचारी से कराहती मानवता , दिन-रात फलती-फूलती दानवता, स्वार्थपूर्ति के लिये जनमानस को बलि का बकरा बनाते बकरकट्टे, दुबली पतली काया वाले का शोषण करते हट्टे -कट्टे, आख़िर कब तक चलती रहेगी अंधेरगर्दी ? कब तक फलते रहेंगे बेदर्दी ? किस दिन पैदा होगी इन्हें हमदर्दी ? देखने के सिवा कर भी क्या सकता हूँ? बहुत क्षुद्र हूँ, मैं समुद्र हूँ। #समुद्र
Nishant Bhardwaj
बड़ा दिलचस्प लगता है यूं रात भर आसमां के नीचे लेटे-लेटे सितारों को तकते रहना, तेरे ख्वाबों में खोकर, बुदबुदाते हुए हलके से कुछ न कुछ बकते रहना...। #MidnightThoughts #MaahiVe
#midnightthoughts #MaahiVe #शायरी
read moreanoop agrahari
सुबह लगभग 11 बजे जब अपना फोन open किया तो पता चला कि आज mother's day है। Mother's Day का जिक्र होते ही Bed पर लेटे-लेटे ही Fon के बगल से मां पर नज़र डाली तो देखा वे मेरे लिए अनार से दाने अलग करने में मशगूल थीं। उन्हें तो पता भी नहीं था कि आज mother's day है। Day कोई सा भी हो, पूरा दिन हमीं लोगों में जाता है उनका। तबीयत उनकी कैसी भी हो, मेरे और भाई के लिए हमेशा समय निकाल ही लेती हैं। बचपन से ही हम दोनों भाई के हर demand को पूरा करती आयी हैं। मैं मां से नज़रें हटाकर वापस insta scroll करने में लग गया। शाम को what's app open किया तो देखा mostly सभी contacts अपनी-अपनी मां के साथ dp,status और उनके लिए एक अच्छी लाइन update किये हुए थे। और एक मैं था, dp status तो दूर, Happy Mother's Day भी नहीं बोला। सोचा क्या जरूरी है ये सब करना। बिना किसी को दिखाए और बताए भी तो celebrate किया सकता है। Finally बहुत सोचने के बाद मैंने decision लिया कि इस Mother's Day मैं मेरी मां के लिए अपनी कुछ आदतों को बदलूंगा। जैसे कभी- कभी कोई बात समझाने पर भी ना समझने वाली मां पर खीझूंगा नहीं। उन्हें Android phone चलाना सिखाऊंगा, English के जो words वो ग़लत बोलतीं हैं ,उन्हें सुधारूंगा। आगरा वाली मासी के साथ video call करना बताऊंगा उन्हें। anoop subhachandra ag.anoop_18 #late_post #happy_mothers_day #nojoto #nojotohindi
#late_post #Happy_Mothers_Day nojoto #nojotohindi
read more