Nojoto: Largest Storytelling Platform

Best पक्षियों Shayari, Status, Quotes, Stories

Find the Best पक्षियों Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about पक्षियों का राजा कौन है, पक्षियों के नाम हिंदी में 10, पक्षियों के नाम हिंदी में, पक्षियों के नाम संस्कृत में, पक्षियों की कहानी,

  • 16 Followers
  • 79 Stories

Mukesh Poonia

#UskeSaath #ऊंचा उठने के लिए #पंखों की #जरूरत तो #पक्षियों को पड़ती है #इंसान तो की जितना नीचे #झुकता है उतना ही #ऊपर जाता है #विचार

read more

I_surbhiladha

Anju Yadav

#उड़ान#पक्षियों की आजादीhak# घोंसला उनका महल

read more
मैं पक्षी आसमानों की उड़ना हक है मेरा
खूबसूरती में बंध जाती हूं, पिंजरा है अब घर मेरा
पेड़ो पर सुंदर सा अपना आशियाना बनाती
घोंसला है महल मेरा फिदरत कैसी इन 
इंसानों की जिसने छीना घर मेरा 
क्या करू फरियाद किसीसे जब 
रब ने ही मुझे अकेला छोड़ा
मैं पक्षी आसमानों की बादलों के बीच मुझे है रहना
नही शिकायत मुझे कुदरत से बस मुझे मेरा महल
दे देना,उड़ान भरनी है इन आसमानों में मुझे
और मेरे साथियों को बस पंख दे देना।

 #उड़ान#पक्षियों की आजादी#hak# घोंसला उनका महल

जीtendra

Kewal Singh

विवेक कुमार

#पक्षियों की चहचहाहट प्रकृति का सुंदर दृश्य (आप कौन-कौन से पक्षियों की आवाज पहचानते हैं।) #dewdrops

read more

Creative Mansi

वो भी उड़ना चाहती है🕊️🕊️ #meresapne #लिबास #पक्षियों #उड़ना_है_मुझे #सपना #कविता

read more

Ranjeet jaiswal

✳️#अधूरे ख्वाब मेरे🌙💖
      शायद अब हो #कागज पर पूरे
🌳🇮🇳🇮🇳
आसमान में #उड़ने की चाहत 👁‍🗨
     ✡ पन्नों पर लिख दी #पक्षियों की चहचहाहट☣

✍✍✍✍✍

Prince Verma

प्रथम भेंट.... #hindi_diwas #poem

read more
उथल-पुथल और था हृदय शिथिल,
जब बोले वो आज शाम को मिल,
अहा! भावना प्रबल, मन चंचल, 
मधुर स्वर कल-कल, उर में हलचल।

ऊषा की सुनहरी वीणा नहीं,
आज सायं का वो राग सुनना है,
पक्षियों के कलरव का अनुचर नही,
आज भ्रमर हूं, पुष्प पराग चुनना है।

मेघों को रथ बना लूं, पक्षियों को अश्व,
सूर्य को नीचे खींच लूं, होता जो बस,
इन दिवाकर को भी क्या आज विश्राम नहीं,
मन आवेशित अधीर अभी तक शाम नहीं।

संध्या है अब, थी दिशा स्तब्ध, भय पग-पग,
न बोले कोई खग, जल में मछली छप-छप,
इस सन्नाटे में दो जन उस सरित-किनारे,
शिलावत मूक खड़े, एक-दूसरे को निहारे।

आज जो गीत गाने आया था, वो गा न सका,
मन की वीणा तो बजी,तारों में स्वर आ न सका,
तब समय ने हमें टोक दिया, उत्तर मांगता,
पर उसने आगे बढ़ने से रोक दिया। प्रथम भेंट....

#hindi_diwas

Anil Siwach

|| श्री हरि: || सांस्कृतिक कहानियां - 12 ।।श्री हरिः।। 10 – अनुगमन 'ठहरो!' जैसे किसी ने बलात्‌ पीछे से खींच लिया हो। सचमुच दो पग पीछे हट गया अपने आप। मुख फेरकर पीछे देखना चाहा उसने इस प्रकार पुकारने वाले को, जिसकी वाणी में उसके समान कृतनिश्चयी को भी पीछे खींच लेने की शक्ति थी। थोड़ी दूर शिखर की ओर उस टेढ़े-मेढ़े घुमावदार पथ से चढ़कर आते उसने एक पुरुष को देख लिया। मुण्डित मस्तक पर तनिक-तनिक उग गये पके बालों ने चूना पोत दिया था। यही दशा नासिका और उसके समीप के कपाल के कुछ भागों कों छोड़कर शेष मु

read more
|| श्री हरि: || सांस्कृतिक कहानियां - 12

।।श्री हरिः।।
10 – अनुगमन

'ठहरो!' जैसे किसी ने बलात्‌ पीछे से खींच लिया हो। सचमुच दो पग पीछे हट गया अपने आप। मुख फेरकर पीछे देखना चाहा उसने इस प्रकार पुकारने वाले को, जिसकी वाणी में उसके समान कृतनिश्चयी को भी पीछे खींच लेने की शक्ति थी।

थोड़ी दूर शिखर की ओर उस टेढ़े-मेढ़े घुमावदार पथ से चढ़कर आते उसने एक पुरुष को देख लिया। मुण्डित मस्तक पर तनिक-तनिक उग गये पके बालों ने चूना पोत दिया था। यही दशा नासिका और उसके समीप के कपाल के कुछ भागों कों छोड़कर शेष मु
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile