Nojoto: Largest Storytelling Platform

Best निकालना Shayari, Status, Quotes, Stories

Find the Best निकालना Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos aboutनिकालना है, निकालना meaning in hindi, कान से पानी निकालना, बाहर निकालना in english, निकालना meaning in english,

  • 10 Followers
  • 52 Stories

Mukesh Poonia

#Sad_shayri #कहीं पर #पहुंचने के लिए कहीं से #निकालना पड़ता है

read more

Ramkishor Azad

लिख दे हम चांद को भी संदेश कि अब तुम
 भी सितारों के साथ निकलना छोड़ दो,
जिसके साथ हम तुम्हें देखकर मिलते थे वो छोड़ गया अब तुम भी मिलना छोड़ दो!
डीयर आर एस आज़ाद...

©Ramkishor Azad #चांद #सितारों #संदेश #निकालना #मिलना #शायरी #Love #treanding #rsazad #viral Sonia Anand Barkha pooja sharma Neetu Nandani patel

Mohammad Ibraheem Sultan Mirza

#lifepartner

read more
मेरे जीवन साथी  !!अगर किसी को भंवर से निकालना होगा!! 
!!तो अपने आप को पहेले संम्भालना होगा!! 

!!गमों  की धुंध से खुद को निकालना होगा!! 
!!हमें नसीब  का  सिक्का  उछालना  होगा!! 

!!जो तुमको  चाहिए ऐजाज़ सरफराज़ी का!! 
!!तो दोस्त ही नहीं  दुश्मन भी पालना होगा!! 

!!करेगा क्या कोई  इमदाद सब मुसाफिर हैं!! 
!!खुद अपने पांव का काटा निकालना होगा!! 

!!गुज़ारना   है  अगर  वक्त  चैन  से  अपना!! 
!!हमें  ये  दौर  मुसीबत  का   टालना  होगा!! 

!!हमारा  कौन  है  दुश्मन  हमें पता तो चले!! 
!!हमें   नक़ाब   से  चेहरा  निकालना  होगा!! 

!!ना  हम  भी  तेग निकालें नियाम से बाहर!! 
!!तुम्हें भी  तीर  को  तर्कश में डालना होगा!!


मौहम्मद इब्राहीम सुल्तान मिर्जा,,✒

24/ #lifepartner

Parul Sharma

#morningquotes #Goodmorningquotes#सुविचार#सुप्रभात#प्रवचन#GoodMorningMassages आत्मा ही परमात्मा का अंश है ये देह नहीं। क्यूँ कि ये देह संसार और सांसारिक वस्तुऐं ईश्वर द्वारा बनाई गयी हैं जिसमें ईश्वर अपना कुछ अंश रख देता है और इस प्रकार वह ईश्वर से जुड़ी रहती है पर पूर्णतया ईश्वरीय नहीं होती। इसी लिये हमें उस में से मनोविकारों( मोह, माया, लोभ,लालच,ईष्या द्वष,झूठ,फरेब, आदी) को निकालना होता है ईश्वरीय बनाना होता है कि वो उस में बसे ईशवरीय अशं जैसी होकर पूर्णतया ईश्वरीय हो जाये। जबकि आत्मा ईश्वरीय

read more
आत्मा ही परमात्मा का अंश है ये देह नहीं। क्यूँ कि ये देह संसार और सांसारिक वस्तुऐं ईश्वर द्वारा बनाई गयी हैं जिसमें ईश्वर अपना कुछ अंश रख देता है और इस प्रकार वह ईश्वर से जुड़ी रहती है पर पूर्णतया ईश्वरीय नहीं होती। इसी लिये हमें उस में से मनोविकारों( मोह, माया, लोभ,लालच,ईष्या द्वष,झूठ,फरेब, आदी) को निकालना होता है ईश्वरीय बनाना होता है कि वो उस में बसे ईशवरीय अशं जैसी होकर पूर्णतया ईश्वरीय हो जाये। जबकि आत्मा ईश्वरीय अशं है पर हम उस पर मनोविकर युक्त शारिरिक बोझ डाल कर रोगी और क्षीर्ण और मैला कर देते हैं। जिससे वह ईश्वरता का ओज प्राप्त नहीं कर पाती। अत: अगर हम खुद को ईश्वर  अशं मानते है तो हमें अधिक से अधिक मनोविकारों को अपने अंदर से निकालना होगा और उन्हें दुबारा न आने देना होगा। क्यों कि ईश्वर बनना मेरे ख्याल से अस्मभव है पर पर परमात्मा की प्राप्ती की ओर जाना आसान भी है और संभव भी।
         पारुल शर्मा #MorningQuotes #GoodMorningQuotes#सुविचार#सुप्रभात#प्रवचन#GoodMorningMassages

आत्मा ही परमात्मा का अंश है ये देह नहीं। क्यूँ कि ये देह संसार और सांसारिक वस्तुऐं ईश्वर द्वारा बनाई गयी हैं जिसमें ईश्वर अपना कुछ अंश रख देता है और इस प्रकार वह ईश्वर से जुड़ी रहती है पर पूर्णतया ईश्वरीय नहीं होती। इसी लिये हमें उस में से मनोविकारों( मोह, माया, लोभ,लालच,ईष्या द्वष,झूठ,फरेब, आदी) को निकालना होता है ईश्वरीय बनाना होता है कि वो उस में बसे ईशवरीय अशं जैसी होकर पूर्णतया ईश्वरीय हो जाये। जबकि आत्मा ईश्वरीय

Follow us on social media:

For Best Experience, Download Nojoto

Home
Explore
Events
Notification
Profile