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- Arun Aarya

#रोका नहीं हूँ #wetogether

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मुद्दतों गुज़र गए मैं तुमसे मिला नहीं हूँ ,

चिपके हुए आँशु गाल के पोछा नहीं हूँ !

तुम्हारे जाने पर मेरी खुशियाँ चली गई ,,

के ग़म को भी पास आने से रोका नहीं हूँ..!!

©Aarya bareth #रोका नहीं हूँ
#wetogether

Mewati Danis

I love you A

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तूजको इजहारें मोहब्बत से इन्कार हैं तो आपने होठों को तो मेरे होठों से रजन्ने से रोका होता मूजमे होशला नहीं है तूजसे जूदा होने का मूजे मोहब्बत करने से तो रोका होता I love you A

Akash

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#डर   अजीब सा अंधेरा है
दीये को ख़ंजर ने घेरा है
संभाल ले अपनी तकरीरें
अभी डर का बसेरा है
उन्हें फूल भी नसीब नहीं होंगें
जिन्होंने मेरे गुलशन को तोड़ा है
ये जो फिर रहे हैं ज्यादा दुआएं देते
इन्ही ने बहती धार को रोका है
वक़्त तो दोनों जहाँ को मुआफ़ नही करता
सोचता है ,इसने अज़ाब को रोका है
इंतजार के सिवा कोई कुछ नही बोलता
क़यामत सी खामोशी को किसने देखा है

Abhishek Rajhans

बाधाएं आती हैं तो आये ना

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बाधाएं आती हैं तो आये ना
आने से किसने रोका है
संघर्षों से जो घबराया है
क्या कुछ उसके दामन में आया है
जो गिरा नहीं वो उठा भी नहीं
जो ज़िंदा है 
किसने कह दिया कि
वो कभी मरा नहीं
तकियों के नीचे नींद दफन कर
नहाया है जो पसीनों से 
वो भला कहाँ बारिशों को देख कर 
रुक पाया है

बाधाएं आती है तो आये ना
आने से किसने रोका है
मौत का डर जो पाल बैठे हैं
उन्हें क्या पता
ज़िंदगी कुछ भी नहीं
बस नजरो का धोखा है
जिसने भी ये रहस्य जान लिया
उसने ही यहाँ कुछ काम किया
दुनिया ने उसका नाम लिया
गान किया ,गुणगान किया
जो डरा नहीं, वो मरा ही नहीं
और मर कर भी जिंदा ही रहा बाधाएं आती हैं तो आये ना

Vikas Dhaundiyal

#रोका

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ना उसे आने से रोका 
ना उसे जाने से रोका 

ना धोखा देने से रोका 
ना प्यार पाने से रोका 

पर करे शक कभी मुझ पर वो 
ऐसे हालातों को बीच आने से रोका #रोका

priya

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उसे जाना था मुझसे दूर !मैंने भी उसे रोका नहीं
उसकी फितरत को कभी पहचाना नहीं
हाले तमन्ना को उसके मैंने कभी टोका नहीं
वो मेरा कभी था ही नहीं
इसलिए मैंने भी उसे रोका नहीं
घावों की बौछार उसने कई बार की पहले भी
मैंने उसकी हर खता को नकारा भी
शायद एक न एक दिन वो होगा हमारा भी
ये ख्वाब रहा हमेशा अधूरा ही
वो चाहे तो लोट आये वापस
पर अब मैं उसकी दुबारा बन जाऊं
ये अब मुझे गवारा नहीं
उसकी असलियत को पहचाना नहीं
हम नादान  थे उसकी खता को जताया नहीं
प्यार को उसके फिर भी निभाते रहे
ये उसने कभी जाना ही नहीं
मेरे दिल की चाहत को वो अपनाता नहीं

Parul Sharma

कुछ_लोग_ऐसे_भी विचार ऐसा क्यों............. दुष्ट लोगों में एक खासियत होती है कि वो जितने दुष्ट होते हैं उतने ही ढीट भी होते हैं । उन पर किसी की सज्जनता, सभ्यता, उदारता, दयालुता, क्षमा, सहनशीलता, आदी का कोई असर नहीं होता। वो पत्थर दिल और चिकने घड़े के समान होते हैं। न तो कुछ दिल को कुछ भी छू पाता है और ना ही दिल पर कुछ बनता हैं।पर दिमाग विचित्र और विलक्षण होता है। जो उन्हें उनके उटपटांग कार्यों को बरकरार रखने को प्रेरित करता रहता है।और उन्हें महानता का अनुभव कराता रहता है।और उन्हें अपने

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विचार
       ऐसा क्यों.............
दुष्ट लोगों में एक खासियत होती है कि वो जितने दुष्ट होते हैं उतने ही ढीट भी होते हैं । उन पर किसी की सज्जनता, सभ्यता, उदारता, दयालुता, क्षमा, सहनशीलता, आदी का कोई असर नहीं होता। वो पत्थर दिल और चिकने घड़े के समान होते हैं। न तो कुछ दिल को कुछ भी छू पाता है और ना ही दिल पर कुछ बनता हैं।पर दिमाग विचित्र और विलक्षण होता है। जो उन्हें उनके उटपटांग कार्यों को बरकरार रखने को प्रेरित करता रहता है।और उन्हें महानता का अनुभव कराता रहता है।और उन्हें अपने द्वारा किया गया हर कार्य ईश्वरीय कार्य लगने लगता और अंत में एक ऐसी स्थिति आती है कि वो खुद को भी ईश्वर से कम नहीं समझते या ये कहो कि ईश्वर ही समझने लगते है। इस दौरान उनके द्वारा किये गये गलत कार्य को रोकने,टोकने,व समझाने वाला कोई भी व्यक्ति उसे अपना दुश्मन लगने लगता है। और वह दुष्ट इंसान उस कार्य को बड़ी ढीटता से निरंतर दोहर्ता है। दुष्ट इंसान का आशय यह है कि उसे किसी ने रोका तो रोका कैसे। तब टोकने वाला या समझने वाला इस दुविधा में फंस जाता है कि उसने उसे रोक कर कहीं गलती तो नहीं सर दी। पर दुष्ट इंसान पर कोई असर नही पड़ता बल्की उसका मनोबल और बड़ जाता है। और निरंतर बड़ता जाता है वह अपने कृत्य की ओर अग्रसर रहते हुए खुद को भीमकाय व अन्य को तुच्छ समझने लगता है।
 पारुल शर्मा #कुछ_लोग_ऐसे_भी
विचार
       ऐसा क्यों.............
दुष्ट लोगों में एक खासियत होती है कि वो जितने दुष्ट होते हैं उतने ही ढीट भी होते हैं । उन पर किसी की सज्जनता, सभ्यता, उदारता, दयालुता, क्षमा, सहनशीलता, आदी का कोई असर नहीं होता। वो पत्थर दिल और चिकने घड़े के समान होते हैं। न तो कुछ दिल को कुछ भी छू पाता है और ना ही दिल पर कुछ बनता हैं।पर दिमाग विचित्र और विलक्षण होता है। जो उन्हें उनके उटपटांग कार्यों को बरकरार रखने को प्रेरित करता रहता है।और उन्हें महानता का अनुभव कराता रहता है।और उन्हें अपने

sc_ki_sines

सांसो को रोका तो धड़कन आवाज देती है जुबां को रोका तो दिल भी आवाज देती है चाहूं अगर दिल से जुदा  हो ना तो जिंदगी जीने का एहसास देती है #shayarisangrah

Maya

Nojoto Maya 'shayari # for all girls I wrote these lines in my graduation in fresher party 😂😂😂😂

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जबाब देना हमें भी  आता 
हमें तो हमारे संस्कारों  ने रोका 
बैचेन है हमारे नुमायंदे नक्शा बदलने को तुम्हारा 
उन्हें तो  हमारी मुस्कराहट ने रोका Nojoto Maya 'shayari # for all girls I wrote these lines in my graduation in fresher party 😂😂😂😂

Ramveer Gangwar

#ramveer

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अब तो 
जीवन भी पतझड़ है,
जाने किसने सावन रोका ?

मंद मंद  मुस्काने  वाली  परियाॅ  रूठ गई
हमे  सदा मिलाने वाली  गलियां  छूठ गई
रोज सुबह छत  पर तुम  बाल सुखाती थी
ना जाने क्यों वो दिल की कड़ियां टूट गई

अब तो,
कस्ती भी अपनी है,
जाने किसने पानी रोका ?

किताब  गणित उसकी अब भी याद दिलाती है
गुणा  भाग  कैसा है  जीवन  छाप  बनाती   है
मुझसे  पढ़ने  जब  वो मेरे  घर  पर  आती  थी
वो  बिस्तर  की  तकिया  मुझे बहुत रुलाती है

अब तो,
विषय भी अपना है,
जाने किसने पढ़ना रोका ?

©गंगवार रामवीर

 #NojotoQuote #ramveer
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