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शबरी के राम ©you favourite #शबरी_के_राम #शबरी #राम #लक्ष्मण
radhe krishan
शबरी के राम ©radhe krishan #शबरी_के_राम #शबरी #Ram #लक्ष्मण #shabari
Sushant Mishra
लिखा गया क़लम से वह जो काग़ज़ का ढेर था। वह जिसके पास भी रहा हो सब से बड़ा कुबेर था।। जिसकी मिठास राम के सिवा कोई जान ना सका। वह शहद से ज़्यादा मीठा कहीं शबरी का बेर था।। लिखा गया #क़लम से वह जो #काग़ज़ का ढेर था। वह जिसके पास भी रहा हो सब से #बड़ा कुबेर था।। जिसकी #मिठास #राम के #सिवा कोई जान ना सका। वह शहद से ज़्यादा मीठा कहीं #शबरी का बेर था।। #जय श्री राम🙏
शिवानन्द
तुम्हें स्नेह और मर्यादा में श्रीराम होना होगा। तुम्हें निस्वार्थ प्रेम के लिए मन से शबरी होना होगा। ~~शिवानन्द #स्नेह #मर्यादा #श्रीराम #निस्वार्थ_प्रेम #मन #शबरी #yqdidi #yqbaba
Ram babu Ray
आँखों में प्यास और दिल में आस फिर मिलती हैं भक्ति में शबरी जैसा इतिहास..!! ©Ram babu Ray #आँखों में #प्यास और #दिल में आस फिर मिलती हैं #भक्ति में #शबरी जैसा #इतिहास..!!
SANJAY KUMAR JAIN
संजीव निगम अनाम
आंख लगी अकुलाय जिया,सुध भूलि रही बस राह निहारे, आय रहे प्रभु राम सखा सम भ्रात समेत उसी घर द्वारे। आकुल व्याकुल घूमि रही,कित मान करे कित पांव पखारे, बेर बटोरि चखे सबरी,कटु फेंकि दये शहदी ढिंग डारे| संजीव निगम "अनाम" #शबरी
Ankit Mishra'Ravan,
कंद-मूल खाने वालों से मांसाहारी डरते थे।। पोरस जैसे शूर-वीर को नमन 'सिकंदर' करते थे॥ चौदह वर्षों तक खूंखारी वन में जिसका धाम था।। मन-मन्दिर में बसने वाला शाकाहारी राम था।। चाहते तो खा सकते थे वो मांस पशु के ढेरों में! लेकिन उनको प्यार मिला शबरी के जूठे बेरों में! @Ankit mishra'Ravan, #ramnavmi #शबरी के जूठे बेरों में!#@Ankitmishra'Ravan,
Lata Sharma सखी
#रामचन्द्र #शबरी #अहिल्या #कान्हा #मीरा #वन #चाँद #चकोर
अंदाज़ ए बयाँ...
शबरी ने राम को खिलाए थे, शबरी को कौन खिलाएँगे, जिस देश में धर्म का राज हो, वहाँ अच्छे दिन नहीं आएँगे। जहाँ एकलव्य की निष्ठा को, मिलबाँट के राजा खाएँगे, जहाँ धनवानों के लालच से, लाचार दबाए जाएँगे, जहाँ मासूमों की अस्मत पर हैवान नज़र उठाएँगे, जहाँ छोटे छोटे देश के बच्चे माँग के रोटी खाएँगे, जिस देश में धर्म का राज हो, वहाँ अच्छे दिन नहीं आएँगे। जहाँ राजनीत के खेतों में, बनवारे बोए जाएँगे, जहाँ अलग अलग रँगों के परचम, शान से लहराएंगे, जहाँ धर्मग्रंथ भी इंसां को आतंक का पाठ पढ़ाएँगे, जहाँ छुरी बगल में रखकर बंदे राम राम गुन गाएँगें, जिस देश में धर्म का राज हो, वहाँ अच्छे दिन नहीं आएँगे। रविकुमार... शबरी ने राम को खिलाए थे, शबरी को कौन खिलाएँगे, जिस देश में धर्म का राज हो, वहाँ अच्छे दिन नहीं आएँगे। जहाँ एकलव्य की निष्ठा को, मिलबाँट के राजा खाएँगे, जहाँ धनवानों के लालच से, लाचार दबाए जाएँगे, जहाँ मासूमों की अस्मत पर हैवान नज़र उठाएँगे, जहाँ छोटे छोटे देश के बच्चे माँग के रोटी खाएँगे,