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बेजुबान शायर shivkumar
ब्रह्माण्ड में चारों तरफ़ सिर्फ अंधकार था व्याप्त। चौथे रुप में माता ने तब किया अण्ड निर्माण।। सभी जीवों और प्राणियों में है मां का तेज। माता के कृपा बिना हो जाते हैं सब निस्तेज।। सारा चराचर जगत है मां के ही माया से मोहित। मां के ही प्रेरणा से होता है जगत में सबका हित।। दिव्य प्रकाश जगत में मां कुष्मांडा फैलाती। ममतामई, करुणामई, कल्याणकारी कहलाती।। सौम्य स्वभाव वाली है मेरी मां अष्टभुजाओंवाली। भक्तों की सारी विपदा दूर करती है महामाई।। जो कोई श्रद्धा भक्ति से मां के शरण में आता। सुख, समृद्धि,धन, सम्पदा बिन मांगे मिल जाता।। ©Shivkumar #navratri #navratrispecial #नवरात्रि #navratri2024 #ब्रह्माण्ड में चारों तरफ़ सिर्फ #अंधकार था व्याप्त । चौथे रुप में माता ने तब किया अण्ड #निर्माण ।।
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Parul Sharma
भीड़ सड़कों पर हादसों का भीड़ में वारदातों का रिश्तों में धोखों का प्रकृति में प्रदूषण का जीवों में जीवाश्म का खून में प्रिजर्वेटिविस का मिट्टी में पैस्टीसाइड,इनसैक्टीसाइड का उर्वरता में पॉलीथीन का आस्था में आतंकवाद का मानवता में स्वार्थ का वाकई विकास हो रहा है। पारुल शर्मा सड़कों पर हादसों का #भीड़ में वारदातों का रिश्तों में धोखों का #प्रकृति में #प्रदूषण का #जीवों में #जीवाश्म का #खून में #प्रिजर्वेटिविस का #मिट्टी में #पैस्टीसाइड,#इनसैक्टीसाइड का #उर्वरता में #पॉलीथीन का
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जाने कितने जीवों को बेघर किया और कितनों का शिकार किया अपने मतलब के लिए तूने कितनों का संहार किया कुछ का तूने व्यापार किया जीवों में हाहाकार किया खुदगर्ज़ है दयावान नहीं तू अब मान ले इन्सान नहीं तू ये जीवों के अभयारण्य बनाकर कितनों को बचाया तूने अपनी पूरी सृष्टि के चक्र को बिगाड़ा तूने अपनी ताकत की यूं नुमाइश न कर प्रकृति को यूं बर्बाद न कर न जाने कब सनशीलता कहर में बदल जाए न जाने कब ये वक्त बदल जाए ।। © रिमझिम प्रकृति #nojotohindi#kalakaksh#poetry#poem#kavita#nature#life#ecosystem#balance
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