Find the Best प्रतिशोध Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about प्रतिशोध मीनिंग इन इंग्लिश, प्रतिशोध इन इंग्लिश, प्रतिशोध हिंदी, प्रतिशोध अर्थ,
Mukesh Poonia
ऊंचाई पर वह पहुंचते हैं जो... प्रतिशोध के बजाय परिवर्तन की सोच रखते हैं। . ©Mukesh Poonia #tanha ऊंचाई# पर वह पहुंचते हैं जो... #प्रतिशोध के बजाय #परिवर्तन की सोच रखते हैं।
Rovin hud @UP23
प्यार में धोखा खा के जो बदले की भावना दिल में आती है। बो प्यार में मिलने वाले जूनून से कहीं ज्यादा होता है।। #प्रतिशोध की ज्वाला.... #all folowers
Sarita Singh
प्रतिशोध है ऐसी ज्वाला करदे उस को भस्म जिसने इसको पाला #प्रतिशोध#ज्वाला#हिंदी#hindilines
Aavran
तिनका न समझ, वार कर फिर तुझे आभास होगा, कोई रह न जायेगा रोने वाला ,ऐसा सर्वनाश होगा उडा हूं अब आसमां मे तो बादलों का भी हिसाब होगा, होगा श्वेत वस्त्र बदन पर या सुर्ख लाल लिबास होगा।। #आवरण #प्रतिशोध #आसमाँ #yqquotes #aavran
Kuldeepak Singh
तिनका न समझ, वार कर फिर तुझे आभास होगा, कोई रह न जायेगा रोने वाला ,ऐसा सर्वनाश होगा उडा हूं अब आसमां मे तो बादलों का भी हिसाब होगा, होगा श्वेत वस्त्र बदन पर या सुर्ख लाल लिबास होगा।। #आवरण #प्रतिशोध #आसमाँ #yqquotes #aavran
Ek villain
कहीं भाव मनुष्य के मनोज को बुरी तरह प्रभावित करते हैं सही एक भाव है क्रोधित क्रोध से बचें शोध की भावना उत्पन्न होती है प्रतिशोध की आग में किसी ऐसे व्यक्ति को क्षति पहुंचाने के उद्देश्य से बढ़ती है जिसने हमारी दोस्ती में हमारा कोई हैक किया होता है उस व्यक्ति से भले ही ऐसा कुछ हो या ना हो किंतु यह स्पष्ट है कि प्रतिपूर्ति वशीभूत होकर स्वयं अपना हित कर बैठते हैं यही कारण है कि हमारे मनीषियों ने प्रतिशोध की भावना का परित्याग कर बताएं प्रदेश पुलिस की वजह सर्जन की ओर उन्मुख होते हैं प्रतिशोध बदले की भावना जीवन में विश्व खोलने का काम करती बुद्धि ने भी कहा था देर से बैर कभी खत्म नहीं होता बल्कि और ना होता है उनका कहना था कि है क्योंकि बदलना एक संख्या का हिस्सा है जो अपने नए नए स्वरूप में और करता है इसका कारण स्पष्ट है कि आज हम जिससे करती सोच लगेंगे वहीं कल हमसे पर लेने के लिए तत्पर होगा यह सिलसिला चलता है जिसने भी नष्ट नहीं होता है यही बदले की भावना हमारे चारों ओर कर देती है जिसे हम स्वयं को जलाते रहते हैं अंत में बैठते हैं ©Ek villain #प्रतिशोध का त्याग #drowning
Bharat Bhushan pathak
अतुकांत कविता मैं ! द्रुपद पुत्री द्रौपदी , नहीं। सहूँगी जो, तेरे लांछन तुमने क्या है सोचा,चुप रहूँगी, कुछ तुमसे कहूँगी नहीं। सुन!ये दुशासन तू मैं कल भी न अबला थी न आज भी मैं अबला हूँ। हाँ कल बंधी थी , इसलिए बंदी थी आज मुक्त हूँ,उन्मुक्त हूँ मैं लांछन नहीं, आज प्रतिशोध लूँगी। मैं याज्ञसैनी नहीं! हाँ केशव मेरे भ्राता हैं। हे दुशासन,सुन ले तू! मैं कोमला नहीं, आज ज्वाला हूँ। ठोकर सहने वाली, शिला न समझ! मैं पिघला हुआ लावा हूँ। कितनों को मैंने निगला है, जो शीश झुकाए पाला है। आज द्युत नहीं होगा, रण ही केवल होगा आज। सोच नहीं,ले वार कर तू। सियारीन नहीं मैं, सिंहनी हूँ हरदम मैंने दबोचा है। अरे नराधम! क्या तुझमें पुरुषार्थ नहीं, लांछन से जो काम चलाता है। ©Bharat Bhushan pathak #प्रतिक्रिया #द्रोपदी #आत्मविवेचन #प्रतिशोध
anuragbauddh
जंग के नतीजे तादात से ज्यादा जुनून पर निकलते है। जनाब, यकी नहीं होता तो भीमा कोरेगांव पढ़ लो ©anurag bauddh #इंकलाब #जय #इतिहास #जुनून #बदला #बलिदान #प्रतिशोध
Anjali Jain
प्रतिशोध ऎसी अग्नि है जो प्रस्फुटित किसी एक हृदय में होती है उसकी लपटें कइयों के हृदय में उठती है और एक दूसरे से फैलते हुए सर्वस्व भस्म कर देती है!! #प्रतिशोध #10. 05.20