Find the Best ऐश Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos aboutऐश्वर्यशाली का अर्थ है, फ्लाई ऐश ब्रिक्स के नुकसान, ऐशा सफ़वान के सम्बन्ध, रणबीर कपूर ऐश्वर्या राय का गाना, ऐशोआराम का अर्थ,
Ash Jain
बहुत दूर पहाड़ो ओर नदियों के पास चलो ना ऐश जहाँ राते सुनसान हो और दिन चहचाये पक्षियों के संग शाम लहलहाए पत्तो के संग जहाँ चारो ओर हो बस प्यार के रंग चलो ना ऐश
Ash Jain
यह देश की महानता महान नही रही ऐसा कहते है ऐश कई लोग क्योंकि दिमाग के शैतान कर रहे है सत्ता का भोग ना जाने कब इन सेवको को नीचे उतारोगे चमचा गिरी करने वालो पर जनता को ऐश लगाना होगा महाभियोग
Ash Jain
प्यार के तिनको से आशियाना बनाने चले थे छोटे छोटे पंखों से ऐश हम आसमां छूने चले थे ना जाने क्यों समय की उस तेज आंधी ने थोड़ी पलके क्या झुकाई आंख खुली तो ऐश हम कब्र में भी उजडे पड़े थे
Ash Jain
जहा देखो वहां खुशबुओं में जहर नजर आता है इंसानियत के कत्ल का कहर नजर आता है चुपचाप चले जा रही है जिंदगी अपनी ही मौजो में ये हारा हुआ मुसाफिर ऐश पता नही किधर जाता है जितने की चाह रखने वाली ताकते कमजोर झरोखों से समय को ताकती नजर आ रही है जो चल पड़ेगा तूफानी दरिया को चीर कर ऐश खड़ी चट्टानों को वही गिराता है
Ash Jain
उलझती हुई जिंदगी के इम्तिहानों से वो पुराने स्कूल के इम्तिहान ही अच्छे थे भरपूर जवानी के थपेड़ों से धक्के खा रही जिंदगी से अधूरे पूरे सपनो से भरे हर पल अपने जी रहे थे जब हम बच्चें थे ऐश ओ आराम से भरे हुए इन बड़े बड़े मकानों में सुकून नही मिलता ऐश नींद तो वही जमीन पर आती थी जहाँ घरों के आंगन कच्चे थे
Ramesh Singh
बेमानी है सच कहना तो बोलो झूठ और ऐश करो। ला-यानी है यूं बहना तो बोलो झूठ और ऐश करो।। , तुमको अब तक याद है वादे काहे पागल बनते हो। छोड़ो हरदम वादे रटना बोलों झूठ और ऐश करो।। , सच का दामन थामोगे तो जख़्मी तुम हो जाओगे। सच्ची बातें कौन सुनेगा बोलों झूठ और ऐश करो।। , तुमको तो मालूम ही होगा सच्चो का क्या हश्र हुआ। झूठो का ही राज चलेगा बोलों झूठ और ऐश करो।। , ताज्जुब है न हम क्यूँ ऐसा लिखने पे मजबूर हुए। छोड़ो हमनें क्या क्या देखा बोलों झूठ और ऐश करो।। , जिस हद तक हम जा सकतें थे उसपे ही तो पहुँचे है। पर आखिर में हम क्या बोलें बोलों झूठ और ऐश करो।।
Ash Jain
कल रात अंधेरे में गम ए मोहब्बत मिल गई थी चुपचाप विचारो के समुद्र की जमीन हिल गई थी मैं बैठा रहा ऐश दूर आसमान के पहाड़ों पर वो चुपचाप कही और हवा की लहरों में खिल रही थी पता नही क्यों यह जिंदगी फटी हुई मोहब्बत सील रही थी वो मासूम बन कही और जंगली बाहो में पल रही थी ऐश कल रात अंधेरे में..............
Ash Jain
इस कायनात के हर लबो में दुआएँ ढूंढ रहा हूं कुछ उलझी कुछ सुलझी तबस्सुम की फिजायें ढूंढ रहा हूं ऐश ओ आराम जन्नत के यही नजर आ जाते है न जाने ये काफिर माँ बाप को छोड़ ऐश खुदा को ढूंढ रहा हूं
Ash Jain
यू अकेले में राहे देखना ऐश ए रंग में नही था बचपन में जो भी पाया सबकुछ सारा सही था जो इश्क ए बद रंग नही चढ़ता हम पर बादलों में नाम ए शुमार ऐश का यारो के दिलो में ही सच्चा औऱ पक्का था
Ash Jain
चलो ना ऐश फिर से वही साईकल पर घूम आते है वो दुकान वाले काका को उल्लू बनाते है चुपचाप बस्ते उठाकर दीवार फांद आते है वही पेड़ के नीचे रुक कर खाना खा आते है पापा की डांट खा कर माँ के पीछे छुप जाते है चलो ना ऐश ,,,,,