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chirag mittal

वो भी हमारे इश्क़ के इजहार का तरीका था मोहतरमा... 
जब हम अपने जन्मदिन पर सबको एक और तुम्हें दो टॉफी दिया करते थे!!! 
😉😉😉 #yqbaba #YQdidi #टॉफी  #hum #tum #pyar 😉  😉

Subhasish Pradhan

#कमीज#टॉफी#दरिंदे#yqdidi#yqhindi #YourQuoteAndMine Collaborating with Anil Ameta जी Superb yr lines.... Reality

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दरिंदों को उम्र का क्या मालूम क्या लिहाज होगा जनाब
वो तो जिस्म से ज्यादा रूह को नोच खाते हैं ।। #कमीज#टॉफी#दरिंदे#Yqdidi#yqhindi
 #YourQuoteAndMine
Collaborating with  Anil Ameta जी  Superb yr lines.... Reality

LOL

घर के काजों से
ऑफिस की रिवॉल्विंग कुर्सी तक के
सफर के बीच
व्यस्तता की तहों में
जब मिल नहीं पाता हूँ मैं खुद से
तो जा धमकता हूँ
किसी पंसारी की दुकान पर
निकाल लेता हूँ
मुठ्ठी-भर
इमली के लड्डू
और कुछ खट्टी-मीठी टॉफियां
पीछे रखे मर्तबानों से..
लेता हूँ चटकारे
बचपन को जबां पर रखकर
चख लेता हूँ जायका ज़िन्दगी का
इन नन्हीं खुशी की चाबियों से
खोलकर यादों का सन्दूक
फिर से पा लिया करता हूँ मैं खुद को!
©KaushalAlmora

 #व्यस्तता 
#रोजकाडोजwithkaushalalmora 
#बचपन 
#yqdidi 
#newwritersclub 
#kaushalalmora 
#टॉफी 
#life

Manjul

वो मछली वाली टॉफियां
रंग उनका काला हुआ करता था
अंदर उनमे मसाला हुआ करता था
एक रुपये मे दस आया करती थी

मन को मेरे बहुत भाया करती थी
कई दिन तक खाया करते थे
वो मछली वाली टॉफियां..

लेटे-लेटे मुझे कुछ याद आ गया था  मन को मेरे जो भा गया था
जीभ पर मछली वाली टॉफियों का स्वाद आ गया था।।

©Manjul Sarkar #मछली #टॉफी 

#VantinesDay

Sumit kumar joat

#बदलाव मिठाई में,#टॉफी कड़ाही में🤔🤔 #विचार

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तेज बहादुर मौर्य

💐💐💐पिताजी का 19वीं परिनिर्वाण दिवसपर विशेष💐💐💐

पिता जी का परिनिर्वाण दिनांक 11/07/1999 में दिन रविवार सुबह के 7 बजे हुआ था।
पिता जी के इस परिनिर्वाण दिवस के अवसर पर कुछ मन में उपजे भाव एवं विचार जो मुझे हमेसा झकझोर दिया करते हैं।मैं जब भी सबके बीच में या अकेले खुशी के क्षण में रहता हूँ तो एकबार आपकी याद आती हैं कि काश आज आप भी इस खुशी के पल का साक्षी होते तो क्या बात होती।सचमुच में हमसभी भाग्यशाली हैं जो कि आप जैसे पिता मिले।जब आप इस बगिया को छोड़कर गए तो उस समय परिवार में 7 से 8 बच्चे पढ़ने वाले थे और आय का स्रोत बहुत ही कम पर सबके सहयोग(दो बहनों और बड़े भइया) के द्वारा हमसभी भाईयों और साथ ही साथ भांजे-भांजी का पठन-पाठन लगातार जारी रहा ।जीवन में उतार चढ़ाव आया लेकिन इस करवा में सहयोगी दल की संख्या बढ़ती चली गई।कुछ वर्षों के बाद इसी बगिया से कली खिलकर देश के विभिन्न क्षेत्रों में अपना सुगंध बिखेरने लगे हैं।आपके द्वारा परिवार रूपी पेड़ उपज रहा है लेकिन छोटी छोटी मगर मोटी बातों के द्वारा इस बगिया के कुछ शाखाएं लचक रही हैं मगर हमे पूर्ण विश्वास है कि कभी भी इस बगिया से अलग नही होंगी।जीवन है उतार चढ़ाव आता रहता है।मुझे मलाल इस बात का है कि आज आप होते तो कुछ और होता।आप बहुत ही सात्विक विचारों के थे।आप हमेसा विनोदप्रिय बातों के द्वारा लोगो को प्रसन्न कर दिया करते थे।आप के जाने के बाद गाँव और क्षेत्र के लोग भले ही किसी जाति धर्म के हो वे बहुत याद करते थे।आपका उस टाइम एक नाती था जिसका नाम ऋषि (वर्तमान नाम विकाश) था उसको आप हमेसा प्रतिदिन टॉफी या विस्कीट दिया करते थे।और जब आप इस दुनिया से चल बसे तो उसे पता नही था क्योंकि उस टाइम शायद वो 1 साल का था।और वो अपनी मम्मी को लेकर जिद्द करते हुए पिताजी की कुटिया में जाकर नाना नाना बुलाकर टॉफी विस्कीट मांग कर सबको रुला देता था।ये प्रक्रिया शायद वो आपका नाती 10 दिन तक लगातार करता रहा कभी कभी तो वो अकेले जाकर नाना बुलाकर कुटिया में झांक झाँक कर रोया करता था। वो भावनात्मक पल जब भी सामने आता है तो आंखों में उदासी के आसू आ जाते हैं।जब आप परिवार को छोड़कर हमेसा के लिए गए तो उस समय पारिवारिक स्थिति बहुत ही दयनीय थी।बड़े भइया जी ने दोनों दीदियों के सहयोग से परिवार रूपी बगिया के माली बनकर सींचना शुरू किया और सबको मार्गदर्शन करते हुए सर्वांगिण विकाश करने में शतप्रतिशत योगदान दिया। जिसका परिणाम आज देखने को मिलना शुरू हो गया है और भविष्य में भी इस बगिया के फूल देश के विभिन्न क्षेत्रों में अच्छे अच्छे पदों पर सेवा करते दिखेंगे।मैं बहुत मिस करता हूँ पिता जी आपको को।पिता जी के पुण्यतिथि पर कोटि कोटि नमन।आप हमेसा हम सभी के सासों, नसों ,खून  और हृदय में जीवित है।आप मेरे लिए हमेसा के लिए प्रेणास्रोत रहेंगे।

   आपका सबसे 
     छोटा बेटा---
  तेज बहादुर मौर्य
MA(Eng),M.Ed.(BHU),PGDHE(pursuing),CCC,NET, CTET, UP TET,

जय पिता जी ।
पिता जी अमर रहे।
👏👏👏👏👏
💐💐💐💐💐
😭😭😭😭😭
👏👏👏👏👏


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