Nojoto: Largest Storytelling Platform

White 2122 1122 1122 22/1122 दर्द दिल का

White 2122    1122    1122    22/1122
दर्द दिल का मेरे जब दिल में उतरकर देखा
अपने  हाथों  से  बिगड़ा  मेरा मुकद्दर देखा

आये बे खोफ  थे मेरे वो शयन में चल कर
रात भर  करवटों से  बिखरा  बिस्तर  देखा

अश्क पलकों के भीतर छुपा लिए थे हमने
जाने  आँखों  में  मेरी  कैसे  समुन्दर  देखा

सुर्ख  आँखों  में उतर आया  लहू उनके भी
आके बाहों  में जब  उसने बिखर कर देखा

हिज्र - ऐ- गम को छुपाये थे तबस्सुम में वो
हँस के जाते हुए जब मुझे  पलट कर देखा

इक  दुआ  जो अधूरी  रह गई थी  मेरी भी
उस  दुआ में झुका हमने उनका  सर देखा
          ( लक्ष्मण दावानी ✍ )
1/3/2017

©laxman dawani
  #City #Love #Life #romance #Poetry #gazal #experience #poem #Poet #Knowledge
laxmandawani7800

laxman dawani

Bronze Star
New Creator
streak icon155

#City Love Life #romance Poetry #gazal #experience #poem #Poet Knowledge

198 Views