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kajalkiran8793
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Kajal Kiran

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Kajal Kiran

तुम पर लिखूं तो कितना लिखूं
ना लिखूं तो क्यों न लिखूं
तुमको मैं कब तलक लिखूं
कब तलक यूं शब्दों में तुमको पिरोती चलूं
मोहब्बत हो तुम इबादत हो तुम
सजदे में झुकी पलकों की नेमत हो तुम
मेरी ज़िंदगी का सबसे खूबसूरत पन्ना 
मेरी लेखनी का अटूट हिस्सा हो तुम
बेअदब बेशरम 
बंदिशों के पार वाली दुनिया हो तुम
हवाओं में झूमती चिड़िया का गीत हो तुम
तुम ज़िद बने फिर बने ज़रूरत
तुम इश्क बने और बने शिकायत
जुनून बने फिर बने हिमाकत
बने फिर तुम ही ईश्वर सी अटूट चाहत
ऐसा नहीं तुम बिन दुनिया नहीं है
बात ये भी नहीं के तुम बिन ज़िंदगी गुनाह है
बात तो बस इतनी सी है
के तुम पर ज़िंदगी ज़ाया की जा सकती है
और तुम संग ज़िंदगी जी जा सकती है
देखी जा सकती है दुनिया बंद आंखों से भी तुम संग
हो सकती है ललक तुमको ही चूमने की हर पहर
पर ये मुलाक़ात अधूरी ही सही
तुम्हारी मेरी बात अधूरी ही सही
दुख रहेगा तुम बस एक लंबी छुट्टी पे आए थे 
पर सुकून रहेगा ये छुट्टी एक पूरी ज़िंदगी से भी बड़ी है
मोहब्बत तो तुम अब भी हो 
और रहोगे इबादत तुम कल भी मेरी
और चिंता न करना 
किराए पर रहोगे उस कोने में सिर्फ तुम ही
होंगी लाख बातें फिर से तुमसे
होंगी हरकतें हज़ार फिर तुम संग ही
रहेगी हसरत तुम्हारी ही हर पल
खलेगी कमी तुम्हारी हर दम ही तुम पर लिखूं तो कितना लिखूं
ना लिखूं तो क्यों न लिखूं
तुमको मैं कब तलक लिखूं
कब तलक यूं शब्दों में तुमको पिरोती चलूं
मोहब्बत हो तुम इबादत हो तुम
सजदे में झुकी पलकों की नेमत हो तुम
मेरी ज़िंदगी का सबसे खूबसूरत पन्ना 
मेरी लेखनी का अटूट हिस्सा हो तुम

तुम पर लिखूं तो कितना लिखूं ना लिखूं तो क्यों न लिखूं तुमको मैं कब तलक लिखूं कब तलक यूं शब्दों में तुमको पिरोती चलूं मोहब्बत हो तुम इबादत हो तुम सजदे में झुकी पलकों की नेमत हो तुम मेरी ज़िंदगी का सबसे खूबसूरत पन्ना मेरी लेखनी का अटूट हिस्सा हो तुम

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Kajal Kiran

Don't forget to keep your true-self inside you Time for #getfeedback. Complete this prompt with your imagination and I'll read every post written in the next one hour (before 8 pm IST) over the next 2 days. #onceyoucomehome  #YourQuoteAndMine
Collaborating with YourQuote Baba

Time for #getfeedback. Complete this prompt with your imagination and I'll read every post written in the next one hour (before 8 pm IST) over the next 2 days. #onceyoucomehome #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Baba

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Kajal Kiran

A person without a personality of one's own




The world of billions with different personas of their own Here's a #doublecollab for the night. #societyiwant #YourQuoteAndMine
Collaborating with YourQuote Baba

Here's a #doublecollab for the night. #societyiwant #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Baba

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Kajal Kiran

Leave your fragrance all around the room
So that I can breathe you afterwards
Before leaving
Leave your favourite hoodie behind
So that I can feel the warmth of yours even in your absence Before leaving
Leave your fragrance all around the room
So that I can breathe you afterwards
Before leaving
Leave your sight all over the room
So that I can have your eyes on me afterwards
Before leaving
Leave your coffee mug half emptied

Before leaving Leave your fragrance all around the room So that I can breathe you afterwards Before leaving Leave your sight all over the room So that I can have your eyes on me afterwards Before leaving Leave your coffee mug half emptied #lovepoem #YourQuoteAndMine #aestheticthoughts #yqaestheticthoughts

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Kajal Kiran

I used to find in you
For yourself
For me
And for us.
I know it's still there
Somewhere deep inside your heart
Wanting to get freed and fly like a bird
But you are in capture
Of the things
Which may not seem important to you
But they do are 
For the people you love.  Welcome to the day 24 of #YoPoDiMo or the YourQuote Poetry Diversity Month i.e. September. Today, I have a simple short #lovepoem prompt for you. 

#yqmuse #muses #yqmuses #imissthelove  #YourQuoteAndMine
Collaborating with YQ Muse 
Collaborating with YourQuote Baba

Welcome to the day 24 of #YoPoDiMo or the YourQuote Poetry Diversity Month i.e. September. Today, I have a simple short #lovepoem prompt for you. #yqmuse #Muses #yqmuses #imissthelove #YourQuoteAndMine Collaborating with YQ Muse Collaborating with YourQuote Baba

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Kajal Kiran

इश्क़ लेखन से मातृभाषा का
जीवन का एक अनूठा संगम है 
जैसे पक्षियां चहचहाएं तो प्यारी लगती हैं
पर कैद में उनकी मीठी बोली दम तोड़ देती हैं
ठीक वैसा ही कुछ हाल होता है भाषा का
जब उस ज़ुबान वाले इश्क़ फरमाते हैं किसी और भाषा से
कैद होने लग जाती है तब अपनी ही भाषा
जब लोगों को अपनी ज़ुबान देहाती लगने लगती है
भूला दी जाती हैं तब वो कहानियां 
जो सुनाई जाती थी कभी बड़े शौक से पीपल और बरगद की छांव में
दम तोड़ने लगती है तब वो ज़ुबान 
जब बोलने वालों का सर झुक जाता है शर्म के मारे
उनके आगे जिन्होंने अपनी माशुका बना ली होती है किसी विदेशी बोली को इश्क़-ए-हिन्दी💜

इश्क़-ए-हिन्दी💜

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Kajal Kiran

तुम
मैं हो
या शायद नहीं
या फिर हो भी
पर एक होने के लिए
तुम्हें और मुझे हम होना होगा
मैं तुम बनूं और तुम मैं बनो
फिर हम "एक" हो शिखर को छू जाएं
वहां से दुनिया में बादस्तुर खूबियों की बारिश हो
क्या कयामत हो जब हम "एक" हो शून्य पे सवार हो जाएं काव्य के भिन्न-भिन्न रूपों की खोज करना भी अपने आप में कम रोमाँचक नहीं। 
#yopodimo में आज आरोही क्रम में एक कविता लिखें। जितने भी शब्दों से शुरू करें, बस आगे की पंक्तियों को बढ़ते क्रम में लिखना है।
जैसे प्रथम पंक्ति 1, द्वितीय 2, तृतीय 3 इसी प्रकार यदि 3 से आरंभ करें तो 4, 5, 6, 7 शब्दों की पंक्तियाँ हों।
तो आइए एक #आरोहीक्रम में कविता लिखें।
#collab    #YourQuoteAndMine
Collaborating with YourQuote Didi

काव्य के भिन्न-भिन्न रूपों की खोज करना भी अपने आप में कम रोमाँचक नहीं। #YoPoDiMo में आज आरोही क्रम में एक कविता लिखें। जितने भी शब्दों से शुरू करें, बस आगे की पंक्तियों को बढ़ते क्रम में लिखना है। जैसे प्रथम पंक्ति 1, द्वितीय 2, तृतीय 3 इसी प्रकार यदि 3 से आरंभ करें तो 4, 5, 6, 7 शब्दों की पंक्तियाँ हों। तो आइए एक #आरोहीक्रम में कविता लिखें। #Collab #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi

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Kajal Kiran

रात रात में बात हो गई
खबर कहीं कानों कान ना हुई
कहानी मुख्तसर थी
वो रोई चिल्लाई किसी ने उसकी एक न सुनी

रोई थी चिल्लाई थी
फिर ज़ार ज़ार सब खोई थी
फिर हार गई वो दुनिया से
जो ख़ुद ही ख़ुद में भरमाई थी
कहानी मुख्तसर थी
दुनिया से लड़ने वाली जब अपनों से ही न लड़ पाई थी

महज 14 की उम्र थी उसकी
पढ़ने की ललक थी जीवनभर की
मां बाप ने न समझा ये
जाने क्यों इतनी छोटी बच्ची ब्याही थी
"सुन पति है वो तेरा। उसकी सुनना और उसके तीन बच्चों की मां भी है तू ही इसका ख्याल रखना।" जब मां ने नोटों की बंडली हाथ में पकड़े ये ज्ञान की माला पिरोई थी
तब जाकर समझ आया
कहानी मुख्तसर ही तो थी
वो बेटी थी जो आज घर की लक्ष्मी बन पाई थी।

 रात रात में बात हो गई
खबर कहीं कानों कान ना हुई
कहानी मुख्तसर थी
वो रोई चिल्लाई किसी ने उसकी एक न सुनी

रोई थी चिल्लाई थी
फिर ज़ार ज़ार सब खोई थी
फिर हार गई वो दुनिया से

रात रात में बात हो गई खबर कहीं कानों कान ना हुई कहानी मुख्तसर थी वो रोई चिल्लाई किसी ने उसकी एक न सुनी रोई थी चिल्लाई थी फिर ज़ार ज़ार सब खोई थी फिर हार गई वो दुनिया से #Collab #yqdidi #YourQuoteAndMine

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Kajal Kiran

हां माना तुम गए क्योंकि तुम्हें जाना था
गलती की है सिर्फ मैंने 
वो तो बस तुम्हारा बहाना था
चलो हटाओ अब पुरानी बातें
शुक्रगुजार हूं तुम्हारी मैं के तुम समय रहते चले गए
वरना रब ही जाने मेरी ज़िन्दगी का क्या होता
और कई परतों तले दब जाती ये
इससे ज्यादा और तुमसे क्या होता अब शिकायतें कैसी,
तुमसे और क्या होता...
#औरक्याहोता #collab #yqdidi  #YourQuoteAndMine
Collaborating with YourQuote Didi

अब शिकायतें कैसी, तुमसे और क्या होता... #औरक्याहोता #Collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi

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Kajal Kiran

तू यूं मिलेगा मुझे
तब जब मेरे जीवन गीत से साज़ गायब हो चला था
और मैंने भी थक कर हार मान ही ली थी 
सोच लिया था प्यार बिना शर्त के इस दुनिया में मिल ही नहीं सकता
मान बैठी थी कि किसी अजनबी से बातें करके दिल दुबारा बच्चा नहीं होगा
और ना ही मिलेगा मुझको वो जिसमें मैं अपनी परछाई देख सकूं
तू तब आया अचानक से मेरे भीतर
जब मेरे अंदर का बच्चा अपने जान से भी प्यारे खिलौने को खो कर भी कुछ महसूस ना कर पा रहा था
और मानो एहसास ने तो जैसे कसम खा ली हो के कभी निकलेगा ही नहीं।
फिर तू आया और यूं लगा जैसे मेरी अरसे की तलाश मिट गई है।
तू मिला और यूं लगा जैसे बदली हुई मैं वापस बदलने लगी हूं।
और तू कुछ यूं मिला के बस ज़िन्दगी मिल गई है। किसे पता था
तू यूं मिलेगा मुझे
तब जब मेरे जीवन गीत से साज़ गायब हो चला था
और मैंने भी थक कर हार मान ही ली थी 
सोच लिया था प्यार बिना शर्त के इस दुनिया में मिल ही नहीं सकता
मान बैठी थी कि किसी अजनबी से बातें करके दिल दुबारा बच्चा नहीं होगा
और ना ही मिलेगा मुझको वो जिसमें मैं अपनी परछाई देख सकूं
तू तब आया अचानक से मेरे भीतर

किसे पता था तू यूं मिलेगा मुझे तब जब मेरे जीवन गीत से साज़ गायब हो चला था और मैंने भी थक कर हार मान ही ली थी सोच लिया था प्यार बिना शर्त के इस दुनिया में मिल ही नहीं सकता मान बैठी थी कि किसी अजनबी से बातें करके दिल दुबारा बच्चा नहीं होगा और ना ही मिलेगा मुझको वो जिसमें मैं अपनी परछाई देख सकूं तू तब आया अचानक से मेरे भीतर #Collab #YourQuoteAndMine #atकिसेपताथा

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