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Parasram Arora
मेरा तुम्हे "ताकना " और ज्यादा कुछ नही एक सामान्य प्रतिक्रिया है. वो भी तब पैदा हुई जब तुमने मुझे घूर कर देखा था ©Parasram Arora प्रतिक्रिया
प्रतिक्रिया #कविता
read moreAditya Kumar Bharti
वैष्नवी ठाकुर जी के लिए उनके चित्रों को देखकर। ये चेहरा छुपाकर दिखाते हो या दिखाकर छुपाते हो। कमाल है सामना नहीं करते और सामने भी आते हो।। गुस्ताख़ी माफ,दिल है एकदम साफ़। आदित्य कुमार भारती #response #प्रतिक्रिया
"Vibharshi" Ranjesh Singh
हर बदलाव का आंकलन करता हूं कौन कब बदला है उसकी भी खबर रखता हूं वैसे तो चेहरे सब मासुम लगते हैं इसलिए सबके इरादों पे नज़र रखता हूं रसायन शास्त्र के विपरीत, यहां लोगों के समीकरण कभी भी बदल सकते है इसलिए किसी को अपना बनाने से पहले थोड़ी सी सब्र रखता हूं #NojotoQuote मानवीय प्रतिक्रिया
मानवीय प्रतिक्रिया
read moreAnjali Jain
मैंने देखा कि लोग अपनी गलती पर प्रतिक्रिया नही चाहते! .....औऱ अगर कोई प्रतिक्रिया कर दे तो बहुत बुरा मान जाते हैं! ऐसा क्यों ???? ©अंजलि जैन #प्रतिक्रिया#०५.१०.२० #raindrops
#प्रतिक्रिया#०५.१०.२० #raindrops
read moreAdarsh Shrivastava
Tears and Smile अभिलाषाये सुप्त हो गई चीख उठा है व्यथित मन मेरा नैन जलद बन उमड़ उठा है चहुं दिसि छा गया अंधेरा लिए कलंकित वसन देह पे थामे दामन मांग के तेरा ईश्वर से यह प्रश्न पूछता कब आएगा सुलभ सवेरा - अनुराग श्रीवास्तव आपकी प्रतिक्रिया चाहिए
आपकी प्रतिक्रिया चाहिए
read moreAditya Kumar Bharti
आदरणीय गौतम गोसाई जी की प्रतिक्रिया स्वरूप। मैं तुझे रोक नहीं सकता पर तू जा ये भी नहीं कहूंगा। कौन तेरे दिल में रहेगा ये पता नहीं पर मेरा ये दावा है कि मैं तेरे दिल में रहूंगा।। आदित्य कुमार भारती #प्रतिक्रिया GAUTAM SHAKUNTALA GOSAI
#प्रतिक्रिया GAUTAM SHAKUNTALA GOSAI
read moreBharat Bhushan pathak
अतुकांत कविता मैं ! द्रुपद पुत्री द्रौपदी , नहीं। सहूँगी जो, तेरे लांछन तुमने क्या है सोचा,चुप रहूँगी, कुछ तुमसे कहूँगी नहीं। सुन!ये दुशासन तू मैं कल भी न अबला थी न आज भी मैं अबला हूँ। हाँ कल बंधी थी , इसलिए बंदी थी आज मुक्त हूँ,उन्मुक्त हूँ मैं लांछन नहीं, आज प्रतिशोध लूँगी। मैं याज्ञसैनी नहीं! हाँ केशव मेरे भ्राता हैं। हे दुशासन,सुन ले तू! मैं कोमला नहीं, आज ज्वाला हूँ। ठोकर सहने वाली, शिला न समझ! मैं पिघला हुआ लावा हूँ। कितनों को मैंने निगला है, जो शीश झुकाए पाला है। आज द्युत नहीं होगा, रण ही केवल होगा आज। सोच नहीं,ले वार कर तू। सियारीन नहीं मैं, सिंहनी हूँ हरदम मैंने दबोचा है। अरे नराधम! क्या तुझमें पुरुषार्थ नहीं, लांछन से जो काम चलाता है। ©Bharat Bhushan pathak #प्रतिक्रिया #द्रोपदी #आत्मविवेचन #प्रतिशोध
#प्रतिक्रिया #द्रोपदी #आत्मविवेचन #प्रतिशोध #अनुभव
read moreRajendrakumar Shelke
********************* "नाच रे मोरा"या बालगीताचे मूळ कवी ग.दि. माडगूळकर यांची माफी मागुन....🙏 ********************* 🌹*नाच रे मना ....!*🌹 💫💫💫💫💫💫💫 नाच रे मना,प्रेमाच्या दारात, नाच रे मना नाच..💃 हृदयाची तार जुळली रे, पोराला पोरगी पटली रे.. आहे तू मनात, ये जरा प्रेमात दिवाणी होऊन नाच.. नाच रे मना,प्रेमाच्या दारात नाच रे मना नाच...💃 काळा काळा रंग मला पावला ग, मनातल्या देव्हारी भरला ग, पडता प्रेमात, जाई मी कोमात, रंगाचा मला ग काच, नाच रे मना, प्रेमाच्या दारात, नाच रे मना नाच....💃 तुझ्या साठी मी पोपट ग, मिठूमिठू करीत फिरतो ग... तुझ्याच प्रेमात, हाय मी जोमात, मनाला तुझी रे आच... नाच रे मना,प्रेमाच्या दारात, नाच रे मना नाच....💃 प्रेमात पोरगी फसली ग, अशी कशी मनात बसली ग.. सांग माझ्या कानी,तुच ओरडुनी, रडत खेळत नाच... नाच रे मना,प्रेमाच्या दारात, नाच रे मना नाच....💃 ♠️♥️♠️♥️♠️♥️♠️ ✍️ राजेंद्रकुमार शेळके. --नारायणगाव, पुणे. ©Rajendrakumar Shelke प्रतिक्रिया जरुर कळवा #wetogether
प्रतिक्रिया जरुर कळवा #wetogether
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********************* "नाच रे मोरा"या बालगीताचे मूळ कवी ग.दि. माडगूळकर यांची माफी मागुन....🙏 ********************* 🌹*नाच रे मना ....!*🌹 💫💫💫💫💫💫💫 नाच रे मना,प्रेमाच्या दारात, नाच रे मना नाच..💃 हृदयाची तार जुळली रे, पोराला पोरगी पटली रे.. आहे तू मनात, ये जरा प्रेमात दिवाणी होऊन नाच.. नाच रे मना,प्रेमाच्या दारात नाच रे मना नाच...💃 काळा काळा रंग मला पावला ग, मनातल्या देव्हारी भरला ग, पडता प्रेमात, जाई मी कोमात, रंगाचा मला ग काच, नाच रे मना, प्रेमाच्या दारात, नाच रे मना नाच....💃 तुझ्या साठी मी पोपट ग, मिठूमिठू करीत फिरतो ग... तुझ्याच प्रेमात, हाय मी जोमात, मनाला तुझी रे आच... नाच रे मना,प्रेमाच्या दारात, नाच रे मना नाच....💃 प्रेमात पोरगी फसली ग, अशी कशी मनात बसली ग.. सांग माझ्या कानी,तुच ओरडुनी, रडत खेळत नाच... नाच रे मना,प्रेमाच्या दारात, नाच रे मना नाच....💃 ♠️♥️♠️♥️♠️♥️♠️ ✍️ राजेंद्रकुमार शेळके. --नारायणगाव, पुणे. ©Rajendrakumar Shelke प्रतिक्रिया जरुर कळवा #wetogether
प्रतिक्रिया जरुर कळवा #wetogether #poem
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