Find the Latest Status about वैराग्य मंत्र from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, वैराग्य मंत्र.
Parasram Arora
कोल्हू का बैल अपनी नियति पर कुपित नहीं बल्कि आभारी हैँ क्योंकि वो गांधारी की तरह बंद आँखों से वृताकार कोल्हू क़े क्षेत्रफल मे भीतरी आँख से उसे देख चुका हैँ जो उसे चलाये जा रहा हैँ कदाचित शून्यता क़े इस विस्तीर्ण पथ पर उसे वैराग्य की अनुभूति हो रही हैँ जो उसके लिए उस पार का मार्ग प्रशस्त कर रही हैँ वैराग्य........
AMIT
कैसी ये तेरी माया है.. कैसे ये तेरे बंधन है..! जब तक ये सांसे चलती है.. बंदा करता केवल धन-धन है..! जिसने कर ली दुनिया मुट्ठी में.. तेरे द्वार पे वो भी निर्धन है..! जिस पर इतराते फिरते हैं.. मिट्टी का केवल यह तन है..! सब तेरी कराई करते हैं.. अपने बस में किस का मन है..! क्या पाप-पुण्य..क्या सत्य कर्म.. तू सबको दिखाता दर्पण है..!! -------अमित #वैराग्य
Manmohan Dheer
वैराग्य मनःस्थिति है संशयों पर विजय है दर्शन गूढ़ समझना ही पीड़ाओं पर जय है . वैराग्य
मेरे ख़यालात.. (Jai Pathak)
मन जो संसार मे आसक्त होता ही जाये तो समझ लेना तुम्हारे मन की संरचना हाड़-मांस के जैसी हो रही है जो प्रत्येक पल कुछ नया चाहता है और अगर तुम्हे यह भान किसी के बताये बिना स्वयं ही हो रहा है तो फिर समझ लेना कि एक नयी क्रांति तुम्हारे भीतर जल्दी ही घटने वाली है और यह क्रांति कुछ और नहीं केवल "वैराग्य" को जन्म देगी । ©मेरे ख़यालात.. (Jai Pathak) #वैराग्य
RAVINANDAN Tiwari
पाठ पढ़ा रहे असुर अमन का, काठ बता रहे कुसूर चमन का! कि आश्चर्य भी अब अनियमित हुआ... आठ बता रहे ना-नुकुर नयन का !!:) ©RAVINANDAN Tiwari #वैराग्य_कच्ची_सड़क #वैराग्य
Richa Dhar
मेरा मौन तुम्हें अब क्यों परेशान कर देता है ये उपहार तुमने ही तो दिया है। अब लाख गले लगा लो तो भी कुछ नहीं होगा मैंने अब वैराग्य धारण कर लिया है। ©Richa Dhar वैराग्य #sunkissed
Richa Dhar
मत करो मेरी प्रतीक्षा, मेरे अंदर नहीं बची अब कोई भी इक्षा मैं नहीं मिलूंगी किसी से अब देख लिया मैंने सब मत निकल पड़ना तुम दिवाकर में ही, मत ढूंढना मुझे प्रभाकर में भी। मैं नहीं मिलूंगी तुम्हें प्रातः,संध्या या रात्रि काल में, नहीं फसुंगी अब किसी जाल में। अब ये तिमिर ही मुझे अच्छा लगने लगा, ये मुझे मेरी परछाई से भी दूर रखने लगा समझ लिया मैंने अब सांसारिकता का ज्ञान, नहीं बचा मुझमें अब कोई भी अभिमान वैमनस्य का भाव सब खत्म हुआ, अब वैराग्य का जन्म हुआ मैंने सांसारिकता से मुख मोड़ लिया है मैंने अब वैराग्य धारण कर लिया है। ©Richa Dhar #Woman वैराग्य
Richa Dhar
बंधनों से मुक्त कर दो मुझे मैं उन्मुक्त हूँ चली जाऊंगी कहीं तुम्हारा मोहपाश जकड़ लेता है मुझे मेरा रास्ता और है मैं चली जाऊंगी वहीं मत बुलाया करो कहीं भी कैसे भी मुझे मेरा रास्ता वैराग्य है,रास्ता न भटक जाऊँ कहीं छोड़ दो मुझे,मत रोका करो मुझे मेरे जीवन का रास्ता कठिन है,तुम साथ निभा पाओगे नहीं ©Richa Dhar #feelings वैराग्य