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Suyash
इश्क के परिंदे आज फिर आसमान से जमीं पर आया , उलझा था जिंदगी में , पर तेरी याद फिर है साथ लाया !! इश्क के परिंदे आज फिर आसमान से जमीं पर आया उलझा था जिंदगी में , पर तेरी याद फिर है साथ लाया !! 🦅🕊️ #yqlove #suyashlovequotes #lovethoughts
MAHENDRA SINGH PRAKHAR
शेर:- हुए जब से सुनों बे-घर कहीं फिर घर नहीं मिलता । पता मिलता आशरा मिलता मगर घर नहीं मिलता ।।१ शेर:- बनी थी बेंटियाँ किस पर बताओ बोझ तुम लोगों । किया जिसने इन्हें बे-घर सजा दो अब उसे मिलकर ।।२ शेर:- बहन तेरी बहन मेरी बुरी फिर है नज़र किस की । बताओ आज इन परियों पे बला फिर है इधर कैसी ।।३ ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR शेर:- हुए जब से सुनों बे-घर कहीं फिर घर नहीं मिलता । पता मिलता आशरा मिलता मगर घर नहीं मिलता ।।१ शेर:- बनी थी बेंटियाँ किस पर बताओ बोझ तुम ल
Anjali Singhal
Jitesh soni ( Yash )
उस रिश्ते में मैं था... तुम थी... बस हम नहीं थे... . ©Jitesh soni ( Yash ) . जैसे कृष्ण और राधा का रिश्ता था या फिर है वैसे ही हमारा भी रिश्ता है बिल्कुल अधूरा सा उस रिश्ता में सब है बस हम नहीं है. राधे राधे मीरा
Ganesh Singh Jadaun
तेरा मुल्क है तो तुझे फिर है क्या डर बेकार में तू मरा जा रहा है पनाह तूने दी है, गद्दार ए वतन को उन्हीं की फ़िक्र में मरा जा रहा है #मजहब से होता गर #वतन प्यारा फिर क्यूं #वंदे_मातरम कहने में हलक गला जा रहा है ________©® गणेश सिंह जादौन तेरा मुल्क है तो तुझे फिर है क्या डर बेकार में तू मरा जा रहा है पनाह तूने दी है, गद्दार ए वतन को उन्हीं की फ़िक्र में मरा जा रहा है #मजहब
Balराम Sisauदिया
इस युग में जो तुम आये कान्हा , खुशी अगर है तो फिर यहीं है। जो तुम न आये तो क्या बताएं, है दुर्भाग्य मेरा तो फिर यहीं है। तुम्हारे प्रेम में पड़ा दीवाना, सभी मिले हैं पर तुम नहीं हो। घोर तप फिर करूँगा मैं तो, जान में जान हो या छोड़ दे फिर। है एक दावा ओ मेरे मोहन, जो तुम मिलोगे यहीं मिलोगे। kanha ka deewana इस युग में जो तुम आये कान्हा , खुशी अगर है तो फिर यहीं है। जो तुम न आये तो क्या बताएं, है दुर्भाग्य मेरा तो फ
Anjali Singhal
Seema Katoch
मन रे तू क्या खोजता है हर पल ये क्या सोचता है सब तो है पास बुझे ना तेरी प्यास भागे है अनवरत भटके किसकी आस मन रे तू क्या खोजता है हर पल ये क्या सोचता है रहता है डरा डरा क्यों है भरा भरा कोलाहल है हरदम शांत हो अब ज़रा.. मन रे तू क्या खोजता है हर पल ये क्या सोचता है तू है सब जाने भला बुरा पहचाने फिर है ढूंढे क्यों रोज़ नए बहाने मन रे तू क्या खोजता है हर पल ये क्या सोचता है मन रे तू क्या खोजता है हर पल ये क्या सोचता है सब तो है पास बुझे ना तेरी प्यास भागे है अनवरत भटके किसकी आस
M.K.Arya...वज़ा
किसी तरहा तेरे दिल मे उतर जाने की ज़िद मेरी हमें किस मोड़ पर लायी ज़रा देखो ज़रा देखो। दिलों में दर्द का माहौल बाहर आग की लपटें बजे किस राग शहनाई ज़रा देखो ज़रा देखो जो पौधे प्यार के मिलकर कभी हमने लगाए थे है अब किस तरहा मुरझाई ज़रा देखो ज़रा देखो। गई तूँ छोड़ के मुझको हमेशा के लिए तो फिर है पीछे किसकी परछाई ज़रा देखो ज़रा देखो। वज़ा कुछ भी नहीं मिलना किसी के इश्क़ में मर के सभी होते है हरजाई ज़रा देखो ज़रा देखो। किसी तरहा तेरे दिल मे उतर जाने की ज़िद मेरी हमें किस मोड़ पर लायी ज़रा देखो ज़रा देखो। दिलों में दर्द का माहौल बाहर आग की लपटें बजे किस राग शहन