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venkatesh rai
जन्नत से भगवान आये हैं कोई फूलों से सजा दो इन राहों को मेरे बचपन के आज यार आने वाले हैं।। ©venkatesh rai #दोस्त #शायरी #बचपन
Chandan Roy
ना कुछ पाने की आशा ना कुछ खोने का डर बस अपनी ही धुन, बस अपने सपनो का घर काश मिल जाए फिर मुझे वो बचपन का पहर ©Chandan Roy शायरी बचपन का प्यार..
शायरी बचपन का प्यार..
read moreMuskan (MJ)
बचपन कहां गए वो दिन जब हम छिप्पम छिपाई खेला करते थे लड़ आते थे हम भी पड़ोस में लड़कर जल्द मान भी जाया करते थे क्योंकि इस लड़ाई में हम छल कपट का पाठ नहीं पढ़ा करते थे जेब हमारे खाली होते थे लेकिन हाथ चॉकलेट से भरे रहते थे कहां गए वो दिन जब हम अपना हो पराया सभी के साथ खेला करते थे ©Muskan (MJ) #nojotohindi #शायरी #बचपन_की_यादें #Nojoto
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read moreDev Sharma
बचपन और मेला होने दो तमाशा हमारी भी ज़िन्दगी का हमने भी बचपन के मेलो में खूब तालियां बजाई हैं,,, #शायरी #बचपन #मेला #तमाशा #ज़िन्दगी
शायरी बचपन मेला तमाशा ज़िन्दगी
read moreAjay Nema
बचपन और पॉकेटमनी कुछ अपने हिस्से के नन्हे नन्हे चाँद बचा रक्खे हैं मैंने जो बचपन में मुझपे वारे थे मेरी माँ ने -अजय नेमा #Pocketmoney #नन्हे नन्हे चाँद#कविता#शायरी#बचपन
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read moreSnehaD Gupta ( writer)
बचपन और क्रिकेट वो बचपन का भी क्या जमाना था, हाथों लकड़ी का बैट और दिल क्रिकेट का दिवाना था। हर गली मे बच्चे खुद को एक वेहतरीन खिलाड़ी समझते थे। ना खाने पीने का होश, ना ढंग से कभी नहाना था। सुबह उठ कर जैसे तैसे, बस खेल के मैदान जाना था। छक्के चौके यूँ लगाते थे हम, जैसे आज नहीं घर जाना था। हर गली, हर नुक्कड़ में सब हमारे खेल का दिवाना थे। वो बचपन का भी क्या जमाना था, हाथों लकड़ी का बैट और दिल क्रिकेट का दिवाना था। स्नेहा गुप्ता #Cricket #कविता #यादें #कहानी #कला #विचार #शायरी #बचपन
Shailendra Singh Yadav
तेरी गोदी में चढ़कर बचपन याद आया। तेरी सुकून भरी छाँव तले लड़कपन याद आया। शायरः-शैलेन्द्र सिंह यादव #NojotoQuote शैलेन्द्र सिह यादव की शायरी बचपन याद आया।
शैलेन्द्र सिह यादव की शायरी बचपन याद आया।
read moreSwati Mahendra Jadhav
बचपन में लगता है, जिंदगी है खूबसुरत,.. जैसे जैसे बचपन झुठता है.. तो समझ आती है जिंदगी की असलियत... ©Swati Mahendra Jadhav #शायरी #बचपन बचपन ही सच में खूबसुरत होता है..