Find the Latest Status about संरचना from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, संरचना.
अदनासा-
KP EDUCATION HD
KP EDUCATION HD video recording HD video recording HD video recording HD ©KP EDUCATION HD 🌹🌹🌹🌹👉आवेदन करने के लिए आपको यह सब जानने की आवश्यकता है! 👇👇👇👇👇👇 अवलोकन 👇👇👇👇👇👇 संगठन: बैंक ऑफ बड़ौदा (बीओबी) 🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳 पद का नाम: वरि
KP EDUCATION HD
KP NEWS HD video editing apps for Android ©कंवरपाल प्रजापति टेलर किसी प्रतिष्ठित संगठन में नौकरी सुरक्षित करने का यह अवसर न चूकें। सभी आवश्यक विवरण जानने के लिए आगे पढ़ें। डाकघर भर्ती 2023: ग्रामीण डाक से
KP EDUCATION HD
KP STUDY HD video editing apps for Android mobile ©KP STUDY HD इस अवसर और आवेदन करने के तरीके के बारे में नीचे और जानें। भारतीय खेल प्राधिकरण भर्ती 2023 का मुख्य विवरण: पद का नाम: लेखा अधिकारी कुल रिक
Ravendra
Anil Ray
हाथ में लेकर प्रकाश खोज रहा हूँ मानवता को अब जाति-धर्म के विभेद में, कही खो गयी है। सत्य, प्रेम, बंधुत्व एवं परोपकार नही है समीप किस दिशा में देखूं मानवता! दूर चली गयी है। ©Anil Ray ⭐🌟 ✨मानवता है धर्म हमारा✨ 🌟⭐ निज दीपक बनकर अनिल! करो खुद की खोज अनुसंधान ऐसा हो, मानवता में रहे हमेशा मौज। वसुंधरा पर चिरस्थापित हो मानव
Nisheeth pandey
मैं और मेरी चित्रण कला की यात्रा ............. मैं बहुत ख्यालों से खेलता हूँ, मेरे मन की यह उन्माद अच्छा लगता है, मेरे चित्रपटल में मेरे ख्याल वीचित्र हैं, रेखाओं के बीच तेजी से बहना, तुलिकाओं के माध्यम से यात्रा करना, यदि आप का ध्यान मेरी ओर ठहर जाए तो आप डूबने लगते हैं मेरे ख्यालों में , और यदि आप संमोहित हो जाते हैं मेरे रंगों में , तो आपकी व्यथा अवर्णनीय हो जाता है! आत्मा का रंग रेखाओं के बाहर एक कैनवास पर थम गया है, एक ख्यालों का किरदार जो अपने उचित स्थान से भटक गया है, अगर वो फिर मिल जाएं, यकीनन वो अपनी आत्मा में से कुछ फेंक देगा आकाश को समुंदर को जमीन को... मैं कैनवास में शब्दों को ढूंढने वाला रंगों को शब्दों में पिरोना पसंद करता हूँ, चित्र के बीच छुपा कविता, कल्पना और अनन्त आकाश की कल्पना में स्वंम को ढूंढना । जब कैनवास पर चित्रण कर पढ़ता हूँ , तो प्रेमिका सी उसकी सुंदरता बढ़ती है, बहते रंग मदिरा सी मदहोश करती है। और मेरी आत्मा आकृति बन नृत्य करती है, और उसकी चमक अलौकिक हो जाती है मुझे कोई प्रकृति की सुंदर संरचना सी प्रतीत होती है.... यकीनन सुनो आप भी ऐसे ही मुझे दिखते हो... #निशीथ ©Nisheeth pandey मैं और मेरी चित्रण कला की यात्रा ............. मैं बहुत ख्यालों से खेलता हूँ, मेरे मन की यह उन्माद अच्छा लगता है, मेरे चित्रपटल में मेरे
GRHC~TECH~TRICKS
प्रथम संस्कार ******************* हे समस्त पृथ्वी पर समस्त धर्मों के परमत्तव अंशों। आपकी सोच से हर इंसान का प्रथम संस्कार को, अपनी दृष्टि से आपकी अलग-अलग संरचना हैं। ये केवल इस पृथ्वी पर अहम्,वहम और अज्ञान , होने का पुर्ण स्वरूप भी है- आपमें? जानिएगा कैसे? जब से सृष्टि की उत्पत्ति हुई है ,तब से अब तक और आगे भी भविष्य में जब- तक सृष्टि का स्वरूप रहेगा। सभी धर्म के मानव का प्रथम संस्कार लुप्त नहीं होगा। ज्यों का त्यो था भी ?और रहने वाला भी है? आन्तरिक पृवति के रूप में ये और आज जो इसे लुप्त हुआ?मानते होतो आप ? हे परमत्तव अंश ये केवल बाहरी पृवति का मुढ़ भाव है? आपका हमारा संस्कार लुप्त नहीं हो गया /जाता है। क्या है वास्तविक में हमारा प्रथम संस्कार? करुणा और दया के संगम से मिलकर बना हुआ होता है। गर्भजन्म के साथ से ही अंतिम पल तक साथ चलता । ये संस्कार भी इस संसार में हर धर्म में। इस पृथ्वी पर हर धर्म का मानव का यह प्रथम संस्कार है। जिसमें करूणा -पिता का प्रतीक है । और दया- माता प्रतीक है । इसलिए दोनों के संयोग को ही इस समस्त ब्रह्माण्ड में । भगवान का स्वरूप भी कहा जाता है इस संसार में । हर धर्म और हर जाति में ,समस्त पृथ्वी वासियों। अब बताओ आप प्रथम संस्कार लुप्त हुआ है। (हां या नहीं) इस संसार में से आपकी सोच से हे परमत्तव अंश । ©GRHC~TECH~TRICKS #grhctechtricks #New #Reels #viral #HumptyKavya #Ne #Trading #reading
N S Yadav GoldMine
{Bolo Ji Radhey Radhey} मौसी माँ मंदिर :- 💮 रामेश्वर देउला ओडिशा के भुवनेश्वर में लिंगराज मंदिर से लगभग 2 किमी दूर स्थित है। मंदिर भगवान शिव के सम्मान में बनाया गया था। मंदिर को मौसी मां के नाम से भी जाना जाता है। यह एक पूजनीय मंदिर है और इसलिए विभिन्न स्थानों से भक्त देवता की पूजा करने आते हैं। मंदिर को रामेश्वर नाम मिला क्योंकि इसे भगवान राम ने भगवान शिव के लिए स्थापित किया था। मंदिर इतिहास और मंदिर किंवदंती :- 💮 मंदिर का इतिहास 9वीं शताब्दी का है। किंवदंती के अनुसार, जब भगवान राम लंका के राजा रावण को हराकर अयोध्या लौट रहे थे, तो देवी सीता ने भगवान राम से एक शिव लिंग स्थापित करने के लिए कहा क्योंकि वह भगवान शिव की पूजा और धन्यवाद करना चाहती थीं। इसलिए, भगवान राम ने एक शिव लिंगम का निर्माण किया। मंदिर को रामेश्वर के नाम से जाना जाता है क्योंकि यह भगवान राम द्वारा स्थापित किया गया था। मंदिर वास्तुकला :- 💮 रामेश्वर मंदिर की वास्तुकला प्राचीन कलिंग शैली से संबंधित है और इसे रेखा क्रम के रूप में वर्गीकृत किया गया है। इसमें ओडिसी कला और परंपरा की कई विशेषताएं भी हैं। मंदिर एक बलुआ पत्थर की संरचना है। अन्य मंदिरों के विपरीत इसमें कई विभाजनों का अभाव है। मंदिर में एक अतिरिक्त पीठा संरचना है जो स्वतंत्र रूप से खड़ी है। रामेश्वर मंदिर का मुख पूर्व की ओर है और इसलिए सूर्य की पहली किरण मंदिर पर पड़ती है। 💮 मंदिर एक एकल हॉल से युक्त है जिसमें एक लंबा पिरामिड शिखर है। इसमें कई तह हैं और आकर्षक डिजाइनों के साथ इसे उकेरा गया है। एकल हॉल में मुख्य देवता हैं। शिव लिंगम काले पत्थर से बना है। 0.35 मीटर लंबा शिव लिंग एक योनि पीठ पर रखा गया है और यह क्लोराइट से बना है। देवी दुर्गा की एक छवि भी देखी जाती है। त्यौहार और समारोह :- 💮 मंदिर में मनाया जाने वाला सबसे महत्वपूर्ण त्योहार महा शिवरात्रि, मकर संक्रांति, कार्तिकी पूर्णिमा और दिवाली है। परंपरागत रूप से, भगवान लिंगराज एक बड़े रथ पर रामेश्वर देउला मंदिर में आते हैं, जिसे रुकुना रथ के नाम से भी जाना जाता है और अशोकष्टमी के दौरान चार दिनों तक रहता है, जो चैत्र महीने में राम नवमी से एक दिन पहले पड़ता है। कैसे पहुंचा जाये :- ट्रेन द्वारा: निकटतम रेलवे स्टेशन भुवनेश्वर है। ©N S Yadav GoldMine #MothersDay {Bolo Ji Radhey Radhey} मौसी माँ मंदिर :- 💮 रामेश्वर देउला ओडिशा के भुवनेश्वर में लिंगराज मंदिर से लगभग 2 किमी दूर स्थित है। मं
Dheeraj motivation
Connect with me on Nojoto: https://nojoto.onelink.me/Wxeg/37dt1dug Install Nojoto | Free App 😍 बोलो अपने दिल की बात 👇👇👇 5,000,000+ कहानियाँ, कवितायेँ, अनुभव, राय India's Number 1 App ©Dheeraj Kumar #trend कविता भाषा में होती है, इसलिए भाषा का पूर्ण ज्ञान आवश्यक है। भाषा प्रचलित एवं सहज हो व संरचना ऐसी हो जो पाठकों को नई लगे।