Nojoto: Largest Storytelling Platform
    PopularLatestVideo

Balram Bathra

हाथों से फिसलती रही जिंदगी.,
हम तमाशबीन की तरह देखते रहे..

©Balram Bathra #तमाशबीन

harshit tyagi

व्यवहारकुशल बने रहे #Life

read more
मनुष्य का अमूल्य धन
उसका व्यवहार है
इस धन से बड़कर
संसार में कोई और धन नहीं
पैसा आता है चला जाता है
पैसा आपके हाँथ में नहीं है
 पर व्यवहार आपके हांथों में हैं ।

©harshit व्यवहारकुशल बने रहे

Anukaran

दोस्त बने रहे....

read more
दोस्त बने रहे, इतना बहुत है,
ज़िंदगी के सफ़र में कभी काम आ जाएं,
इतना बहुत है,
हम रहे या ना रहे,
अगर हमारी बातों को याद कर के,
आप थोडा सा मुस्कुरा जाएँ,
इतना बहुत है,
दोस्त बने रहे इतना बहुत है। #NojotoQuote दोस्त बने रहे....

Deepak Dilwala

तमाशबीन

read more
  तमाशबीन

Mohd Kamruzzama

सहनशील बने सभी लोग #विचार

read more
mute video

Vikas Deep Sharma

सकारात्मक बने रहे #Navratra2021

read more
mute video

Parasram Arora

तमाशबीन जवानी......

read more
हिंदुस्तान  की  जवानी  तमाशबीन  हैं
हम देखते रहते हैं  
खडे  होकर 
जीवन का जैसे  कोई जुलुस  जा  रहा हैं
रुके हैं   देख रहे हैं .. कुछ भी हों रहा हैं
शोषण हों रहा हैं.. जवान खड़ा हुआ देख रहा हैं
अन्याय  हों रहा हैं.. जवान खड़ा हुआ देख रहा हैं
बेवकूफीया हों रही जवान  देख रहा हैं
बुद्धिहिनों  के नैतृत्व में  सक्ता जा रही  लेकिन
जवान सिर्फ चुपचाप  देख रहा हैं

©Parasram Arora तमाशबीन   जवानी......

Gautam_Anand

मैं सवेरा देख कर भी दिन को रात कहता रहा
संस्कार के नाम पर कई मनमानियाँ सहता रहा

झूठ की नुमाइश करता रहा वो शहद में घोल कर
फेर ली सबने नज़र मैं जब भी सच कहता रहा

बड़े अदब के लोग थे एक तहज़ीब का हथियार था
विरुद्ध उठे हर सवाल का अदब से क़त्ल करता रहा

इक अना में कैद थी इस घर की खुशियाँ तमाम
दिल संकीर्ण होता गया कद उसका बढ़ता रहा

बुलंदियों की फ़िक्र में जड़ों से उखड़ गया था वो
घर समझ रखा था जिसको मकान वो ढहता रहा

जिन हाथों ने थामी थीं रिश्तों की सब डोरियाँ
वो तमाशबीन बन गए घर यूँही बिखरता रहा #अभिशप्त_वरदान #तमाशबीन

DurgSingh Rajpurohit

सर पर चढ़कर बोल रहे हैं, पौधे जैसे लोग, पेड़ बने खामोश खड़े हैं, कैसे-कैसे लोग.....!!

read more
सर पर चढ़कर बोल रहे हैं, पौधे जैसे लोग,

पेड़ बने खामोश खड़े हैं, कैसे-कैसे लोग.....!! #NojotoQuote सर पर चढ़कर बोल रहे हैं, पौधे जैसे लोग,

पेड़ बने खामोश खड़े हैं, कैसे-कैसे लोग.....!!

Pushpa Sharma "कृtt¥"

तमाशबीन बने फिरते हैं लोग यहाँ,
और ख़ुद की ज़िन्दगी
को तमाशा बना देते हैं। ✍️🌺

©Pushpa Sharma #Relationship #तमाशबीन #तमाशा
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile