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SURAJ आफताबी
गन्ने से मीठे - मधुर संवादों को प्रेमग्रंथ की सूक्तियों के सरल अनुवादों को अथ से अंत तक नया निरूपण देना होगा मैं कवि हूँ , मुझे शब्दों की छैनी से हर क्षण तुम्हें अलग रूपण देना होगा ! तुम्हारी सूनी पावन सिंदूररेखा को आँसुओं के भाप से निर्मित स्याह मेघा को सीप में बंद मोती की भाँति मुकुट में सजाना होगा मैं कवि हूँ , मुझे वेदनाओं की स्याही से हर काव्य उक्ति में गीत कोई तुम्हारा ही लिखना होगा ! सप्तपदी के सात वादों को माथे की बिंदी के सुरीले शंखनादों को रथ बना कृष्ण सा इक सारथी बनना होगा मैं कवि हूँ , मेरे छंदों के बँधन से तुम्हारे विश्वास की हर कोंपल को भी बँधना होगा ! कविता 😊 अथ- शुरुआत निरूपण- परिभाषा रूपण- design #yqbaba #yqdidi #कविताएँज़िंदारहतीहैं
कविता 😊 अथ- शुरुआत निरूपण- परिभाषा रूपण- design #yqbaba #yqdidi #कविताएँज़िंदारहतीहैं #yqhindi #bestyqhindiquotes #surajaaftabi
read moreAlok Vishwakarma "आर्ष"
एक बार की बात है सुनना, श्रोता अभी बताऊँ धरती चँदा वार्ता की, कविता रच तुम्हें सुनाऊँ शुभग रात थी विस्मय की, धरती की उचटी नींद रात्रि मुख पर दमका चँदा, सूर्य दीप्ति से भींज पृथ्वी बोली बोल चाँद, क्यों रातों को जगते हो रवि के भास उजाला दे कर, जन-जन को ठगते हो चाँद एक टक शीतल बन, बोला विस्मय को तोड़ो पृथ्वी मेरी बहना यह, असमय का भाषण छोड़ो देखो प्राणी जगत जीव कुछ, रात्रि में भी निकलते हैं प्रकाश हीन पथ में सब जन, मेरे आलोक विचरते हैं तप्त तुम्हारे भूमण्डल को, मुझसे तृप्ति मिलती है विभावरी के उपवन में, संग रात की रानी खिलती है "धरती और चाँद" एक प्रेमपूर्ण वार्त्तालाप का काव्यात्मक निरूपण... #alokstates #yqbaba #yqdidi #essentiallydeep #hindipoetry #lovepoetry #nig
"धरती और चाँद" एक प्रेमपूर्ण वार्त्तालाप का काव्यात्मक निरूपण... #alokstates #yqbaba #yqdidi #essentiallydeep #hindipoetry #lovepoetry nig #Night #earthandmoon
read morePushpvritiya
समय-समय पर विचारकों के सांचे आएं..... वो ढली...आकारित हुई....और आंकी गई....इसी निरूपण में.... सबके द्वारा...स्वयं से भी..... @पुष्पवृतियां . . ©Pushpvritiya समय समय पर विचारकों के सांचे आएं.....वो ढली...आकारित हुई....और आंकी गई....इसी निरूपण में....सबके द्वारा...स्वयं से भी..... @पुष्पवृतियां
समय समय पर विचारकों के सांचे आएं.....वो ढली...आकारित हुई....और आंकी गई....इसी निरूपण में....सबके द्वारा...स्वयं से भी..... @पुष्पवृतियां
read moreN S Yadav GoldMine
{Bolo Ji Radhey Radhey} श्री भागवत जी में सत्य धर्म का निरूपण किया गया है, परम् सत्य को बताया गया है, भागवत एक पका हुआ फल है। ©N S Yadav GoldMine {Bolo Ji Radhey Radhey} श्री भागवत जी में सत्य धर्म का निरूपण किया गया है, परम् सत्य को बताया गया है, भागवत एक पका हुआ फल है।
{Bolo Ji Radhey Radhey} श्री भागवत जी में सत्य धर्म का निरूपण किया गया है, परम् सत्य को बताया गया है, भागवत एक पका हुआ फल है। #जानकारी
read moreAlok Vishwakarma "आर्ष"
Not Out Of Words, Do Still Pour Many That Best Express Us, Just Can't Find Any शब्द कई सारे हैं पर तलाश तो उन शब्दों की है जो मेरी शब्दिता के सौंदर्य का शाब्दिक निरूपण करने में पूर्णतया समर्थ हों.. 💝 #महकतेपल #words #i
Divyanshu Pathak
राधा- प्राण तत्व है, कृष्ण- के जीवन का! प्रकृति का भी। जब तक साथ रहे, माधुर्य की वर्षा होती, विरह दिए तो युद्ध सहे। धारा का विपरीत प्रभाव, राधा बनकर प्रेम बनता। परिस्थितियों की धारा से, बाहर निकलने का नाम ही राधा है। #पाठकपुराण की ओर से आप सभी को #राधाष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएं। श्री कृष्ण के जीवन का एक ऐसा पात्र है जो उनके आनंद स्वरूप और लीलाओं का साक्ष
#पाठकपुराण की ओर से आप सभी को #राधाष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएं। श्री कृष्ण के जीवन का एक ऐसा पात्र है जो उनके आनंद स्वरूप और लीलाओं का साक्ष
read moreJaggi Charuta
Charudatta thorat nashik *समस्थ दत्तभक्त महाराष्ट्र सेवक* charudatta thorat *काळारामभक्त चारूदत्त मंदिर पंचवटी* https://youtube.com/@Cha #loveshayari
read moreकवि राहुल पाल 🔵
मूक जीव की हत्या को जन बड़े चाव से खाता है .. शीर्षक :- मासूम जानवर लेखक /स्वर -कवि राहुल पाल ************************ मासूम जानवरो की हत्य #कविता #nojotohindi #nojotovideo #myvoice #nojotonews #RIPHUMANITY #KRP #HumBolenge
read moreकवि राहुल पाल 🔵
मासूम जानवर -2 ★●★●★●★●★●★●★●★●★●★●★ इन मासूम जानवरों की हत्या को है बलि का नाम दिया । धर्म रूप में लिपटे मानव ने है अधर्म का काम किया ।। जब मानव हत्या होती है,तब शासन भी हिल जाता है , इन मूक जीव की हत्या को जन बड़े चाव से खाता है ।। बिन हत्या जो सब कुछ अपना तुमको अर्पण करते है । साथी सहभागी प्रकृति में जो साम्य निरूपण करते है ।। बाल,खाल,मांस और हड्डी तक भी जिनकी हमने बेची है । क्या ये मासूम जीव भी हमपर कभी दोषारोपण करते है ।। पर आरोप लगाता है मानव कि ये आत्मरक्षा कहलाता है । अपना असितत्व बचाये क्यों वहशी संज्ञा मिल जाता है ।। बलि देते हो या फिर भूखे हो,या दावन ,दैत्य निशाचर हो । मानव ही हो यह ज्ञात करो या तुम असुर धर्म के अनुचर हो !! दामन से लहूँ टपकता है जिस वसुधा को जननी कहते हो । क्या तुम विश्व पटल के अज्ञानी हो या चेतन रूपी खच्चर हो ।। तनिक जरा तुम ये भी सोचो प्रकृति को "राहुल" क्या दिया है । अपने ही स्वार्थ के हो वशीभूत हर उसका हर श्रृंगार लिया है ।। मानव होकर मानवता का क्यो न हम आज वृक्षारोपण करे । पतन भी फिर हो जाए असम्भव हम कुछ ऐसा प्रयत्न करें ।। गर इन बातों तुम्हे कष्ट हुआ बस नादान समझ कर क्षमा करें । अगर पंक्ति समझ मे न आयें तो दोबारा कविता का पाठ करें ।। #animal #मासूम_जानवर मासूम जानवर -2 ★●★●★●★●★●★●★●★●★●★●★ इन मासूम जानवरों की हत्या को है बलि का नाम दिया । धर्म रूप में लिपटे मानव ने है
#Animal #मासूम_जानवर मासूम जानवर -2 ★●★●★●★●★●★●★●★●★●★●★ इन मासूम जानवरों की हत्या को है बलि का नाम दिया । धर्म रूप में लिपटे मानव ने है #Nojotochallenge #nojotopoetry #nojotohindi #nojotoquotes #nojotoapp #nojotonews #nojotohindishayari
read moreVishw Shanti Sanatan Seva Trust
श्रीमद्भागवत महापुराण: दशम स्कन्ध: तृतीय अध्याय: श्लोक 1-12 का हिन्दी अनुवाद भगवान श्रीकृष्ण का प्राकट्य श्री शुकदेव जी कहते हैं- परीक्षित!
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