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शरद सम्भली

बफा ए सावन #शायरी

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हँसता रहा जमाना मेरे अंजाम ए इश्क़ पर,
बस एक सावन ही था जो मेरे साथ साथ रोया l

©Sharad Kumar Faltu बफा ए सावन

CK JOHNY

सफ़र-ए-हयात

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हैरत होती है मुझे अक़्ल-ए-अक्लमंदों पर
ख़ुदा को भूल कर मशगूल हैं काम धंधों पर।
ये भी भूल गए कि सफऱ-ए-जिंदगी है महज़
कंधों से जमीं तक और जमीं से कन्धों पर। सफ़र-ए-हयात

रघुराम

खल्वत ए हयात

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Babu Qureshi

#शरीक-ए-हयात #शायरी

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दिल खेलने की चीज़ है जो मन अपना बहलाने चले आये

उधार की ज़िंदगी है यार हक इस पर भी जताने चले आये

नफरतें तो अलग चीज़ हैं लोग मोहब्बत से भी मार डालेंगे

इलाही तेरी दुनिया में अब ये कैसे कैसे बहाने चले आये

किस किस तरह का फरेब लोग करते रहते हैं

जीते जी तो पूछा नहीं मरने के बाद कब्र सजाने चले आये

खुदा दिलों में बसता है तो लोग दिलों को तोड़ कैसे देते हैं

जज्बातों की दुनिया में ये कैसे कैसे ज़माने चले आये

ये दस्तूर - ए - दुनिया तू बदल क्यों नहीं देता

उम्रभर की अदावत उन्होंने अब वो रिश्ते निभाने चले आये

बस उन्हें ही थी मोहब्बत और वो ही ढ़ूंढ़ते फिरे मुझे

कब्र पर आकर बस इतना कहा मुझे छोड़कर किस बहाने चले आये

शायर - बाबू कुरैशी #शरीक-ए-हयात

Ankit Paliwal

आब-ए-हयात

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बाद मुद्दत इश्क़ मेरा आबाद हुआ है ।
बड़ी शिद्दतों से मोहब्बत का आगाज हुआ है।
बढ़ चुकी है धड़कनें बेतहाशा,
बड़ा दिलनशीं अंदाज हुआ है।
फिर ज़िंदा हो उठी है, बदहवास ज़िन्दगी।
आब-ए-हयात सा तेरा मिज़ाज़ हुआ है।

written by Ankit Paliwal आब-ए-हयात

रघुराम

हयात ए अहद।

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ZAARA

#ऐहसास-ए-हयात

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एक टूटा हुआ सितारा

आब-ए-हयात #शायरी

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कुछ भी कारगर ना रहा तब उस कम्भख्त ने क़त्ल करने के लिये ज़हर का सहारा लिया 
वो भी नाकाम हो कर रहे  गया जब मेरे ख़ुदा ने मुजे आब-ए-हयात से नवाज़ दिया 




आब-ए-हयात=अमृत, nector आब-ए-हयात

Shoaib Akhtar

दौर ए हयात

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याद रहेगा दौर ए हयात
हमको
क्या खूब तरसे है 
एक शक्स के लिए।। दौर ए हयात

Prem Narayan Shrivastava

राह ए तलब मैं भी कितना बदनाम हुआ अपनी शराफत से भी अनजान हुआ

बरसों की दोस्ती का अंज़ाम इक तमाशा हुआ आपसे दोस्ती का हस्र वीरान हुआ

सोचा था किसी रोज दिल से मिलेंगे आपसे मेरी दोस्ती का चलन हैरान हुआ

दिल में तेरी याद का कांटा चुभ गया था उसे निकालने में मैं खुद बदनाम हुआ

तू भी मंज़िल ए हयात से आगे निकल गया मुझे भी दिल जला के नुक़सान हुआ

    🐱मेरी स्वरचित प्यारी ग़ज़ल मंज़िल ए हयात🐱

©Prem Narayan Shrivastava #मंज़िल ए हयात

#RailTrack
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