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OMG INDIA WORLD
तुझे देखता हूँ तो ये समझ नहीं आता की मैं आसमान में हूँ या फिर.... चाँद जमीन पर उतर आया है...!! 🍀🌼🍀 ©OMG INDIA WORLD #OMGINDIAWORLD तुझे देखता हूँ तो ये समझ नहीं आता की मैं आसमान में हूँ या फिर.... चाँद जमीन पर उतर आया है...!! 🍀🌼🌼🍀
#OMGINDIAWORLD तुझे देखता हूँ तो ये समझ नहीं आता की मैं आसमान में हूँ या फिर.... चाँद जमीन पर उतर आया है...!! 🍀🌼🌼🍀 #शायरी
read morePrem Nirala
मेरी आँखों को आँसू छिपाना कहाँ आया मेरी रात सिसकियों में कट गयी, मुझे रोना कहाँ आया अक्सर वो प्यार करना भूल जाया करती थी मैं ठहरा शायर मुझे मोहब्बत छिपाना कहाँ आया शाम होते ही वो रोज़ ट्यूशन जाया करती हैं मुझे लफंगों की तरह उसका पिछा करना कहाँ आया मेरे चर्चे उसके घर से ज्यादा उसके सहेलियों के पास हैं मुझे एक उसके सिवा किसी और से बात करना कहाँ आया मैं रोज़ अपनी हाथों की लकीरों में तुझे देखता हूँ मुझे अपनी ही हाथों की लकीरें पढ़ना कहाँ आया तुझसे बात करने के लिए मुझे दूसरों को फोन लगाना पड़ता हैं तेरे पास फोन रहते हुए भी, मुझे फोन लगाना कहाँ आया prem_nirala_ मेरी आँखों को आँसू छिपाना कहाँ आया मेरी रात सिसकियों में कट गयी, मुझे रोना कहाँ आया अक्सर वो प्यार करना भूल जाया करती थी मैं ठहरा शायर मुझे
मेरी आँखों को आँसू छिपाना कहाँ आया मेरी रात सिसकियों में कट गयी, मुझे रोना कहाँ आया अक्सर वो प्यार करना भूल जाया करती थी मैं ठहरा शायर मुझे #prem_nirala_
read moreKavya Goswami
तुम पास मेरे बैठो तो जरा , मै दिल की सुनाऊँ दास्ता हम जिस्म जाँ से एक है, क्यूँ रहे नज़र का भी फासला... ( शेष कविता अनुशीर्षक में पढ़े...) तुम पास मेरे बैठो तो जरा , मै दिल की सुनाऊँ दास्ता हम जिस्म जाँ से एक है, क्यूँ रहे नज़र का भी फासला । बहके हुए है क़दम मेरे, बहकी हुई सी है
तुम पास मेरे बैठो तो जरा , मै दिल की सुनाऊँ दास्ता हम जिस्म जाँ से एक है, क्यूँ रहे नज़र का भी फासला । बहके हुए है क़दम मेरे, बहकी हुई सी है #yqbaba #yqdidi #youtubescreenshot
read moreEr.Rajeev "ऋतुज"
" ऐ दोस्त " ऐ दोस्त,तू ही जिंदगी है,तू ही रब है और तू ही आस्था है, तेरे बिन न कोई मेरा,न मैं किसी का और न कोई रास्ता है। तुझसे रूठकर भी न जानें क्यों आज तक न रूठ पाया हूँ, तुझसे रूठता हूँ तो रब रूठता है, जानें ये भी कैसा वास्ता है। गले लगाता हूँ तुझे तो,जानें क्यों मेरा रब लग जाता है, तुझे देखता हूँ तो,अक्सर तुझमें मेरा रब मुस्कराता है। ©कच्ची कलम -"राख" " ऐ दोस्त " ऐ दोस्त,तू ही जिंदगी है,तू ही रब है और तू ही आस्था है, तेरे बिन न कोई मेरा,न मैं किसी का और न कोई रास्ता है।
" ऐ दोस्त " ऐ दोस्त,तू ही जिंदगी है,तू ही रब है और तू ही आस्था है, तेरे बिन न कोई मेरा,न मैं किसी का और न कोई रास्ता है। #Poetry #friends #truefeelings #friendshipdayspecial #friendshipforever
read moreKavya Goswami
तुम पास मेरे बैठो तो जरा, मै दिल की सुनाऊँ दास्ता हम जिस्म जाँ से एक है, क्यूँ रहे नज़र का भी फासला । बहके हुए है क़दम मेरे, बहकी हुई सी है ये हवा... ( please read full poem in Caption ) तुम पास मेरे बैठो तो जरा , मै दिल की सुनाऊँ दास्ता हम जिस्म जाँ से एक है, क्यूँ रहे नज़र का भी फासला । बहके हुए है क़दम मेरे, बहकी हुई सी है
basant Indra
तुझे पहले आंखो में सवारता था अब टूटे आइने के टुकड़ों में बिखरा देखता हूं ©B.R Sawan #Light तुझे देखता
Manmohan Dheer
ज़ुबां देखता हूँ मुल्क़ की फ़िज़ा देखता हूँ शरारतें मुहब्बत की अंदाज़ ए बयां देखता हूँ . तुम क्या देखते हो फ़र्क़ नही पड़ता मुझको मैं खुद को देखता हूँ देखते तुम्हें देखता हूँ . रिश्तों की बुनियादों की वो घिसी पिटी दास्तां दुहाई देते देखता हूँ फरियाद होते देखता हूँ . कसमें देखता हूँ वादे देखता हूँ इज़हार भी इंकार भी अक़्ल देखता हूँ फिर पत्थर पड़ते उस पे देखता हूँ . आ बदजुबानी कर ले मेरे साथ भी आजमा ले कहा न ज़ुबां देखता हूँ मुल्क़ कि फ़िज़ा देखता हूँ . धीर क्या देखता है क्या तुम देखते हो , देखा करो मैं तुम में खुद को देखता हूँ तुमको मैं होते देखता हूँ . धीर देखता हूँ
देखता हूँ
read moreRitik Verma the Swan
तुझे जब देखता हूँ... तुझे जब देखता हूँ तो खुद अपनी याद आती है, मेरा अंदाज़ हँसने का... कभी तेरे ही जैसा था। ©Ritik Verma the Swan तुझे जब देखता हूँ... तुझे जब देखता हूँ तो खुद अपनी याद आती है, मेरा अंदाज़ हँसने का... कभी तेरे ही जैसा था। #दर्द #coldnights
तुझे जब देखता हूँ... तुझे जब देखता हूँ तो खुद अपनी याद आती है, मेरा अंदाज़ हँसने का... कभी तेरे ही जैसा था। #दर्द #coldnights
read moreRamjaane Solanki
आँखों मे ख़्वाब लेके आसमान देखता हूँ पलकों को मूंद कर दो- जहान देखता हूँ कब कहाँ मेरा ख़ुदा मिल जाए बस यही अरमान देखता हूँ। आसमान देखता हूँ
आसमान देखता हूँ #शायरी
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