Find the Latest Status about भगवान चंद्र from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, भगवान चंद्र.
Vikas Sharma Shivaaya'
🚩🕉️🕉️🕉️🕉️🕉️🕉️🕉️🚩 🙌🚩🔱 मां जगदम्बे🔱 हमेशा हमारा -आपका मार्गदर्शन करती रहें..., 📖✒️जीवन की पाठशाला 📙 🙏बोलो मेरे सतगुरु श्री बाबा लाल दयाल जी महाराज की जय 🌹 मां दुर्गा का दूसरा स्वरूप: मां ब्रह्मचारिणी इस देवी ने भगवान शंकर को पति रूप में प्राप्त करने के लिए घोर तपस्या की थी- इस कठिन तपस्या के कारण इस देवी को तपश्चारिणी अर्थात् ब्रह्मचारिणी नाम से अभिहित किया गया..., मां दुर्गा की नवशक्ति का दूसरा स्वरूप ब्रह्मचारिणी का है-यहां ब्रह्म का अर्थ तपस्या से है- मां दुर्गा का यह स्वरूप भक्तों और सिद्धों को अनंत फल देने वाला है-इनकी उपासना से तप, त्याग, वैराग्य, सदाचार और संयम की वृद्धि होती है,ब्रह्मचारिणी का अर्थ तप की चारिणी यानी तप का आचरण करने वाली।?-देवी का यह रूप पूर्ण ज्योतिर्मय और अत्यंत भव्य है-इस देवी के दाएं हाथ में जप की माला है और बाएं हाथ में यह कमण्डल धारण किए हैं..., पूर्वजन्म में इस देवी ने हिमालय के घर पुत्री रूप में जन्म लिया था और नारदजी के उपदेश से भगवान शंकर को पति रूप में प्राप्त करने के लिए घोर तपस्या की थी- इस कठिन तपस्या के कारण इन्हें तपश्चारिणी अर्थात् ब्रह्मचारिणी नाम से अभिहित किया गया-एक हजार वर्ष तक इन्होंने केवल फल-फूल खाकर बिताए और सौ वर्षों तक केवल जमीन पर रहकर शाक पर निर्वाह किया...कुछ दिनों तक कठिन उपवास रखे और खुले आकाश के नीचे वर्षा और धूप के घोर कष्ट सहे- तीन हजार वर्षों तक टूटे हुए बिल्व पत्र खाए और भगवान शंकर की आराधना करती रहीं-इसके बाद तो उन्होंने सूखे बिल्व पत्र खाना भी छोड़ दिए-कई हजार वर्षों तक निर्जल और निराहार रह कर तपस्या करती रहीं-पत्तों को खाना छोड़ देने के कारण ही इनका नाम अपर्णा नाम पड़ गया.. , कठिन तपस्या के कारण देवी का शरीर एकदम क्षीण हो गया। देवता, ऋषि, सिद्धगण, मुनि सभी ने ब्रह्मचारिणी की तपस्या को अभूतपूर्व पुण्य कृत्य बताया, सराहना की और कहा -हे देवी आज तक किसी ने इस तरह की कठोर तपस्या नहीं की-यह तुम्हीं से ही संभव थी-तुम्हारी मनोकामना परिपूर्ण होगी और भगवान चंद्रमौलि शिवजी तुम्हें पति रूप में प्राप्त होंगे-अब तपस्या छोड़कर घर लौट जाओ-जल्द ही तुम्हारे पिता तुम्हें बुलाने आ रहे हैं... , मां ब्रह्मचारिणी देवी की कृपा से सर्वसिद्धि प्राप्त होती है- दुर्गा पूजा के दूसरे दिन देवी के इसी स्वरूप की उपासना की जाती है-इस देवी की कथा का सार यह है कि जीवन के कठिन संघर्षों में भी मन विचलित नहीं होना चाहिए.. श्लोक: दधाना करपद्माभ्यामक्षमालाकमण्डलू। देवी प्रसीदतु मयि ब्रह्मचारिण्यनुत्तमा॥ ध्यान मंत्र वन्दे वांछित लाभाय चन्द्रार्घकृत शेखराम्। जपमालाकमण्डलु धराब्रह्मचारिणी शुभाम्॥ गौरवर्णा स्वाधिष्ठानस्थिता द्वितीय दुर्गा त्रिनेत्राम। धवल परिधाना ब्रह्मरूपा पुष्पालंकार भूषिताम्॥ परम वंदना पल्लवराधरां कांत कपोला पीन। पयोधराम् कमनीया लावणयं स्मेरमुखी निम्ननाभि नितम्बनीम्॥ Affirmations: 56.कोई भी हाथ जो हमें स्पर्श करता है वह एक रोग मुक्त करने वाला हाथ है..., 57.मैं अपने शरीर के संदेशों को सुनता हूँ..., 58.मेरा शरीर, मन और आत्मा एक स्वस्थ टीम हैं..., 59.मै वह स्वीकार कर लेता हूं, जो मेरे लिए सर्वोत्तम है..., 60.मेरा घर एक शांतिपूर्ण जगह है..., बाकी कल ,खतरा अभी टला नहीं है ,दो गई की दूरी और मास्क 😷 है जरूरी ....सावधान रहिये -सतर्क रहिये -निस्वार्थ नेक कर्म कीजिये -अपने इष्ट -सतगुरु को अपने आप को समर्पित कर दीजिये ....! 🙏सुप्रभात 🌹 आपका दिन शुभ हो विकास शर्मा'"शिवाया" 🔱जयपुर -राजस्थान 🔱 ©Vikas Sharma Shivaaya' 🚩🕉️🕉️🕉️🕉️🕉️🕉️🕉️🚩 🙌🚩🔱 मां जगदम्बे🔱 हमेशा हमारा -आपका मार्गदर्शन करती रहें..., 📖✒️जीवन की पाठशाला 📙 🙏बोलो मेरे सतगुरु श्री बाबा लाल दयाल
Suraj Agade
काय बरे झाले असावे चंद्राला, का रडतोय तो घेऊन ढगांचा सहारा...?? त्यालाही असावे का कसले दुःख, की त्यालाही मग आठवणींचा सहारा.?? #चंद्र
कवी - के. गणेश
सुगंध तुझ्या सहवासाचा अंगणी माझ्या दरवळत राहतो.. पूनवेच्या चंद्राची शीतलता मी तुझ्या रुपात पाहतो..! चंद्र..
pratiksha's poem
रात्रीच फक्त दिसतोस तु.. मनातल्या मनात जणु हसतोस तु.. दु:खाच्या अंधाऱ्या रात्रीत तुझ्या सुखाचा प्रकाश असाचं राहु दे.. चमचमत्या चांदण्यात तुझं अस्तित्व आम्हाला नेहमी दिसु दे.. आणि आमचा लाडका चांदोबा म्हणुऩ तुझं स्थान आमच्या ह्रदयात असचं वसु दे.. #gif चंद्र...
Vishal Chavan
पौर्णिमा... डोळे भरुन बघून घेतो, सजलेलं चंद्रबिंब.. मन भरून जगतो, होतो आनंदात चिंब... पूनवेच्या चंद्रासम, सजू दे उपेक्षितांच आयुष्य.. अस्तित्वावर तलवार ज्याच्या, मिळो त्याला भविष्य... चंद्र शिंपण करत फिरतो, चांदणं वत्सल चंदेरी... चंद्र आहे हा विश्वास असुदे, आली रात्र जरी अंधारी.. अमावस्येला असतो तो, तुला तो विसरत नाही.. एक दिवस विश्रांती घेतो, विश्रांती घेतो; मरत नाही... 17-12-2021 Vishaal/Aadinaath ©Vishal Chavan चंद्र
उमा जोशी
मावळतीला जातोस तू उगवतीचा घेऊन निरोप चंद्र खेळतो मग आभाळी अंधाराचा त्यावर आरोप @गुज ©उमा जोशी #चंद्र
priyanka
चंद्र नभीचा या मनीचा क्षण सुखाचा गुजगोष्टी कराया तूज संगे एक माझा राया... चंद्र