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Ek villain
वर्तमान की तनावपूर्ण जीवन पद्धति ने मानव जीवन को अधिक संगत में और कष्ट बहुले बना दिया उसे शांति और आनंद से परिपूर्ण बनाने के लिए धर्म उपासना का मूल समझना आवश्यक है जिसकी जिंदगी के खाते में आराधना उपासना की जन्म पूरी नहीं होती वह अरबों खरबों का मालिक होते हुए भी दर्द है जो इस आध्यात्मिक के बैंकों में अपनी भक्ति स्तुति आराधना उपासना की पूंजी का निवेश करता है वह पूंजी कभी नष्ट नहीं होती गीता में कहा गया है जो देवताओं की उपासना करता है वह देवलोक में जाता है जो प्रति लोग की उपासना करता मैं पृथ्वी लोक में जाता है जो भूलोक का उपासक भूलोक में चाहता है और जो मुझे पूछता है वह मुझ को प्राप्त करता है ©Ek villain #ddlj उपासना का मूल्य
Shravan Goud
स्वार्थ शब्द का एक और अर्थ है, स्व+अर्थ यानी स्वयं का अर्थ लगाना। --अज्ञात स्वार्थ शब्द का एक और अर्थ है, स्व+अर्थ यानी स्वयं का अर्थ लगाना। --अज्ञात
स्वार्थ शब्द का एक और अर्थ है, स्व+अर्थ यानी स्वयं का अर्थ लगाना। --अज्ञात
read moreकलीम शाहजहांपुरी (साहिल)
उसकी रंगत है जैसे कोई खिलता गुलाब, उसकी बातों से टपके इल्हाम की बारिश.! ©कलीम शाहजहांपुरी (साहिल) शायरी ( इल्हाम का अर्थ होता है अल्लाह,ईश्वर का शब्द)
शायरी ( इल्हाम का अर्थ होता है अल्लाह,ईश्वर का शब्द)
read moreEr. Upasana
स्वाद बेशुमार है शरबतों में , मगर चाय सा सुकून ज़रा भी नहीं। उपासना उपासना
उपासना
read moreChetan Jaat
शब्द आत्मा है और उनके अर्थ उस आत्मा की अभिव्यक्ति, इसलिए शब्द और अर्थ दोनों का बोध अनिवार्य है । ©Chetan Jaat #notjo #शब्द #अर्थ #अभिव्यक्ति
#notjo #शब्द #अर्थ #अभिव्यक्ति #समाज
read moreKavita jayesh Panot
शब्द वही होते है वर्ण माला के, लेकिन वक्त के बदलाव के साथ , तार बदल जाते है। कभी सुख ,एहसास खुशी का दिला जाता है तो कभी वही सु और ख से सूखापन बन जाता है। जो एक नकारात्मकता का बोध है। कविता जयेश पनोत ©Kavita jayesh Panot #शब्द#भेद#वक्त#अर्थ
Hasanand Chhatwani
*सीमित शब्द हो और* *असीमित अर्थ हो...* *लेकिन इतना ही हो कि* *शब्द से न कष्ट हो...* #सिमित शब्द #असीमित अर्थ #
Ankur Mishra
उपासना करते हैं अराधना करते हैं माँ तुझे बारम्बार प्रणाम करते हैं लिखने को शब्द लाए कहाँ से जो व्यक्त करें तुम्हें शब्दों में लब खामोश जुबां मौन ही रखते हैं तेरे आगे हम सब नतमस्तक हैं व्याख्या करें क्या आपकी आपके त्याग की आप खुद को भूल गए हमारा भविष्य बनाने में ©Ankur Mishra #उपासना #worldpostday