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Stories related to 'अबला जीवन हाय तुम्हारी यही कहानी कविता'

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Misha Anand

#World_Water_Day #जीवन की यही कहानी

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बूंद बूंद है खुशियां यारा,
बूंद बूंद सी कहानी।
बूंद बूंद से सपने पूरे,
बूंद बूंद है पानी।।

बूंद बूंद की जिंदगानी,
जितनी जीवन की बातें मानी।
खामोशी है इस जीवन में
जैसे आंखों में झलका पानी।। #World_Water_Day #जीवन की यही कहानी

meena

#तुम्हारी बांहों में। # कहानी #सायरी कविता।

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बहुत सुकून🤗🙂❤️ है
ए जिंदगी❤️ तुम्हारी बांहों🤗🤝🤭 में।
भूल  😶न पाउगी।😘
उम्र 🙂😊भर  इस दिन को,बेहद करीब🥰😘👨‍❤️‍💋‍👨 थे उस पल राहो में।
बहुत सुकून ❤️🤭है ए जिंदगी ❤️तुम्हारी बांहों 🤗में।
तुम्हारी बांहों में।🤗🤗👨‍❤️‍💋‍👨

©meena #तुम्हारी बांहों में।

# कहानी #सायरी #कविता।

Geeta Sharma pranay

मै नारी अबला #कविता

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मै नारी अबला !
कैसे अपने आप को कह दूँ ?
बस! थोड़ा-सा सुख मैने क्या चाह लिया, 
सब के लिए मै कामचोर ही हो गई, ?
मै नारी अबला! 
हर क्षेत्र में मैं आत्म-निर्भर बनी, 
अपनी मेहनत से, 
कुछ देर थक कर क्या बैठी, 
मै तो सब के लिए आलसी ही हो गई? 
मै नारी अबला !
हर क्षेत्र में, 
कभी माँ, तो कभी पत्नी बनकर
मुझसे ही बार-बार अग्नि-परीक्षा
की लालसा होने लगी, 
बस! क्या यही जीवन हैं मेरा ?
मै नारी अबला! 
कैसे समाज के ठेकेदारों ने 
मुझ पर आरोप लगा दिया? 
मैरे द्वारा किया गया त्याग-तप 
को ही गलत ठहरा दिया ?
क्या मै बस भोग की वस्तु हूँ? 
मै नारी अबला! 
कैसे मैं खामोश हो जाऊ,, "
मै शर्मो-हय्या की प्रति-मुर्ति
क्या बन बैठी, 
मै तो स्वयं के लिए निर्बल हो गई? 
मै नारी अबला? 
कैसे मै सदियों से लगा कलंक 
अभी भी अपने मस्तक पर धारण करूँ ?
मैने आवाज़ क्या उठाई ,
तो सारे पुरुषत्व को ठेस लग गई ?
हाँ "हूँ मै अबला " 
बस!  अपनी ममता के आगे, 
और अपने दाम्पत्य जीवन व
घर-परीवार के आगे, 
तभी तो मैं माँ और पत्नी बनकर
सारी बुराई का ठीकरा अपने
ऊपर ले लेती हूँ |
मैं नारी अबला! 
कैसे अपने आप को कह दूँ ?
                 गीता शर्मा 'प्रणय'
             30.05.2020 मै नारी अबला #कविता

Sarvesh Rajput

जीवन कि यही कहानी है। Life poem

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Abhishek Trehan

जिस्म साथ रहता है, सांसें छूट जाती हैं
यादें साथ रहती हैं, बातें छूट जाती हैं
इस रंग बदलती दुनिया का भरोसा नहीं है
नीव महफ़ूज रहती है,इमारतें टूट जाती हैं।

इश्क में भी उनके गज़ब की कशिश है,
रोता कोई है, आखें किसी की सूज जाती हैं
गहरे पानी के जैसी मोहब्बत है अपनी
वादे याद रहते हैं, कसमें टूट जाती हैं।

बेहोशी की बातों की कोई कीमत नहीं है,
ख़ुमार उतर जाता है, कहानियां छूट जाती हैं
जाना है एक दिन सबको यहां से,
नाम मिट जाता है, निशानियां छूट जाती हैं।

 #जीवन #कहानी #बातें #यादें #कविता #शायरी #निशानी

Varishth Kumar

जीवन कैसे व्यापन करे??? जिन्दगी विचार कहानी कविता

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Parrkash Sarrma

जीवन की यही है कहानी आनी जानी ये दुनि #addiction #लव

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🍀🌼☘️🌸❤️🌼🌺🌼🌸❤️
"धीरे धीरे उम्र कट जाती हैं!
"जीवन यादों की पुस्तक बन जाती है !
"कभी किसी की याद बहुत तड़पाती है!
"और कभी यादों के सहारे जिंदगी कट जाती
है!
"किनारो पे सागर के खजाने नहीं आते!
"फिर जीवन में दोस्त पुराने नहीं आते !
"जी लो इन पलों को हंस के दोस्तो
"फिर लौट के दोस्ती के जमाने नहीं आते!!
Good evening 

🍀🌼☘️🌸❤️🌼🌺🌼🌸❤️

तेरे संग यारा - https://goo.gl/9tSU88

©Parrkash Sarrma जीवन की यही है कहानी आनी जानी ये दुनि

#addiction

rahul Kumar Chaudhary

यही है कहानी

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Soulmate ।। थेहरी थेहरी सी तबीयत मे रवानी आई।। 

।। आज फिर याद मोहब्बत की कहानी है।। 

।। आज फिर नींद को आँखों से बिखरते देखा।। 

।। आज फिर याद कोई चोट पुरानी आई।। यही है कहानी

DR. LAVKESH GANDHI

हाय रे अंडा #लूट की कहानी # #कविता

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अंडा चोर

अंडा चोर मचाए शोर
सेब छोड़ कर
भाग गया नकली मोर
कौआ कब तक बनेगा मोर
एक दिन खुल जायेगा सारा भेद
महंगाई के नाम पर
गटक गया अंडा और सेब
नहीं कर रहा कोई इसकी निगरानी
बच्चे हो रहे पानी-पानी
आज नहीं कल होगा वितरण
फिर कल कहते
कल तो आने दो
इतनी भी जल्दी क्या है
 अंडा तो है मांसाहारी
और सेब में है बीमारी
क्या यह खाना है जरुरी

©DR. LAVKESH GANDHI हाय रे अंडा
#लूट की कहानी #

Sunita Shanoo

कहानी हमारी तुम्हारी

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तुम लिखो न कहानी, हमारी तुम्हारी, उसने कहा था, और मैं बुनने लगी। बहुत सीधी-सी, सच्ची-सी कहानी मगर उस तक पहुंचते-पहुंचते कहानी पूरी तरह से बिखर गई !

कहानियां इंसान के साथ-साथ चलती हैं उठती-बैठती हैं सांस लेती हैं। कहानियां जब बुनी जाती हैं, बस तब-तक रहती हैं सच्ची, एक घटना-सी लेकिन जब कही जाती हैं तो एक से दूसरे और तीसरे, चौथे तक पहुंचते-पहुंचते बहुत कुछ जुड़ जाता है काल्पनिक...
  कहानी हमारी तुम्हारी
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