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Anjali Singhal
KP EDUCATION HD
KP NEWS for the same for me to get the same for me to get the ©KP NEWS HD घर-घर कान्हा की बधाइयां बज रही है. श्रीकृष्ण भक्त श्रद्धा भाव से अपने आराध्य के बाल स्वरूप की पूजा-उपासना कर रहे हैं. धार्मिक मान्यता है कि
Tera Sukhi
मैंने कब कहा के तुम झूठ कहते हो सच के खिलाफ तुम हमेशा रहते हो आओ कभी मिलो इन आसमानों से उड़ते परिन्दों को ज़मी पे बुलाते हो FULL READ IN CAPTION 👇 * मैंने कब कहा * मैंने कब कहा के तुम झूठ कहते हो सच के खिलाफ तुम हमेशा रहते हो आओ कभी मिलो इन आसमानों से उड़ते परिन्दों को ज़मी पे बुलाते ह
Pankaj Singh Chawla
विच हनेरे जद जगे दिवां दिवे दे चन्नण हेठ बैठ मैं पीवां, प्यार सी तेरा या सी खुराक मेरी, यादां नूं तेरियां मैं सीने ला ला जीवां।। (Read Full in Caption) विच हनेरे जद जगे दिवां दिवे दे चन्नण हेठ बैठ मैं पीवां, प्यार सी तेरा या सी खुराक मेरी, यादां नूं तेरियां मैं सीने ला ला जीवां, तुर गईओ तू
Dr Jayanti Pandey
वर्जनाओं की दुकान....... जो मांगोगे वो मिलेगा श्रीमान, बड़ी एक्सक्लूसिव है हमारी वर्जनाओं की दुकान स्त्री की जीवन यात्रा के हर पड़ाव के क्या होंगे प्रतिमान कब-कब क्या-२ करना चाहिए, पाओगे पूरा विधान कैसे बोले, कितना बोले और किन बातों पर मुंह न खोले कैसे पहने, क्या पहने और किन बातों को समझें गहने किन बातों पर नजर झुकाए और किन्हें हंस कर सह जाए सारा मैनुअल साफ है, मिलती यहां इसी की हर किताब है अमीर हों, गरीब हों चाहे राजा भोज हों या कि गंगू तेली हर किसी ने माना है इनको जब बात किसी स्त्री की हो ली इन हज़ार वर्षों में स्त्री सुरक्षा के लिए ही हुए थे सारे काम विश्व के किसी कोने में जाओ, सब जगह यही सोच है आम आइए श्रीमान, अपनी सेवा का अवसर हमें दें ,रखें इत्मीनान (कृपया पूरी कविता अनुशीर्षक में पढ़ें) जो मांगोगे वो मिलेगा श्रीमान, जो मांगोगे वो मिलेगा श्रीमान बड़ी एक्सक्लूसिव है हमारी वर्जनाओं की दुकान स्त्री की जीवन यात्रा के हर पड़ाव के
Horror and Suspense Freaks
R...Khañ
इन राहों का किन्हें पता कि, कब वह मंजिल-ए-मकसूद पहुंचा जाए। किन्हें पता यहां बदलते लोगों का कि, कब पल भर में यह हमें बेगाने बना जाए।। इन अंधेरी राहों का किन्हें पता कि, कब वह हमें चराग़-ए-रोशन दिखा जाए। बदलते जमानों का किन्हें पता कि, कब यह हमें ख़ाक-ए-फ़ानी कर आए।। ©R...Khan #राहों#का#किन्हें#पता #MereKhayaal Saurav Das Nirmala Baitha Ramjan Ali Rudra varshney ⚕️ sAtYaM khubsurat
{¶पारसमणी¶}
💞💌🍫👇 पूछना है तुमसे! एक पल को तीव्र उत्कंठा होती है तुम्हें देख लेने की, पा लेने की, छू लेने की, महसूस कर लेने की कभी कभी सबकुछ कह देना चाहता हूं तुमसे, बताना चाहता हूँ कि तुम्हारी तस्वीर से बातें करते सो जाने की आदत सी लग चुकी है पिछले कुछ दिनों से! तुम्हारी कवीताओं को लोरी की तरह सुनता हूँ, तुम्हारी तस्वीरों में तुम्हारी आंखों की मुस्कुराहट और कविताओं में ख़ुद को ढूंढता रहता हूँ,पर अफ़सोस कि दोनों नहीं मिलते कभी ,या शायद थे ही नहीं कई बार मन में आता है कि तुम्हें सामने बिठाकर तुमसे तुम्हारा पूरा जीवन बांट लूं! क्या पसंद है तुमको और कौन सी बातें सहन नहीं होतीं?कैसे बिताते हो अपने उदासी वाले दिन और रतजगों के पहर? किन्हें पढ़ते हो जब लिख नहीं रहे होते और किसे सोचते हो जब लिख रहे होते हो?सुनसान सड़कों पर कौन तुम्हारी बायीं ओर चलता है और भरी भीड़ में भी किसके बिना अकेले होते हो? सीधी कैमरे को देखती तुम्हारी तस्वीरों में किसकी परछाई होती है और क्यों तुम उन तस्वीरों में कभी मुस्कुराते नहीं? कौन सी बातें हैं जिन्हें चाहकर भी भूल नहीं पाते और क्या यादें बनाना चाहते हो जो कभी न भूलें?जानता हूं, सब बेवजह के बचकाने से सवाल हैं ये, जानता हूं मैं कभी तुमसे पूछ नहीं पाउंगा और न ही तुम जवाब दोगे, पर शायद कभी तुम रुककर ख़ुद से पूछो यही सवाल! याद करो कि कभी किसी ने जानना चाहा था ये सब?क्या तुमने ये किसी को बताया?क्या किसी ने सब्र से सुना है तुमको?क्या तुम्हें ख़ुद को मालूम हैं सारे जवाब?जिनमें तुम्हारे पूरे जीवन का लेखा-जोखा हो,क्या वो बातें पूछी जानी कही जानी, सुनी जानी और साझा करनी ज़रूरी नहीं? ™¶§šB¶शु§भ¶ 💞💌🍫 💞💌🍫👇 पूछना है तुमसे! एक पल को तीव्र उत्कंठा होती है तुम्हें देख लेने की, पा लेने की, छू लेने की, महसूस कर लेने की कभी कभी सबकुछ कह देना चाह
Broken_Feather
कमरे में दूर बनी वो परछाई एक बना रही है तस्वीरें अनेक कभी कोई खुशी में झूमता शख़्स लगता है तो कभी कोई तन्हा बैठा हुआ आज ले रहीं कल्पनाएं जन्म अनेक हैं बन रहीं हैं इस एक से तस्वीरें अनेक हैं पढ़ के देखिएगा जरूर....।।। अकेले कमरे में जब कभी अचानक कहीं नजर पड़ती है किसी चमक से बनी परछाई पर तो ढेरों आकृतियाँ रूप ले लेती हैं हमारी कल्प