Find the Latest Status about आमचं बघून हाय from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, आमचं बघून हाय.
Unique__batee
पढ़ाई कर ले भाई , पतली कमरिया बोले हाय हाय करने से घर नहीं चलता !! 💯🥀🌿 ©instagram__shayari हाय हाय
Chakradhar Lochan Sairoop
अरे बर्फ को तो हवा भी पिघला देता है। लेकिन तुम्हारी एक मुस्कान आग को पिघला देता है। हाय हाय!
प्रसन्नजीत
जपुनी शब्द ह्रदयातले लिहावे मनातले मनापर्यत मी मुसाफिर वेडा शब्दांचा शब्दात सारे गुंफत जावे !! ✍️ ~प्रसन्नजीत नातं तुमचं आमचं , साहित्यापासून शब्दांपर्यत..!
nitin bille
एकदा येवून बघुन जा... माझ्या मनात तू फुलवलेल्या प्रेमरुपी बागेच आता उजाड ओसाड माळरान झालय. उरली आहेत फक्त आठवणींची काटेरी झुडपं आता नाही दरवळत सुगंध इथे प्रीतफुलांचा. पण अजूनही गंध मनात बाकी आहे, तुझ्या आठवणींचा..... अन् ओलावा बाकी आहे तु शिंपडलेल्या प्रेमाचा..... याच ओलाव्यावर दुभंगलेल्या मनात एक केवीलवाण आशेच रोपटं अजुनही जिवंत आहे, तु येशील कधीतरी आणि पुन्हा बहरेल ही बाग पुर्वीसारखी ही आस बाळगून. खरच ..... एकदा येवून बघून जा... अन् या दुभंगलेल्या मनात पुन्हा एकदा नंदनवन फुलवून जा.... नंदनवन फुलवून जा.... नितीन.......✍🏻 #एकदा येऊन बघून जा....
Gurudeen Verma
शीर्षक - हाय हाय रे कमीशन --------------------------------------------------------- (शेर)- नहीं है जगह बैठने की सरकारी बिल्डिंगों में, बरसात में। जगह जगह बने है गड्ढें सरकारी सड़कों पर, बरसात में।। यह सारा खेल है कमीशन का, काम मजबूत कैसे होगा। कितना बड़ा होता है धोखा, कमीशन में जनता के साथ में।। ----------------------------------------------------------- किसी को आबाद, किसी को करता है तू बर्बाद। तुम्हें कहूँ जिंदाबाद या, तुम्हें कहूँ मैं मुर्दाबाद।। हाय हाय रे कमीशन---------------------------(4) टपकती है बारिश में, क्यों बिल्डिंगे ये सरकारी। बिखरती है बारिश में, क्यों ये सड़कें सरकारी।। कमीशन के बांध - ब्रिज, क्या होते हैं इतने फौलाद। तुम्हें कहूँ जिंदाबाद या, तुम्हें कहूँ मैं मुर्दाबाद।। हाय हाय रे कमीशन--------------------------(4) करवाना है काम जल्दी तो, कमीशन देना होगा। बिना कमीशन फ़ाइल पर, कोई साइन नहीं होगा।। देखो कमीशन वाले, कितने निडर है और आजाद। तुम्हें कहूँ जिन्दाबाद या, तुम्हें कहूँ मैं मुर्दाबाद।। हाय हाय रे कमीशन--------------------------।। बन गए कमीशन से, कम वर्षों में महल वाले। अब चलते हैं कारों में, कल पैदल चलने वाले।। कमीशन की दौलत से, करें मौज उनकी औलाद। तुम्हें कहूँ जिन्दाबाद या, तुम्हें कहूँ मैं मुर्दाबाद।। हाय हाय रे कमीशन----------------------------।। शिक्षक एवं साहित्यकार- गुरुदीन वर्मा उर्फ जी.आज़ाद तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान) ©Gurudeen Verma #हाय हाय रे कमीशन
Nee K 07
आम्हां दोघांच्या प्रेमात एवढाच फरक होता की माझं फक्तं तिच्यावरचं प्रेम होतं ,आणि तिचं माझ्यावर पण प्रेम होतं.. ©Nitin k #आमचं प्रेम (अर्थ समजून घ्या) #wetogether