Nojoto: Largest Storytelling Platform

New st vincent ferrer angel of the apocalypse 10 Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about st vincent ferrer angel of the apocalypse 10 from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, st vincent ferrer angel of the apocalypse 10.

Stories related to st vincent ferrer angel of the apocalypse 10

    LatestPopularVideo

संजय श्रीवास्तव

क्या सचमुच हम चाहने लगते हैं
बिना मिले ही किसी को
शायद हां
पहला प्रेम भी तो बिना मिले हुआ 
जब प्यासा की नायिका को देखकर
पागलों की तरह बाहर निकला 
दिलों दिमाग पर जाने कब तक
उसका नशा छाया रहा
क्या पता मिलने के बाद भी 
उम्र के किसी दौर में 
किसी से प्रेम हुआ हो 
लेकिन याद नहीं
अपूर्णता का अहसास ही
ताउम्र जिंदा रखता है
उस प्रेम को
जिसमें सब कुछ सोच लेते हैं
कल्पनाओं में ही सही
क्यूंकि पता होता है
यथार्थ की कड़वाहट
शायद बर्दाश्त नहीं होता
आखिर क्यूं या फिर क्या
महसूस करते हैं
चेहरा अल्फ़ाज़ या 
कोमल उंगलियों के पोर 
कुछ तो होता है 
वरना आज फिर से 
दूर होते चांद को
नजदीक से  देखने की चाहत
उस पर फिर दिल ने कहा 
यही तो है तुम्हारी मुहब्बत

©संजय श्रीवास्तव #Apocalypse

Subhash Lakhnavi

Vaishnavi Pardakhe

Timsi thakur

Timsi thakur

#Apocalypse

read more
मैंने बैठ इत्मिनांन से सुनी उसकी कहानी 
उसने कबसे अपने दिल में दबा रखी थी 
यूँ पथर् सा किरदार बना रखा है उसने 
कभी फूलों सी महका करती थी 
चिड़ियों सी चहका करती थी
 मैं डरपोक समझती रहीं उसे अब तलक 
अंजान इस बात से उस पर क्या गुजरी हैं 
एक वक़्त था किसी ने सर माथे उसे चढ़ाया 
आया एक तूफान सा जिंदगी में
 फिर उड़ा कर रंग प्यार का उससे ले गया
 कितनी कोशिशे की उसने वो सम्भाल ले वो समेट ले..
 ना जोड़ सकी टूटे दिल के टुकड़े बिखर कर रह गयी.. 
जर्रा जर्रा समेटा उसने सींचकर आँसुओं से खुद को... 
अडिग उसूलों की अपने 
पर चहेरे से बेजान सी लगती हैं अब...
 वो जिसने छोड़ दिया उसे हाल पर उसके अब लौटने की  उससे मिन्नते करता हैं...
 पर क्या रहा बाकी अब वो सम्भल चुकी हैं 
ना टूटेगी ना पिघलेगी इस बार उसका वो अटुट प्रेम अब स्वाभिमान बन चुका हैं 
और स्त्री प्रेम से समझौता कर भी ले 
 स्वाभिमान से अपने मुकरति नहीं हैं 
हे पुरुष !
वो सच्ची स्त्री हैं 
तेरे रुतबे पैसे सरकारी नौकरी पर भी नहीं बेहकेगी 
उस वक़्त तेरे साथ थी वो जब तेरा वजूद कुछ नहीं था.. 
तेरा निः स्वार्थ प्रेम तेरा साथ भाता था उसे...
 देख तेरा अहम अब वो अपनी पहचान बनाने निकल गयी 
नहीं तेरे लौटने का इंतजार उसे अब 
तू जहा हो मगर आज भी तेरी सलामती की दुआ करती हैं... 
तेरे दिये जख्म तेरे प्रेम से बढ़कर बन चुके हैं अब...
 उसे तुझ पर ऐतबार नहीं .. 
ना खुद लौटेगी ना तुझे लौटने देगी उसकी जिंदगी में दौबारा 
वो स्त्री हैं वो कभी कुछ नहीं भूलती l

©Timsi thakur #Apocalypse

rajiv srivastava

Keshav baba

theABHAYSINGH_BIPIN

प्रथमेश

Rising लेखक

विश्व में लगभग सत्तर हजार भाषाएं बोलीं जाती हैं 
इन सत्तर हजार भाषाओं में 
सत्तर हजार बार कहा गया है कि
 प्रेम के लिए स्त्री अनिवार्य है.....🖤

©Rising लेखक #Apocalypse
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile