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Zohaib Amber (عمبر امروہوی)
کہیں جھاڑی میں اُلجھی کوئی تتلی جان دے دیگی۔۔ कहीं झाड़ी में उलझी कोई तितली जान दे देगी..
read moreArchana Tiwari Tanuja
कदमों की आहट सुनते ही मै पीछे मुड़ी, भयावह आकृति दो परछाइयां थी खड़ी। डरी, सहमी,व्यथित,रुदन करती बोली वो, सुनाने लगी जुल्म की दास्तां सांसें उखड़ी।। क्या दोष था मेरा जो स्मिता लूटी हैवानों ने? लहूलुहान हुआ लाश मेरी झाड़ी में हैं पड़ी। चीखी,चिल्लाई,गिड़गिड़ाई जोड़े हाथ कितने। लाज बचाने की खातिर मैं बल भर थी लड़ी। तड़पती-भटकती है रुह मेरी कितने वर्षों से, कब लगेगी मेरे उन गुनाहगारों को हथकड़ी? नारी होना ही बना अपराध दूषित समाज में, आप बीती सुनाने को तुझसे आज हूं जुड़ी।। अर्चना तिवारी तनुज ©Archana Tiwari Tanuja #horrorstories #hountedstories #selfrespect #womensrights #humenity #nozotoEnglish #nozotohindi #nozotowrites #MyThoughts 22/02/2023 कदम
#horrorstories #hountedstories #selfrespect #womensrights #humenity #nozotoEnglish #nozotohindi #nozotowrites #MyThoughts 22/02/2023 कदम #सस्पेंस
read moreSunil itawadiya
यही फर्क है धन में और मन में🙏🏼 एक बात पूरा कैप्शन जरूर पढ़ें 🍫🍫💐🙏🏼👍 कैप्शन 👉दो बुजुर्ग रास्ते से जा रहे थे एक ने कहा यार पीछे से कुछ आवाज आई क्या अगले ने कहा नहीं पहले वाले ने पीछे मुड़कर देखा तो किसी की जेब
कैप्शन 👉दो बुजुर्ग रास्ते से जा रहे थे एक ने कहा यार पीछे से कुछ आवाज आई क्या अगले ने कहा नहीं पहले वाले ने पीछे मुड़कर देखा तो किसी की जेब
read moreAditi Rathore
"आम का पेड़" (कहानी अनुशीर्षक में पढ़ें) बचपन में जब भी गर्मी की छुट्टियाँ होती थी तो हम अक्सर करके दादी के घर जाया करते थे। जैसे ही स्कूल खत्म होता मैं और मेरा छोटा भाई जाने की तै
बचपन में जब भी गर्मी की छुट्टियाँ होती थी तो हम अक्सर करके दादी के घर जाया करते थे। जैसे ही स्कूल खत्म होता मैं और मेरा छोटा भाई जाने की तै #story #yqbaba #yqdidi #yqtales #fictional #yqstory #nanowrimo #summertimestory
read moreNikunj Vitthalbhai Parekh
"Accepting a mistake is like clearing a bush, which clears the dirt." "गलती स्वीकार करना एक झाड़ी को साफ़ करने जैसा है, जो गंदगी को साफ करता है।" - निकुंज पारेख. "Accepting a mistake is like clearing a bush, which clears the dirt." "गलती स्वीकार करना एक झाड़ी को साफ़ करने जैसा है, जो गंदगी को साफ करत
"Accepting a mistake is like clearing a bush, which clears the dirt." "गलती स्वीकार करना एक झाड़ी को साफ़ करने जैसा है, जो गंदगी को साफ करत #Quote #nikunj_parekh #gujju_quote
read moreKaleem Ansari
और कितना लिखू तेरी याद में कोई दम नहीं मेरी फरयाद में मेरी रूह भी छीन के ले गई मुझ से में में ना रहा तेरे बाद में में में न रह तेरे बाद में
में में न रह तेरे बाद में
read moreडॉ वीणा कपूर "वेणु"...
सागर की लहरों में, मेरे गांव की नहरों में सीमाओं के पहरों में, उथले और गहरों में, सब ओर तुम्हें खोजती, मेरी मौन तलाश। एक दिन तो तुम मिल ही जाओगे पूर्ण है विश्वास। जल सम पारदर्शी गगन सम समदर्शी मेरी भोली आस सागर के किनारे भी अतृप्त है प्यास।। ©Veena Kapoor लहरों में नहरों में गहरों में पहरों में अतृप्त प्यास #sagarkinare
लहरों में नहरों में गहरों में पहरों में अतृप्त प्यास #sagarkinare #कविता
read more( W.T) ग्रुप अनवर अनवर हु यार
रात मे नींद मे खुद से बात करता हु लोग कहते है पागल हु मै ऊन्हे कैसे बाताऊ मै पागल नहि मोहब्बत मे घायल हु मै ©سید انوار حسین रात में नींद में
रात में नींद में #विचार
read more( prahlad Singh )( feeling writer)
( मैं, मैं हूं मैं, तुम तो नहीं मैं, खुद का आइना हूं में, ओरो में कहीं गुम तो नहीं ) ©( cop prahlad Singh )( feeling writer) #में, में हूं #Sunrise
Amit Kumar
हर बार हम खों जाते है चक्रव्यूह के मेले में ढूंढ़ता कोई और है हमें साथी खुद अकेले में -अनभिज्ञ मेले में अकेले में
मेले में अकेले में
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