Nojoto: Largest Storytelling Platform

New प्रेम या शब्दाचा अर्थ Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about प्रेम या शब्दाचा अर्थ from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, प्रेम या शब्दाचा अर्थ.

    LatestPopularVideo

Harsh Sharma

ऐसी वैसी बातों से तो अच्छा है खामोश रहो। या फिर ऐसी बात जो खामोशी से अच्छी हो।। #शायरी

read more

Alpha_Infinity

या तो आप सब आंदोलन करे। आवाज उठाए। या फिर ये app छोर kr। jane ki तयारी करें। #writers #writerscommunity dard💔 #lutere yoursecret #Life

read more

Businessmohit

आप बिजनेस करते हैं या बिजनेस करना चाहते हैं तो आप हमें फॉलो करें #mountain #Business #businestips #businessideas #businessmohit #viral busi #short #विचार #businessknowledge

read more

Rashmi Vats

karishma Gujjar motivation quote

नमस्कार नोजोटो टीम में करिश्मा जो की आपके हमारे प्रिय नोजोटो ऐप पर लिखते https://nojoto.page.link/JfSNv हुये मुझे एक साल से ऊपर का समय कब #Inspiration #writer #nojohindi #मोटिवेशनल #karishmagujjarquote

read more

MAHENDRA SINGH PRAKHAR

दोहा :- अनपढ़ ही वे ठीक थे , पढ़े लिखे बेकार । पड़कर माया जाल में , भूल गये व्यवहार  ।।१ मातु-पिता में भय यही , हुआ आज उत्पन्न । #कविता

read more
दोहा :-
अनपढ़ ही वे ठीक थे , पढ़े लिखे बेकार ।
पड़कर माया जाल में , भूल गये व्यवहार  ।।१
मातु-पिता में भय यही , हुआ आज उत्पन्न ।
खाना सुत का अन्न तो , होना बिल्कुल सन्न ।।२
वृद्ध देख माँ बाप को , कर लो बचपन याद ।
ऐसे ही कल तुम चले , ऐसे होगे बाद ।।३
तीखे-तीखे बैन से , करो नहीं संवाद ।
छोड़े होते हाथ तो , होते तुम बरबाद ।।४
बच्चों पर अहसान क्या, आज किए माँ बाप ।
अपने-अपने कर्म का , करते पश्चाताप ।।५
मातु-पिता के मान में , कैसे ये संवाद ।
हुई कहीं तो चूक है , जो ऐसी औलाद ।।६
मातु-पिता के प्रेम का , न करना दुरुपयोग ।
उनके आज प्रताप से , सफल तुम्हारे जोग ।।७
हृदयघात कैसे हुआ , पूछे जाकर कौन ।
सुत के तीखे बैन से, मातु-पिता है मौन ।।८
खाना सुत का अन्न है , रहना होगा मौन ।
सब माया से हैं बँधें , पूछे हमको कौन ।।९
टोका-टाकी कम करो , आओ अब तुम होश ।
वृद्ध और लाचार हम , अधर रखो खामोश ।।१०
अधर तुम्हारे देखकर , कब से थे हम मौन ।
भय से कुछ बोले नही , पूछ न लो तुम कौन ।।११
थर-थर थर-थर काँपते , अधर हमारे आज ।
कहना चाहूँ आपसे , दिल का अपने राज ।।१२
मातु-पिता के मान का , रखना सदा ख्याल ।
तुम ही उनकी आस हो , तुम ही उनके लाल ।।१३
२५/०४/२०२४     -   महेन्द्र सिंह प्रखर

©MAHENDRA SINGH PRAKHAR दोहा :-

अनपढ़ ही वे ठीक थे , पढ़े लिखे बेकार ।

पड़कर माया जाल में , भूल गये व्यवहार  ।।१


मातु-पिता में भय यही , हुआ आज उत्पन्न ।

RSridhiRs

Nikhil Kumar Rai

#Night ग़र हो इजाजत तो लबों को छूके भी गुजर जाएं हम, बताइए मोहतरमा चाहती हैं क्या,मर जाएं या संवर जाएं हम।

read more

Dr Parmod Sharma Prem

#mountain #@ डा० प्रमोद शर्मा प्रेम नजीबाबाद बिजनौर #विचार

read more

Death_Lover

loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile