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||स्वयं लेखन||
क्यों संसार की बातों से भीग गए तेरे नैना, कुछ तो लोग कहेंगे लोगों का काम है कहना, हर पल है यहां संघर्ष, संघर्षों के साथ तुझे है रहना, फ़िर क्यों संसार को आंसू दिखाकर, ख़ुद को है तुझे कमज़ोर दिखाना। - स्वयं लेखन ©||स्वयं लेखन|| क्यों संसार की बातों से भीग गए तेरे नैना, कुछ तो लोग कहेंगे लोगों का काम है कहना, हर पल है यहां संघर्ष, संघर्षों के साथ तुझे है रहना,
रोहन बिष्ट
पिता का प्रेम दिखाई नहीं देता, स्नेह और समर्पण में छुपा जाता है वो सच्चा व्यक्तित्व। उनकी कठिनाइयों और संघर्षों के पीछे, हमें सबक सिखाने की क्षमता छिपी होती है। उनकी ममता और चिंता का अहसास, हमें जीवन की महत्वपूर्ण मुद्दों के प्रति जागरूक करता है। पिता का प्रेम स्थायी और अथक होता है, हमें हर कदम पर साथ देने का आशीर्वाद देता है। ©रोहन बिष्ट #पिता पिता का प्रेम दिखाई नहीं देता, स्नेह और समर्पण में छुपा जाता है वो सच्चा व्यक्तित्व। उनकी कठिनाइयों और संघर्षों के पीछे, हमें सबक सिखा
LAKKI
White हालातों की विरुद्धता से नहीं डर, तू जानता है अपना मार्ग। संघर्षों की धारा में, तू ही खुद को बनाता है श्रेष्ठ। ©LAKKI हालातों की विरुद्धता से नहीं डर, तू जानता है अपना मार्ग। संघर्षों की धारा में, तू ही खुद को बनाता है श्रेष्ठ।
Mahadev Son
White जीवन की परिभाषा चार लक्ष्यों को प्राप्त करना धर्म, काम, अर्थ और मोक्ष धर्म - सदाचार, उचित, नैतिक जीवन काम - चारों लक्ष्यों को पूर्ण करना है अर्थ - भौतिक समृद्धि, आय सुरक्षा, जीवन के साधन इन तीनों के लिये सभी निरंतर प्रयास करते... मोक्ष के लिये सोचते भी नहीं क्योंकि मुश्किल या मालूम ही नहीं.... मोक्ष - मुक्ति, आत्म-साक्षात्कार। जीवन की अंतिम परिणति है। मोक्ष आत्मा को भौतिक संसार के संघर्षों और पीड़ा से मुक्त करता है! आत्मा को जीवन, मृत्यु और पुनर्जन्म के अंतहीन चक्र से मुक्त करता है! ©Mahadev Son जीवन की परिभाषा चार लक्ष्यों को प्राप्त करना धर्म, काम, अर्थ और मोक्ष धर्म - सदाचार, उचित, नैतिक जीवन काम - चारों लक्ष्यों को पूर्ण करना ह
Bharat Bhushan pathak
साध्य है या साधक जीवन। संघर्षों की आराधक जीवन। सीख-सीखकर हमें सिखाए, बनाना जीवन सुन्दर उपवन। सुख-दुख की यह सीढ़ी चलकर, बढ़ना आगे समझाए जीवन। ©Bharat Bhushan pathak #साध्ययासाधकजीवन साध्य है या साधक जीवन। संघर्षों की आराधक जीवन। सीख-सीखकर हमें सिखाए, बनाना जीवन सुन्दर उपवन। सुख-दुख की यह सीढ़ी चलकर, बढ़न
अदनासा-
KHEMPAL SISODIYA MOTIVATIONAL
Expressive ladki
पकड़े जाने पर स्त्री पर हाथ उठाया गया क्योंकि अच्छे घर की लड़कियां प्यार के चक्कर में नहीं पड़ती , लेकिन अच्छे घर के पुरुष को शोभा देता है अपने घर की स्त्री पर हाथ उठाना !! ©Expressive ladki एक सवाल का जवाब चाहते हैं हम आपसे - जिस प्यार ,मोहब्बत और प्रेम पर लिखी गई हजारों - लाखों कविताएं , जिस पर चर्चित फिल्मों को देखा गया दिल स