Find the Latest Status about ग्रंथों की संख्या कितनी है from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, ग्रंथों की संख्या कितनी है.
Shubham Bhardwaj
ग्रंथों की बातें सुनी और पोथी पढ़कर जाना है। माया की इस नगरी में,नही कोई ठिकाना है ।। बचपन बीता आई जवानी,इसको भी तो जाना है। क्यों कहता है मेरा-मेरा, यह जग तो वीराना है।। आये हो,चंद रोज ठहर लो,इसको अपना जानो न। आना-जाना लगा रहेगा, यह तो मुसाफिरखाना है।। ©Shubham Bhardwaj #ग्रंथों #की #बात #सुनी #पोथी #पढ़कर #जाना