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Das Sumit Malhotra Sheetal
SURESH KUMAR SAINI
वो पगली जिसने जन्म लिया ©SURESH KUMAR SAINI 🥰 वो पगली जिसने मेरे लिए जन्म लिया ❤️
MAHENDRA SINGH PRAKHAR
गीत:- डर नहीं इंसान तू अब साथ में हनुमान है । आज कलयुग में नहीं इनसे बड़ा भगवान है ।। डर नहीं इंसान तू अब .... जा झुका ले शीश उनको कष्ट सारे दूर हों । जब शरण उनकी ठिकाना क्यों यहाँ मजबूर हों ।। आस जिसने भी लगाई वो न खाली हाथ है । जो न माने आज इनको वो बड़ा नादान है ।। डर नहीं इंसान तू अब.... राम के ही भक्त है वह राम का ही नाम लें । राम के वह नाम बिन देखो न कोई काम लें ।। राम का तू जाप कर ले राम ही आधार हैं । राम का ही नाम सुनकर खुश सदा हनुमान है ।। डर नहीं इंसान तू अब.... काम इस संसार में कोई हुआ ऐसा नही । दूत दानव दैत्य जो सुन नाम हनु कांपा नही ।। व्यर्थ फिर चिंता तुम्हारी है सुनो संसार में । सब सफल ही काज होंगे जब कृपा हनुमान है ।। डर नहीं इंसान तू अब... जानते हैं लोग भोलेनाथ के अवतार हैं । राम जी का काज करने को सदा तैयार हैं ।। इस जगत में भक्त इनसा सुन जगत में है नही । राम का ही नित्य करते ये सदा गुणगान हैं ।। डर नहीं इंसान तू अब .... डर नहीं इंसान तू अब साथ में हनुमान है । आज कलयुग में नहीं इनसे बड़ा भगवान है ।। २३/०४/२०२४ - महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR गीत:- डर नहीं इंसान तू अब साथ में हनुमान है । आज कलयुग में नहीं इनसे बड़ा भगवान है ।। डर नहीं इंसान तू अब .... जा झुका ले शीश उनको कष्ट सारे
Devesh Dixit
किताबें करतीं हैं बातें मुझे किसी के सिसकने की, कहीं से आवाज़ आ रही थी। जो कि लगातार मेरे कानों से, आकर अब भी टकरा रही थी। ढूँढा उसको मैंने, पर कहीं न पाया, आवाज़ ने उसकी, कहर बरसाया। ध्यान को केंद्रित भी नहीं कर पाया, इस कदर उसने मुझको भटकाया। ध्यान लगाया आवाज़ पर, तो पाया, हल्की सी दबी साँसों को सुन पाया। कहीं पर लगा था ढेर, किताबों का, जिस पर लगी धूल को मैं देख पाया। निकलने लगा मैं जब वहाँ से, बोली तभी किताब तपाक से। यूँ ही देख कर मुझे जा रहे हो, मुझे बिना सुने ही भाग रहे हो। सुन कर दुविधा में आ गया, रुका मैं इंसानियत के नाते। तब जाकर समझ में आया, कि किताबें करती हैं बातें। ......................................... देवेश दीक्षित ©Devesh Dixit #किताबें_करतीं_हैं_बातें #nojotohindi #nojotohindipoetry किताबें करतीं हैं बातें मुझे किसी के सिसकने की, कहीं से आवाज़ आ रही थी। जो कि लग
मुखौटा A HIDDEN FEELINGS * अंकूर *
White कभी कभी मन कितना भरा होता है शब्दों से, जैसे कोई सागर उमड़ता, बेचैन सा, व्याकुल सा बहुत कुछ कहने के लिए, मगर वो किनारा वो सही इंसान नही मिलता 😊 जिससे सब कुछ कह पाएं,जिससे कुछ न छिपे, जो आंखे भी पढ़े, और जो अनकहे शब्दों को भी सुन ले, जिससे कुछ कहने के बाद कोई पछतावा न हो, और मन भी हो जाए शांत,किसी शांत बहती नदी की तरह...! ©मुखौटा A HIDDEN FEELINGS #SAD कभी कभी मन कितना भरा होता है शब्दों से, जैसे कोई सागर उमड़ता, बेचैन सा, व्याकुल सा बहुत कुछ कहने के लिए, मगर वो किनारा वो सही इंसान नही
Roshan
White तुम आये नहीं मेरे बुलाने पर भी शायद मौत कि खबर सुन आओगे मै लेटा रहूंगा कब्र में और तुम फूल चढ़ाने आओगे !!! ©ROSHAN #SAD तुम आये नहीं मेरे बुलाने पर भी शायद मौत कि खबर सुन आओगे मै लेटा रहूंगा कब्र में और तुम फूल चढ़ाने आओगे !!! #Nojoto #NojotoFamily #vi
pandit Rahul Shastri
꧁ARSHU꧂ارشد
हाल-ए-मर्ग-ए-बे-कसी सुन कर असर कोई न हो , सच तो ये है आप सा भी बेख़बर कोई न हो ... वो क़यामत की घड़ी है तालिब-ए-दीदार पर , जब उठे पर्दा तो पर्दे के उधर कोई न हो ... इश्क़ में बे-ताबियाँ होती हैं लेकिन ऐ अरशद , जिस क़दर बेचैन तुम हो उस क़दर कोई न हो ... ©꧁ARSHU꧂ارشد हाल-ए-मर्ग-ए-बे-कसी सुन कर असर कोई न हो , सच तो ये है आप सा भी बेख़बर कोई न हो ... वो क़यामत की घड़ी है तालिब-ए-दीदार पर , जब उठे पर्दा तो
Sethi Ji
🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻 🌻 जय माता दी 🌻 🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻 माता रानी हर वक़्त हमारा इम्तेहान लेती हैं हर भक्त को अपने दिल में स्थान देती हैं हर कोई आ सकता हैं माता के दरबार में माता रानी अपने हर भक्त को सम्मान देती हैं हमेशा करो पूजा माँ दुर्गा की सच्चे मन से माता रानी अपनी शक्ति से हमारे हुनर को पहचान देती हैं ♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️ 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏 🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸 🌸 चैत्र नवरात्रि की हार्दिक शुभकामनायें 🌸 🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸 ©Sethi Ji 🌺🌺 चैत्र नवरात्रि 🌺🌺 चैत्र नवरात्रि की हार्दिक शुभकामनायें माता रानी हम सब का ख्याल रखे और माता रानी हम सब को आगे
MAHENDRA SINGH PRAKHAR
गीत :- आ गया नवरात्रि का त्यौहार है । देख लो माँ का सजा दरबार है ।। आ गया नवरात्रि का त्यौहार है ... लोग माँ की कर रहे हैं अर्चना । सुन रही हैं मातु सबकी वंदना ।। और हठ बैठे किए कुछ भक्त हैं । मातु पे सुत का सदा अधिकार है । आ गया नवरात्रि का त्यौहार है..... मातु सेवा में लगा दी पीढियाँ । चढ़ रहे हम भक्त सारे सीढियाँ ।। उन पहाड़ों पे करे माँ वास है । सुन रही वो भक्त की दरकार है । आ गया नवरात्रि का त्यौहार है.... गीत गाकर आज बंदनवार कर । मातु का अब भोग भी तैयार कर ।। आ गई हैं कर सवारी सिंह की । अब उन्हीं की हर तरफ जयकार है ।। आ गया नवरात्रि का त्यौहार है.... मोह माया छोड़ माँ के द्वार चल । फिर न मौका ही मिलेगा सोच कल ।। भूल तेरी आज हो जाये क्षमा । कष्ट से होते वही उद्धार है । आ गया नवरात्रि का त्यौहार है ।। आ गया नवरात्रि का त्यौहार है । देख लो माँ का सजा दरबार है ।। १०/०४/२०२४ - महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR गीत :- आ गया नवरात्रि का त्यौहार है । देख लो माँ का सजा दरबार है ।। आ गया नवरात्रि का त्यौहार है ...