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MK Zakhmi
बंजारों सा फिरा जिन राहों पे आज उन राहों से घबरा गया, लोग कहते थे मिसाले मोहब्बत जिसे वो आज अपने अक्श से कतरा गया, क्या वजूद है मेरा तू क्या जाने, जो खुद टूटा पर बस्ती से टकरा गया,,। बंजारों सा फिरा जिन राहों पे,, good night #emptystreets
बंजारों सा फिरा जिन राहों पे,, good night #emptystreets #अनुभव
read moreMK Zakhmi
बंजारों सा फिरा जिन राहों पे #inspirational सुुमन कवयित्री Anjali यज्ञेश्वर वत्स #शायरी
read moreSaket Ranjan Shukla
बंजारों सा जीता हूँ, बेगारों से हैं ख्यालात मेरे, तुम समझ ही ना पाओगे, हैं उलझे सवालात मेरे, ना मंज़िल की ख़बर है, ना तो रस्ते से वाक़िफ हूँ मैं, ख़ुद ही खुद से जवाब माँगते हैं अब ये जज़्बात मेरे, इंतजार है आँखों में मगर किसका, अब ये भी भूल चुके हैं, कैसा है सफ़र कि ठोकरों से नहीं, सहारों से ही टूट चुके हैं, मगर दिल ये आज भी बंजारा है, इसे रुकना कभी भाया नहीं, मगर याद ये भी रखेगा कि हम अपने ही सफ़र में पीछे छूट चुके हैं, मुश्किलों भरा सफ़र है ये मेरा, हर शहर से मिले अश्को को पीता हूँ, क्या करूँ, बेगारों सी ही सोच है मेरी और बंजारों सा ही तो जीता हूँ। BY:— © Saket Ranjan Shukla IG:— @my_pen_my_strength बंजारों सा मैं जीता हूँ...! #life #lifequotes #lifelessons #traveller #hindipoetry #writer #Hindi #Nojoto #poem #Poetry
बंजारों सा मैं जीता हूँ...! #Life #lifequotes #lifelessons #traveller #hindipoetry #writer #Hindi #poem #Poetry #कविता
read moreShri Ram Meena
दिल आदमी का होता है बंजारों की तरह, ज़रा सी छाँव मिली और डेरे वहीं जमा लिए !! SHRI RAM दिल आदमी का होता है बंजारों की तरह, ज़रा सी छाँव मिली और डेरे वहीं जमा लिए !!
दिल आदमी का होता है बंजारों की तरह, ज़रा सी छाँव मिली और डेरे वहीं जमा लिए !!
read moreNojoto Hindi (नोजोटो हिंदी)
आज का शब्द है- 'बंजारा' #WOD #बंजारा #Life बंजारों की तरह भटकता फिरता है ये मन है कहीं नहीं रुकता है
Anuj Ray
प्रकृति के यौवन के, खिलते हैं जैसे उपवन में फूल । ठीक वैसे ही लगते, अधर तुम्हारे, चढ़ते यौवन के शूल। ©Anuj Ray # प्रकृति के यौवन के..
# प्रकृति के यौवन के.. #कविता
read moreAnuj Ray
ज़िन्दगी के सफ़र के, बिल्कुल आख़री ,कगार के नजदीक पहुंचकर एकदम, छुड़ा के हाथ, अगर तुमसे कोई कहे कि, अब ये रिश्ता हो गया यहीं पे खतम। क्या हुआ, थक गए क्या चलते-चलते, कोशिश करो चलने के और भी दो चार कदम। वैसे तो लाजमी है, बिछड़ ही जाएंगे, लेकिन तुम तो, मेरे गर्दिशों के साथी हो हमदम। बस क्या , ज़िन्दगी भर के कसमें वादे, और प्यार वफा का, तुम्हारा यही इन्तकाम है। शायद मोहब्बत में ,किसी को नहीं मिला होगा, ये पहला मेरी क़िस्मत का इनाम है। ©Anuj Ray # ज़िन्दगी के सफ़र के,
# ज़िन्दगी के सफ़र के, #ज़िन्दगी
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