Find the Latest Status about नीरसता क्या है from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, नीरसता क्या है.
उपकार वर्मा
नीरसता की विकल वेदना और मन घबराया सा है स्वप्न अनेको लेकर बैठा लेकिन अब सब जाया सा है एक उठती चिंगारी देखो फूंक रही है अपना ही घर अब पिछले दुख वाला पल फिर से यूं दोहराया सा है। नीरसता की विकल वेदना और मन घबराया सा है बहुत बोलने वाले देखो अब सी लेते हैं होठों को अब तुम देखो नीरसता में बदल रहे इन लोगों को सम्मुख बोलो सहज स्वरों में इसमें क्या दोराया सा है बोल सको तो मीठा बोलो वरना सब कुछ जाया सा है नीरसता की विकल वेदना और मन घबराया सा है बात एक है सब कुछ दुख सुख एक लालची माया का है अपने भीतर उसके भीतर क्या अंतर सब कुछ अपनी काया सा है मनुज मनुजता के बंधन में अब तो देखो बध जाओ तुम बाकी सब ठुकराया सा है नीरसता की विकल वेदना और मन घबराया सा है ©उपकार वर्मा #नीरसता
Kajalife....
मालूम नही ... प्यार है या नही मुझको तुमसे जानता हूं तो बस इतना कि बगैर तुम्हारे मैं अपने जीने के अंदाज में नीरसता की मिलावट कर देता हूं -Kajalife #Love❤#नीरसता की मिलावट #Kajalife
Parasram Arora
असल मे मरघट और महल का फासला उनके लीए ही है जिनके मन मे महल की आकांशा है मरघट और महल मे कोई फासला नही है फासला हमारी आकांक्षाओं मे है हम महल चाहते हैँ... मरघट हम नही चाहते इसीलिए फासला है. जहा महल खड़े हैँ वहा मरघट बहुत बार बन चुके जहाँ.मरघट बने हैँ वहा बहुतपहले महल बन कर गिर चुके हैँ और सब महल अंततः मरघट बन जाते है और सब मरघटोपर महल खडे हौ जाते हैँ फर्क क्या है? फासला क्या है? ©Parasram Arora फर्क क्या है? फासला क्या है?
Deepak Namdev
बस देखते जाओ..... क्या - क्या होता है | #gif क्या क्या होता है
Mr.Duke
गुलाब, ख़्वाब, दवा, जहर,जाम,क्या~क्या है। मैं आ गया हूं महफ़िल में,बस बता ©Mr.Duck~AK Shayar क्या क्या है????? #ShahRukhKhan
Deepak Pandit
मंजिलें क्या है, रास्ता क्या है? हौसला हो तो फासला क्या है ©Deepak Pandit मंजिलें क्या है, रास्ता क्या है? हौसला हो तो फासला क्या है
Vickram
काफी लम्बे अरसे से खुद को समझाते आया हुं मैं । कल जो समझ जाता था आज वो मानता ही नहीं । कौन सा राज है जो मुझे मे ही समझ नहीं आ सका । लगता है कि मैं खुद को कभी समझ पाया ही नहीं । ©Vickram बात क्या है,,, और दुनिया क्या है,,,
Sen Sahab Manish ji
वैसे तो रोज होती है नई सुबह उसमे नया क्या... वहीं रंगत है वहीं संगत है...... उसमें नया क्या है... गोधूलि भी वहीं है और सवेरा भी वहीं उसमे नया क्या है... पर....😏 रोज जिंदगी जीते आंसुओ को भी पीते है हटकर और उठकर जो जिया है एक एक पल वही तो असली जीवन है और जीवन का उद्घार करो फिर भी कुछ अच्छा न हो तो... उसमे नया क्या है... नया क्या है.. शुरुआत है भी नया क्या है...