Find the Latest Status about पिता और पुत्री पर कविता from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, पिता और पुत्री पर कविता.
Sunil Kumar Maurya Bekhud
इक परी सलोनी नन्ही सी आई थी मेरे आंगन में देकर खुशियों को बेशुमार रब ने डाला था दामन में नाज़ुक नाज़ुक से हाथ पैर मुस्कान लबों पर प्यारी सी मन मोह सभी का लेती थी इतनी प्यारी किलकारी थी मन हर्षित था आनंदित था लक्ष्मी आई थी मधुबन में हम उसको पाकर धन्य हुए प्रभु की रचना अलबेली थी चिड़ियों सा कलरव मधुर मधुर करती गोदी में खेली थी हे प्रभु उसको देना न कभी कोई भी मुसीबत जीवन में ©Sunil Kumar Maurya Bekhud # पुत्री के जन्मदिन पर कविता
Nk Gupta Ji
पिता पर,,कविता,,किसी भी ख्वाब की तामीर पहली बार देखीं है,मेहरबां होती जिंदगी पहली बार देखीं है,,किसी मासूम बच्चे सा हो गया हु मै ,,जब पिता की तस्वीर पहली बार देखी। है,,,,, ©Nk Gupta Ji पिता पर,,कविता,,
Ganesh Singh Jadaun
Love कविता पुत्री है प्रेम इसका पिता है और वेदना इसकी जननी #Recipe_of_love कविता पुत्री है प्रेम इसका पिता है और वेदना इसकी जननी #प्रेम_पर_चिंतन #कविता #वेदना _____©® गणेश सिंह जादौन
Mamta kumari
प्रिये माँ और पापा सादर प्रणाम मैं आपके कृपा से ठीक हूँ आशा है कि आप सभी भी ठीक होंगें ।मैं यहाँ रात-दिन मेहनत करती हूँ कि आपके सपनें को साकार कर सकूं ।और आपके उमीद पर खड़ा हो सकू। और मैं क्या लिखूं बड़ो को प्रणाम छोटो को मधुर प्यार । आपके तनुजा ममता । ©Mamta Kumari पुत्री का पत्र पिता के नाम ।
Mamta Singh
बाबूल मैं तेरी चाभी वाली गुड़ियाँ जितनी दी तुमने चाभी उतनी हीं मैंने ज़ुबां खाेली बाबूल तुझकाे मैंने अपना रब माना तेरी आँखाें से हीं इस दुनियाँ काे जाना बाबूल मैं तेरे आँगन की गीली मिट्टी डालाे चाहे जिस साँचें में उसमें ही मैं ढ़ली बाबूल मैं तेरे बगिचे की प्यारी कली लगा दाे चाहे जिस गुलशन में रहूँगी मैं सदा खिली खिली बाबूल बस एक अारज़ू मेरी याद ये रखना गुलशन से ज़ुदा कराे ताे कराे पर दिल से कभी ज़ुदा न करना एक पुत्री अपने पिता के आन बान और स्वाभिमान के लिये कुछ भी कर सकती है पिता#पुत्री#yqbaba#yqdada#yqldidi#yqlove#yq
Shilpa yadav
कितना सुन्दर यह क्षण है ,पापा का जन्मदिन है डरकर हम यहीं कहते हैं, पापा से सब डरते हैंं कांप,कांपकर स्वरों से अधूरी बातें करते हैं,हां पापा से अपने, हम सब ह्रदय की बातें कहते हैं छिपकर सही मगर पापा मेरे सबसे स्नेह करते हैं हम सब भी नहीं हैं कम बिना पाप के अधूरे लगते हैं जब कभी हो जाते हैं गुस्सा आंखें लाल करते हैं ,नाना का नाती आकर बोला नाना कमेडी अच्छा करते हैं एक छोटा सा है घर मेरा, जिसमें रहतें कभी कभी सदस्य बारह कितना प्यारा लगता है तब ,मेरा ह्रदय बस कुछ कहता है पापा के बिन सबका सारा सपना टूटा बिखरा लगता है।। मेरे पापा एक अध्यापक हैं जो आज भी मुझे पढा़ते हैं खुश हूं मैं भी क्योंकि पापा मेरे संग कइयों का अस्तित्व बनाते हैं ©शिल्पा यादव जन्मदिन पर पापा की पुत्री का पिता के प्रति असीम/प्रेम/भावना/अभिव्यक्ति/ पत्र
Kulbhushan Arora
पिता पुत्री का प्रेम पवित्र प्रवाह है, पुत्री पिता का प्रेम, पवित्र परवाह है।। पिता पुत्री का प्रेम पवित्र प्रवाह है, पुत्री पिता का प्रेम, पवित्र परवाह है।। कुलभूषण दीप #yqdaughterslove