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Anil Ray
किसी भी राष्ट्र की प्रगति को राष्ट्र में वर्तमान महिलाओं की प्रगति से मापन किया जाना चाहिए। ✍🏻...डॉ. भीमराव अम्बेडकर ©Anil Ray बादशाह-ए-कलम..........✍🏻🙏🏻 दुनिया की प्रत्येक विचारधारा ने लाखों-करोड़ो मानवों का रक्त बहाकर एक रक्तरंजित बाढ में स्वयं के वज़ूद को स्थापित
Anshul Bhondele
Motivational indar jeet group
जीवन दर्जन 🌹 आपके दिल में सेवाभाव कल्याणकारी भावना का जाग्रत रहना ही आपके जीवन की सार्थकता है !.i. j ©Motivational indar jeet guru #जीवन दर्जन 🌹 आपके दिल में सेवाभाव कल्याणकारी भावना का जाग्रत रहना ही आपके जीवन की सार्थकता है !.i. j
Srinivas
जब भूख-प्यास बढ़ जाती हैं तो हमें भोजन-पानी की व्यवस्था करने में हम सक्षम हुए है, वैसे ही जब हम अपने मन में कुछ हासिल करने की तीव्र इच्छा जाग्रत किए है तो हमने अपनी इच्छा को कई बार पूरी ताकत से पूरा किया है, और हम इससे भी अधिक हासिल करने वाले है I ©Srinivas जब भूख-प्यास बढ़ जाती हैं तो हमें भोजन-पानी की व्यवस्था करने में हम सक्षम हुए है, वैसे ही जब हम अपने मन में कुछ हासिल करने की तीव्र इच्छा जा
Anil Ray
जिंदगी अकेला कहाँ अनिल......! तेरी इस आपाधापी दौड़ में........! मेरे स्वजनों की जरूरते-याद......! परछाईं-सी है सदा मेरे संग में....!! ©Anil Ray 🌺 रहे हम या नही रहे - पर यादें जिंदा रहे 🌺 यह जीवन-चक्र की आपाधापी न किसी से होड़ स्व-स्वजनों के भरणपोषण ही है मेरी भागदोड़। सपनों से अधिक
Anil Ray
I want our India... जब तक जातिविहीन, समतामूलक समाज की स्थापना नही हो जाती 15 अगस्त को प्राप्त स्वतंत्रता का कोई महत्व नही है। ©Anil Ray बादशाह-ए-कलम...✍🏻 दुनिया की प्रत्येक विचारधारा ने लाखों-करोड़ो मानवों का रक्त बहाकर एक रक्तरंजित बाढ में स्वयं के वज़ूद को स्थापित किया। सत्
Verti....
Kuch chize waqt aur haalat tay karti hai... Paisa kya h , zarurat e aam tay krti hai.. Lagta h waqt sachchi mohabbat paine mai.. Uska mol b khuda tai karta hai.. Itna aasan b nhi kisi p mohabbat luta dena.. Ye kissa b aapki umar tai krti hai.. *पापी मौज में, पुण्यात्मा कष्ट में. ये कैसा न्याय! ईश्वर हैं भी या नहीं?* *आपके मन में कभी भी ऐसे प्रश्न आते हैं क्या- मैं तो इतनी पूजा-पा
Chanchal Jaiswal
ना जाने कितनी शालाएँ ना जाने कितने सभागार जाग्रत वाणी थी तूर्य हुई हुई कभी तूणीर बाण हुआ कभी गाण्डीव प्रखर पाञ्चजन्य का नाद शिखर। पुलकित मेधा सौरभ भर-भर फड़कता शौर्य साहसी भुजदल। केशर सा जगमग भाल भानु उत्तुंग हिमालय सा सीना हरियाला हृदय भावभीना कण्ठ-कण्ठ जयघोष विपुल स्पंदन-स्पंदन राष्ट्रवन्दन। गौरवशाली इतिहास प्रवर प्रेरित होते जनगण सुनकर नन्हें-नन्हें से बाल नवल विकसेगा इनमें भारत कल। (शेष कविता caption में...) ना जाने कितनी शालाएँ ना जाने कितने सभागार जाग्रत वाणी वो तूर्य हुई हुई कभी तूणीर बाण हुआ कभी गाण्डीव प्रखर पाञ्चजन्य का नाद शिखर। पुलकित मे
Kulbhushan Arora
सुप्रभात 🙏🏼🙏🏼🌄🌄 #d_k_p सुप्रभात🌄🌄🙏🏼🙏🏼 *उत्तिष्ठत जाग्रत प्राप्य वरान्निबोधत ।* सूर्य किरणों का स्नेहिल स्पर्श, ले के आया है स्नेह और हर्ष, आज के दिन मिला है उपहार,
Kulbhushan Arora
#d_k_p भोर की पलकों पे, सूर्य किरणों का चुम्बन, सूर्य किरणों का, सबके मन को आलिंगन, ब्रह्मांड की ऊर्जा, संदेश देता सबके मन, उत्तिष्ठत जाग्रत