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MAHI
Shalini Nigam
आजकल इंसान स्टेटस देखकर रिश्ते बना रहा है इसीलिए_ आज खून का रिश्ता भी रिश्ता निभाने से कतरा रहा है ©Shalini Nigam #Love #Life #Zindagi #Nojoto #yqdidi #yqbaba #Shayari #खून #रिश्ता
Devesh Dixit
नहीं चाहिए ऐसा जीवन नहीं चाहिए ऐसा जीवन, जिसमें दर्द बेशुमार हो। आतंकों से भरा ये जीवन, जहाँ तड़पा इन्साफ हो। दुष्कर्मों की लगी झड़ी है, कहाँ रहा विश्वास है? संकट की जो ये घड़ी है, नहीं बचा ऐहसास है। चेहरे पर सब मुखौटा पहनें, कैसे अब पहचान हो? खून की लगी नदियाँ बहनें, क्यों बने अनजान हो? दौलत की खातिर देखो, बिकता जो ईमान है। कैसे मजबूत होगा देखो? ये जो हिन्दुस्तान है। नहीं चाहिए ऐसा जीवन, जिसमें रक्त शृंगार हो। हैवानियत में डूबा जीवन, पाप का ये आधार हो। .................................... देवेश दीक्षित स्वरचित एवं मौलिक ©Devesh Dixit #नहीं_चाहिए_ऐसा_जीवन #nojotohindi #nojotohindipoetry नहीं चाहिए ऐसा जीवन नहीं चाहिए ऐसा जीवन, जिसमें दर्द बेशुमार हो। आतंकों से भरा ये जी
Rajkumar Siwachiya
Black प्यासी मेरे खून की रोटी दो जून की मर्डरी मेरे सुकून की रोटी दो जून की खुशियां मेरी भून-गी रोटी दो जून की छुटा गांव लाय्गी लत टाऊन की रोटी दो जून की सेप दांता तै बिगड़वागी नाखून की रोटी दो जून की खड़ी माट्टी पीटावय जुनून की रोटी दो जून की आदत भुलागी डेली दातून की रोटी दो जून की फील दिसम्बर म गर्मी जून की रोटी दो जून की करवागी बारिश अनखी प ऊंची ट्यून की रोटी दो जून की करय घाव प बारिश निखडू नून की रोटी दो जून की राह भीतर की इच्छा न पकड़वागी शून की रोटी दो जून की ✨🥺✨🥷🔭📙🖋️ - Rajkumar Siwachiya ✍️♠️ ©Rajkumar Siwachiya प्यासी मेरे खून की रोटी दो जून की मर्डरी मेरे सुकून की रोटी दो जून की ✨🥺✨🥷🔭📙🖋️ - Rajkumar Siwachiya ✍️♠️ #Morning #rajkumarsiwachiya #oyedes
Shivkumar
चलो फिर से आज वो नजारा को हम याद कर लें शहीदों के दिल में थी जो ज्वाला वो आज हम याद कर लें किनारे पे जिसमें वो बहकर अपने को देश को आजादी पहुंची थी देशभक्तों के खून की वो धारा को आज हम याद कर लें // मेरे दिल से उन शहीदों को सत सत नमन है // ©Shivkumar #shaheeddiwas #shaheeddiwas2024 #Nojoto #nojotohindi #motavitonal चलो फिर से आज वो #नजारा को हम याद कर लें #शहीदों के दिल में थी जो ज
Virendra Singh Diwakar
यह कोई कविता नहीं उसकी जिंदगी का किस्सा है जो दर्द बताने वाला हूं उसकी जिंदगी का हिस्सा है चंद खून की छींटे लज्जित कर देती है उसको कोई क्यों नहीं सोचता कितना दर्द होता होगा उसको नारी होना आसान नहीं समझाओ उन नसमझो को रूह कांप जाती जब चोट लगती हैं मर्दों को मंदिर और रसोई में भी जाने को रोक लगाते हैं कुछ लोग पास में बैठने से भी मुँह बिगाड़ लेते है न जाने क्यों लोग इसे बीमारी समझते हैं *उसे दर्द से ही तो घरों में चिराग जलते है* यह कोई कविता नहीं उसकी जिंदगी का किस्सा है जो दर्द बताने वाला हूं उसकी जिंदगी का हिस्सा है VS.Diwakar ©Virendra Singh Diwakar #Women #womenempowerment #Women_Special यह कोई कविता नहीं उसकी जिंदगी का किस्सा है जो दर्द बताने वाला हूं उसकी जिंदगी का हिस्सा है चंद खून
Niaz (Harf)
कभी मुलाकात होगी, तो यह सवाल भी पूछा जाएगा। कि, आए जिंदगी तुझे मुझसे क्या गिला है। सब तो मौजूद है मेरे शहर में, बिना मेरे। कि मुझे ही मेरे आशियाने से रुखसत किया जाएगा। और इलज़ाम यह भी लगाया जाएगा। की थी दौलत की भूख। देख तेरे घर का चूल्हा, मेरे खून की कमाई से जलाया जाएगा। ©Niaz (Harf) कभी मुलाकात होगी, तो यह सवाल भी पूछा जाएगा। कि, आए जिंदगी तुझे मुझसे क्या गिला है। सब तो मौजूद है मेरे शहर में, बिना मेरे। कि मुझे ही मेरे