Find the Latest Status about होगा रे नाश होगा from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, होगा रे नाश होगा.
Meenakshi Sharma
तेरे कर्मों का भी बन्दें, होगा इक दिन हिसाब रे, मत बोल बुरा किसी को, मीठी कर लें तू भी अपनी जुबान रें, सुन रहा है वो भी सब कुछ, जिसने दी तुझें जुबान रें, तेरे कर्मों का भी बन्दें, होगा इक दिन हिसाब रें, तेरे कर्मों का भी बन्दें, होगा इक दिन हिसाब रें, देखता है वो भी सब कुछ, तू जो सबसे छुपाता है, तेरा हर कर्म कहां उसकी, नजरों से छुप पाता है, तेरे कर्मों का भी बन्दे, होगा इक दिन हिसाब रें, तेरे कर्मों का भी बन्दे, होगा इक दिन हिसाब रें निर्दोष को तू दोषी बता कर, अपना दोष जब छुपाएगा, उसकी अदालत में फिर, तू कैसे सजा से बच पाएगा, मत भूल तू यह बन्दें तुझसे भी बड़ी इक भगवान की अदालत है, तेरे कर्मों का भी वहां पर पूरा ब्यौरा है, तेरे कर्मों का भी बन्दे , होगा इक दिन हिसाब रें। Meenakshi Sharma तेरे कर्मों का भी इक दिन होगा रे हिसाब रे
Sumit Upadhyay
जागो अब तो हे परशुराम , लो जन्म पुनः हे दंडधाम , अपना प्रताप विस्तीर्ण करो, दुष्टों के ह्रदय विदीर्ण करो।। सुमित उपाध्याय १०/०१/२०१७ हिंदुत्व का उद्धार तभी होगा जब साधु बने लंपट ढोंगी नरपिशाचों का नाश होगा।
Rajeev namdeo "Rana lidhori"
कोरोनावायरस का नाश हो नाश हो नाश हो #कोरोनावायरस का नाश हो #नाश हो नाश हो
'मनु' poetry -ek-khayaal
देर से ही सही ठोकर खाकर ही सही मगर समाज को जागना होगा और धारणाओं में परिवर्तन लाना होगा वरना नाश जल्दी तय है। 'मनु' नाश
Pradyumn awsthi
"Intoxication is the cause of destruction" "नशा, नाश का कारण है।" ©"pradyuman awasthi" #नाश का कारण
पूर्वार्थ
अब तो मेरी रूह में, नशा है भर चुका ऐसा याद आते ही तेरी शक्ल, भूलता खुद को तेरी चरणों की धूलि से सजा माथा मेरा नशे में झुमता रहता हूँ, मै मगन अब तो हो के मदमस्त रात दिन, कहीं भी रहता हूँ प्यार हर हाल नशे हाल, बना फिरता हूँ तेरे हाथों से खिला, जो मिला है प्यार तेरा प्यार की छाँव में आशा लगाए रहता हूँ तू न है आज अगर, प्यार सच में देने को तेरा एहसास, तसल्ली है मुझे जीने को भूँख भी प्यास भी, मुझको न सताती है कभी बस तेरी याद में, मैं यूँ ही जिए जाता हूँ तेरी उंगली का सहारा, कभी मिला था जो उसी आशीष से, हर मंजिलें मैं पाता हूँ तेरे आशीष के बल पे, है बल मेरा मैय्या क्यूँकि रग रग में, तेरा रक्त बहा पाता हूँ मेरी ख्वाहिश कभी पूरी हो चाहे ना मैय्या तेरी यादों के नशे में मैं खुद को पाता हूँ, मेरी माँ आज भी जिंदा है मेरे रग-रग में सोते जगते हुए हर पल ये गुनगुनाता हूँ ©purvarth #नाश यादों का
विवेक कुमार मौर्या (अज्ञात )
इश्क़ झूठा, एक दर्द है ये सच, हमें धोखा देकर चला जाता है अक्सर। पर फिर भी हम खो जाते हैं उसमें, इसे छोड़कर जीना हमें नहीं आता कहीं। जो था इश्क़, अब बस एक कल्पना है, हमारे दिल में ये दर्द हमेशा ज़िंदा है। कोई क्या जाने इस इश्क़ के अंदर, जो दिल का हाल बदल देता है अदा से नज़र। इश्क़ के झूठ में मत खो जाना, सच्चे प्यार को हमेशा साथ रखना। दिल से उठे हर एहसास को देखो, इस इश्क़ के झूठ में फिर कभी मत फसो। जिंदगी के साथ इसे सीख जाओ, इश्क़ के झूठे सपनों को तुम भूल जाओ। ©विवेक कुमार मौर्या (अज्ञात ) जागो रे रे........