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Freelancer
१ मे महाराष्ट्र दिवस और कामगार दिवस की आप सभी को बहुत बहुत शुभकामनाए! ©Freelancer #maharashtra #कामगार #दिवस #day #लव #love #शायरी
Dr. Bhagwan Sahay Meena
जिंदगी भर महिला इस जगत में , नदी के माफिक बहती रहती है।। घने कोहरे, झंझावातों से लड़ती, लाखों हजारों दुःख सहती रहती है। डॉ. भगवान सहाय मीना जयपुर राजस्थान। 9928791368 ©Dr. Bhagwan Sahay Meena #womeninternational अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की शुभकामनाएं Ritu Tyagi Anshu writer Sanjana Sakshi Dhingra Shilpa
Sadhna Sarkar
नारी तुम कभी देवी तो कभी कलंकिनी भी कहलाती हो तुम तो हो सृष्टि की जन्मदात्री तुम क्यों अपना मन हारती हो तुम से है घर की नींव तुम तो परिवार को खुशी देती हो संस्कार की कमां लेकर हाथों में एक सभ्य समाज बनाती हो नारी तुम सिर्फ़ एक स्त्री नहीं, तुम अपने बच्चों के लिए खुदा भी हो ना समझ ख़ुद को तुम अबला, शक्तिहीन ,तुम शक्ति स्वरूपा हो दूसरों से फेंकी गई गंदगी से ख़ुद को क्यों मैला समझती हो जब दोष तेरा नहीं ,तो अपनी स्वाभिमान पे क्यों शर्मिंदा हो नारी तुम सच में इस दुनियां में ईश्वर की ,नायाब रचना हो तुझे सृज कर ये समझो की ,अब ईश्वर की रचना पूरी हुई हो। ©Sadhna Sarkar #ankahe_jazbat 💫💫 आप सभी को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं 💐💐
JUST FUN 79
विश्वभर में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस 08 मार्च को मनाया जाता है. इसकी खास वजह ये है कि इसी दिन अमेरिका के महिलाओं ने अपने अधिकारों के मांग की लड़ाई शुरू की थी. बाद में सोशलिस्ट पार्टी द्वारा इस दिन को महिला दिवस मनाने का ऐलान किया गया. ©JUST FUNS 79 #womeninternational omen's Day 2024: हर साल 8 मार्च के दिन अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया
कंचन
Rajendrakumar Jagannath Bhosale
आंतरराष्ट्रीय महिला दिना निमित्त प्रबोधन गीत सोसूनी शिक्षा आजवर रुढीची ठेच विषमता अमानवी फडीची चालवले तूच संसाराचे जग रहाट स्त्रीस्वातंत्र्याची उजळ तू पहाट || धृ।। मैत्रिय गार्गी विदुषी केंद्र स्त्री शक्तीचे शूर रजियाने उघडले दार स्त्री मुक्तीचे पारतंत्र्यात महिलांची झाली बंद वाट || 1|| सती प्रथा, स्त्री दास्यत्व लादले रुढीने झाकला स्वाभिमान दास्यत्व बुरख्याने बेगडी चौकटित बांधले गुलामीची गाठ || 211 जिजाऊ, मनीकर्णीका, अहिल्या, साहू दुष्ट चालीरीती तोडण्या उसळले बाहू फोडीले झुगारूनी कुप्रथेचे अमानवी माठ ॥ 3|| इंदिराजी, मायाबहेन, धगधगती तलवार स्त्री शक्ती पुन्हा उठा लावोनी ज्ञान धार जमू लागलेत पुन्हा गुलामीचे ढग दाट || 4|| सोसूनी शिक्षा आजवर रुढीची ठेच विषमता अमानवी फडीची भेकड गिधाडांना फोड आता दहाड ll 5ll कवी गायक संगीत श्री राजेंद्रकुमार जगन्नाथ भोसले Rajendrakumar Jagannath Bhosale ©Rajendrakumar Jagannath Bhosale आंतरराष्ट्रीय महिला दिन स्फूर्ती गीत