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Pundrik Tiwari

चले आओ चले आओ #कविता

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चले आओ चले आओ
मेरी मनमीत चले आओ।
मेरी यादों में आने वाले,
आकर नींद चुराने वाले,
मेरे मनप्रीत चले आओ।
तेरे इंतजार में धर धीर,
उठे हीय हजारों पीर,
मेरी प्रिय मेरी हीय हीर
चले आओ...
चले आओ मेरे हिय रमने वाले
खुद में मुझे रमाने वाले
स्वप्न सलोने दिखाने वाले
मेरे चितचोर चले आओ। चले आओ चले आओ

Dev Sharma

#Nojoto #हम चले-चले...

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हम हार चले पानी पानी 
दिल ने ठानी मन ने मानी
भीतर से सूख गया बर्तन 
जीवन खारा पानी पानी!
मटमैली सूरत मैं होंगे
मेरे जैसे कई और यहां,
मटमैली पलकों के तल में
 ढोते होंगे पानी पानी!
हम चले चले ,हम चले चले 
हम चले चले ,हम चले चले
हम चले चले ,कल से कल तक 
हम चले चले ,जल से थल तक
धनुष बाण सी मुड़ जाए 
यह देह बेचारी भूतल तक!
आंख में आज बिखर जाए 
गांव की सब चूनर धानी
पंछी पीते मृत आंखों से
चुन-चुन कर खारा पानी!! #nojoto #हम चले-चले...

M.K Meet

#ourstory चले आओ...... चले आओ~~~~~~ #कविता

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kunti sharma

#चले

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kunti sharma

#चले

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SamEeR “Sam" KhAn

#चले

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लोग प्यार में बड़ी बड़ी बातें करते हैं,
और फिर एक दिन छोड़ कर चले जाते हैं

©SamEeR “Sam" KhAn #चले

VEER NIRVEL

महक, नज़ाकत, खनकी, सबाब कुछ भी नहीं, तुम्हारे रुप के आगे गुलाब कुछ भी नहीं.. #𝙲𝚑𝚊𝚒_𝙻𝚘𝚟𝚎𝚛 #Shayari #𝘤𝘩𝘢𝘪_𝘭𝘰𝘷𝘦𝘳

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महक, नज़ाकत, खनकी, सबाब कुछ भी नहीं, 
तुम्हारे रुप के आगे गुलाब कुछ भी नहीं..
#𝙲𝚑𝚊𝚒_𝙻𝚘𝚟𝚎𝚛

©VEER NIRVEL महक, नज़ाकत, खनकी, सबाब कुछ भी नहीं, 
तुम्हारे रुप के आगे गुलाब कुछ भी नहीं..
#𝙲𝚑𝚊𝚒_𝙻𝚘𝚟𝚎𝚛

Simran Simar

चले गए तो बस चले गए।। #Shayari

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Kavi Dhanraj Gurjar

चले जाओ.......

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अपने हाथों से जो पौधें थे लगाए,        
     आज उनके ही कांटे चुभाए गए हैं।
खूं- पसीने से जिनको था सींचा,         
     आज उनके ही दोषी ठहराए गए हैं।
जिन घरों को बनाया था हमने,           
    आज वही तो कहर ढहाए हुए हैं।
दीवारों  ने  मारे  हैं  धक्के,            
    अपने ही द्वारों से भगाए हुए हैं।
जिस  छत को रखा था सर पर उठाए,    
        आज उसके ही टुकडों के दबाए हुए हैं।
जिनको पैदल भी न दिया कभी चलने,    
आज वही" चले  जाओ" का शोर मचाए हुए हैं।

©Kavi Dhanraj Gurjar चले जाओ.......
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