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aarav
खलिश या बैचेनी या किसी बात की अनहोनी, क्यों होती है सजा मुकर्रर शिद्दत से चाहने वालो की कोई टूटकर चाहे सबकुछ भूलकर चाहे क्यों होती है बेचैनी नरम बातों की राहों पर खलिश बयां करती है कि कोना फिर से खाली हो गया परिंदा खाली घरोंदा कर गया किस्मत के लेखा जोखा को साथ मे लेकर उड़ गया ©aarav #Path
Ali Jalali
خدا ہیں لوگ گناہ و ثواب دیکھتے ہیں سو ہم تو روز ہی روز حساب دیکھتے ہیں کچل کچل کے فٹ پاتھ پر نہ چلو اتنا یہاں پہ رات کو مزدور خواب دیکھتے ہیں ©Ali Jalali #Path
MVP
"If people knew how hard I worked to get my mastery, it wouldn't seem so wonderful after all." ©MVP #Path
JustListen
अभी भी है वही धुंधली नजर, और है वही निगेहबान, क्या कहूं? ©JustListen #Path
संस्कृत भाषा ( शिक्षक ) Facebook pages
♥️उत्सवप्रियाः खलुः मनुष्याः♥️ मनुष्य उत्सव प्रिय होते हैं 🙏 ©संस्कृत भाषा ( शिक्षक ) Facebook pages #Path
ishant Thakur
Village Life “ माना की शहर में तुम्हारा तरक्की वाला मकान हे मगर गांव में गरीबो का जीवन में भी सुकून और शान हे..!! ©Ishant Thakur Village #villagelife #sayri #Trading #viral #Trade
Kumar Dinesh
अज़ीब किस्म का मंज़र.. दिखाई देने लगा वो मुझको मेरे ही अंदर.. दिखाई देने लगा तेरे ख़याल में जब..आँखे मूंद ली मैंने तो मुझको और भी बेहतर.. दिखाई देने लगा किसी के लम्स के सदके.. ये इश्क़ का पंछी हुदूद-ए-अर्श से ऊपर.. दिखाई देने लगा जुनूँ से बैर ख़िरद को है..सुनते आए थे किया जो इश्क़ तो खुलकर.. दिखाई देने लगा सुनहरी याद के जुगनू के..मुस्कुराते ही हर इक ज़ख्म मुनव्वर.. दिखाई देने लगा मेरा मिज़ाज है शीशा..'कुमार' ये सुनते ही हर एक हाथ में पत्थर.. दिखाई देने लगा लम्स= स्पर्श हुदूद ए अर्श=आसमाँ की हद ख़िरद =अक्ल/समझदारी मुनव्वर=प्रकाशित/रोशन ©Kumar Dinesh #Path
Ganesh
इंसान की आर्थिक स्थिति कितनी भी अच्छी हो, लेकिन जीवन का सही आनंद लेने के लिए उसकी मानसिक स्थिति अच्छी होनी चाहिए. Good morning ©Ganesh #Path
Ankit Srivastava
एक वक्त के बाद रोना धोना सब ढोंग सा लगने लगता है, हम अपनी पीड़ाओं को किसी से नहीं कहते, क्योंकि हमें एहसास हो जाता है कि तितली के पंख पे उभरे हुए दृश्य भले ही किसी घाव के हो, लोग मज़े ही लेंगे पकड़ के तो हम ख़ामोश हो जाते हैं और करने लगते है इंतज़ार अपने ईश्वर का जो एक दिन आएगा इस संसार के मोह से छुड़ाकर अपने साथ ले जाने ...... ~ अंकित श्रीवास्तव . ©Ankit Srivastava #Path