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Richa Dhar
White मैंने आज हवाओं से कहा,जा उसका स्पर्श कर के आ मैंने उसको याद किया है ये एहसास दिला के आ। जो न माने वो, के संदेश मैंने भेजा है उसके सीने से लिपट के उसकी साँसों को महका के आ। उसके कदमों की आहट सीधे दिल पर दस्तक देती है वो न समझे तो उसके कदमों को चूम उसे एहसास दिला के आ। मेरे दिन,दोपहर,शाम रात हर पहर पर उसकी यादों का पहरा है जा उसे मेरे दिल की धड़कन का शोर सुना के आ। ©Richa Dhar #love_shayari हवा
#love_shayari हवा #शायरी
read moreराकेश रोसन
गुरु कुल में आपका स्वागत है सर काटू सर कटाउ जूखे ना मारो माण दे आसीस कालका नित्रा चढाऊँ सीस ©राकेश रोसन जय काली
जय काली #भक्ति
read moreShashi Bhushan Mishra
घटा सुहानी बन जाती है, बात रूहानी बन जाती है, दिल से जुड़ जाते हैं रिश्ते, रात कहानी बन जाती है, रंगे हृदय जब श्याम रंग में, प्रेम दिवानी बन जाती है, है अभ्यास निरंतर जिसका, कथा जुबानी बन जाती है, दी जाती जो चीज प्यार से, एक निशानी बन जाती है, बनकर ही हमराह आपकी, दोस्त सयानी बन जाती है, मन को भा जाए जो गुंजन, दिल की रानी बन जाती है, --शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' प्रयागराज उ•प्र• ©Shashi Bhushan Mishra #घटा सुहानी बन जाती है#
Chitra Chakraborty
तू हवा है तो तेरे संग बहना है मुझे। अब सिर्फ तेरे दिल में रहना है मुझे। बरसों से दफ़न है बहुत कुछ अंदर। सीने से लगकर सब कहना है मुझे। ©Chitra Chakraborty #हवा
( prahlad Singh )( feeling writer)
White ll मेरी ईल्तजा तेरे वास्ते में हूं हवा तेरे वास्ते ये हैं सफर तन्हा हुआ तू है वफा मेरे वास्ते ll ©( prahlad Singh )( feeling writer) हवा#emotional_sad_shayari
हवाemotional_sad_shayari #Shayari
read morekoko_ki_shayri
"माँ काली" बढ़ा जब संसार में संहार, माँ ने लिया जन्म रूप बनके सात! क्रोध से किया असुरों का अंत, शिव के ऊपर रखा पैर हुआ क्रोध शांत!! ©koko_ki_shayri #maa काली....🙏🙏
Richa Dhar
घटा सावन की जिस रोज़ बरसती थी वो क्षण आज भी अविस्मरणीय है काले बादलों के बीच बारिश की बूंदों के साथ खाली सड़क पर तुम्हारा यूं घूमना और बेवजह अनगिनत बूंदों को हथेलियों पर गिनना और कनखियों से मुझे भी देखना मैं समझ लेती थी तुम्हारी मनोभावना को और मुस्कुरा कर तुम्हारा पागलपन देखती थी सब कुछ याद है मुझे याद है तुम्हारा खिड़की के बाहर हाथ निकाल के अपनी हथेलियों को गीला कर लेना और याद हो तुम,भीगी सड़कों पर चलके मेरे सूखे मन पर अपने पैरों के निशान को छोड़ना और मेरे मन को भिगो देना..... ©Richa Dhar #loyalty सावन की घटा