Find the Latest Status about रामगढ़ from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, रामगढ़.
Naresh Chandra
आसान मंज़िल कृपया अनुशीर्षक मे पढ़ें 🙏🙏 ©Naresh Chandra रानी अवन्तीबाई लोधी भारत के प्रथम स्वाधीनता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली प्रथम महिला शहीद वीरांगना थीं। 1857 की क्रांति में राम
रानी अवन्तीबाई लोधी भारत के प्रथम स्वाधीनता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली प्रथम महिला शहीद वीरांगना थीं। 1857 की क्रांति में राम
read moreamnewsnational
हत्या का प्रयास करने के आरोप में दो अभियुक्त गिरफ्तार, एक बाल अपचारी को पुलिस अभिरक्षा में लिया गया लोकेसन गोरखपुर थाना रामगढ़ताल उत्तर प् #विचार
read moreKrish Vj
सब बदल गया:_ लघुकथा "सब कुछ बदल गया है तेरे जाने के बाद मैं तो अब मैं भी ना रही हूँ तेरे जाने के बाद अपनी हर आरज़ू को मैंने दफन किया तेरी जुदाई ने मेरे दिल को यह गम दिया " #collabwithकोराकाग़ज़ #कोराकाग़ज़ #विशेषप्रतियोगिता #kkpc16 #अल्फाज_ए_कृष्णा #yqdidi रामगढ़ के एक मध्यमवर्गीय परिवार में जन्मी रमा एक मेधावी,
#collabwithकोराकाग़ज़ #कोराकाग़ज़ #विशेषप्रतियोगिता #kkpc16 #अल्फाज_ए_कृष्णा #yqdidi रामगढ़ के एक मध्यमवर्गीय परिवार में जन्मी रमा एक मेधावी,
read moreR.S. Meena
बस और होली होली से एक दिन पहले हुए सवार बस में जालोर से। थी सवारियाँ भरी हुई बस में खचाखच दोनो ओर से।। कर्मभूमि से जन्मभूमि जाने का उत्साह कम ना था, भरी हुई थी बस, मगर रंग खून का कम ना था । सफर तय करते हुए, आ पहुँचे गुलाबी शहर, लिया ऑटो का सहारा, पहुँचने को रामगढ़ मोड़, पहुँचे वहाँ, जहाँ से गाँव जाने वाली बस की है डगर । सवारियों के मन में थी होली के रंग में रंगने की होड़। आठ बजे की बस दो घण्टे पहले ही भर गई दोनो छोर से। थी सवारियाँ भरी हुई बस में खचाखच दोनो ओर से।। थी महिलाएँ बेचैन भीड़ में, लिए हुए गोदी में प्रहलाद को, कहीं गुस्सा था चेहरे पर, कहीं घूरती हुई नजरे प्रसाद को। नौंक-झौंक भी चली सवारी और परिचालक के बीच में, हुआ उठा के नीचे फेंकने का वाद, चढ़ती हुई भीड़ में। धीरे-धीरे चल रही थी बस, चरमरा रहे थे टायर जोर से, मेरे पैसे वापस नहीं दिए, आवाज दब गई भीड़ के शोर से। हिचकोले खाते हुए पहुँच गए अपने गाँव जालोर से। थी सवारियाँ भरी हुई बस में खचाखच दोनो ओर से।। बस और होली होली से एक दिन पहले हुए सवार बस में जालोर से। थी सवारियाँ भरी हुई बस में खचाखच दोनो ओर से।। कर्मभूमि से जन्मभूमि जाने का उत्साह
Balkrishna Ashish
*बागी बलिया का हूं मै लाल।* *जिसके रक्षक स्वयं महाकाल।।* प्रथम प्रणाम करता हूं जन जन को।दूजे बंदन है भृगु मुनि को।। सुनो भारत के वाशी।। बलिया स्वयं में काशी।। दर्दर भृगु पाराशर की भूमि है यह पावन। विश्व विख्यात दरदरी मेला लगता यहां है मनभावन।। गंगा सरयू की निर्मल धारा । कितने संत जनो को तारा।। सुरहा ताल, है यहां का निर्मल। द्वाबा में बहे गंगा की धारा अविरल। वीरो की जन्म भूमि, मंगल पाण्डेय जिसकी पहचान है। फक्र आज भी बलिया पर है युवा यहां की शान है।। प्रथम कलक्टर भारत में चितू बाबा की पहचान है। हजारी प्रसाद और केदारनाथ की धरती बागी महान है।। जान नहीं मेरे शब्दो में जो इसका गुड़गान करूं। बागी बलिया के लोगो से जिसने हाथ मिलाया है, । साक्ष्य इतिहास के पन्नों में श्रेष्ठ पद को पाया है।। सिंहासन है इसकी दासी, । बसता है यहीं मथुरा और काशी।। संविधान के पन्नों में एक अलग पहचान बनाया है, स्वतंत्र भारत का पहला जिला अपना नाम लिखवाया है।।युवा तुर्क चंद्रशेखर ने भारत में परचम लहराया था भोला पांडेय के टेनिस बम से सारा भारत थरया था।। , दो लोक सभा है इसके अंदर। जन जन में बसता है सिकंदर।। सत्रह ब्लाक ,और 7 विधान सभा इसके अंग है। 8 नगर पंचायतों और एक नगर पालिका का अद्भुत ही एक रंग है।। यहां राजनीति घर घर में बसता । चुनावी रंगो का मेला सजता।। लोकतंत्र का पहला उदाहरण देख बलिया को सीख लो । कोई हारे कोई जीते , प्रेम धरा का चीख लो।। आशीष वर्णन कर रहा,देख विरोधी जल रहा।। प्रेम सभी से आश सभी से। बलिया को विश्वास सभी से।। शंकरपुर की धरा से गीत बलिया का गा रहा हूं। रामगढ़ की सुंदर टिकरी आंनद से अब खा रहा हूं।। रसड़ा की प्रसिद्ध राम लीला नगवा में है अच्छे पात्र। सतीश चन्द्र, टि डी और कुंवर कालेज में है होनहार छात्र। मनियर में परशुराम का सुंदर सा स्थान है। बालेश्वर मन्दिर भृगु मन्दिर से बलिया की पहचान है।। लिट्टी चोखा , सतुवा यहां के सबसे अच्छे पकवान है। तभी तो बलिया के युवाओं के बाजुओ में जान है।। हे बलिया के लोगो सुन लो बाबा भृगु की जय करो। बलिया रहे सबसे आगे गमछा चुनौती तय करो।। जय बलिया जय भारत।। *बागी बलिया का हूं मै लाल।* *जिसके रक्षक स्वयं महाकाल।।* प्रथम प्रणाम करता हूं जन जन को।दूजे बंदन है भृगु मुनि को।। सुनो भारत के वाशी।। बलिय
*बागी बलिया का हूं मै लाल।* *जिसके रक्षक स्वयं महाकाल।।* प्रथम प्रणाम करता हूं जन जन को।दूजे बंदन है भृगु मुनि को।। सुनो भारत के वाशी।। बलिय
read moreN S Yadav GoldMine
भक्त शिवलिंग पर गिरने वाले जल को प्रसाद के रूप में ग्रहण करते हैं पढ़िए इस मंदिर का इतिहास !! 🎪🎪 {Bolo Ji Radhey Radhey} टूटी झरना मंदिर :- यहाँ स्वयं माँ गंगा करती है शिवजी का जलाभिषेक:- 🌈 झारखंड के रामगढ़ में एक मंदिर ऐसा भी है जहां भगवान शंकर के शिव लिंग पर जलाभिषेक कोई और नहीं स्वयं माँ गंगा करती हैं। मंदिर की खासियत यह है कि यहाँ जलाभिषेक साल के बारहो मास चौबीसो घण्टे होता है और इसे कोई और नहीं स्वयं गंगा जी द्वारा किया जाता है। यह पूजा सदियों से चली आ रही है। कहते है इस जलाभिषेक का विवरण पुराणों में भी मिलता है। भक्त मानते हैं कि यहां सच्चे दिल से मांगी गयी मुरादे सदैव पूरी होती है। 🌈 झारखण्ड के रामगढ जिले में स्थित इस प्राचीन शिव मंदिर को लोग टूटी झरना के नाम से जानते है। मंदिर की इतिहास 1925 से ही जुडा है। कहते हैं तब अंग्रेज इस इलाके से रेलवे लाइन बिछाने का काम कर रहे थे। पानी के लिए खुदाई के दौरान उन्हें जमीन के अन्दर कुछ गुम्बदनुमा चीज दिखाई पड़ा। 🌈 कौतूहलता अंग्रेजों के मन में भी जगी लिहाजा पूरी खुदाई की गई और अंततः ये मंदिर पूरी तरह से नज़र आया। मंदिर के अन्दर भगवान भोले का शिव लिंग मिला और उसके ठीक ऊपर माँ गंगा की सफेद रंग की प्रतिमा मिली। प्रतिमा के नाभी से आपरूपी जल निकलता रहता है जो उनके दोनों हाथों की हथेली से गुजरते हुए शिव लिंग पर गिरता है। 🌈 मंदिर के अन्दर गंगा की प्रतिमा से स्वंय पानी निकलना अपने आप में एक कौतुहल का विषय बना है। सवाल यह है कि आखिर यह पानी अपने आप कहा से आ रहा है। ये बात अभी तक रहस्य बनी हुई है। कहा जाता है कि भगवान शंकर के शिव लिंग पर जलाभिषेक कोई और नहीं स्वयं माँ गंगा करती हैं। 🌈 यहां लगाये गए दो हैंडपंप भी रहस्यों से घिरे हुए हैं। यहां लोगों को पानी के लिए हैंडपंप चलाने की जरूरत नहीं पड़ती है बल्कि इसमें से अपने-आप हमेशा पानी नीचे गिरता रहता है। वहीं मंदिर के पास से ही एक नदी गुजरती है जो सूखी हुई है लेकिन भीषण गर्मी में भी इन हैंडपंप से पानी लगातार निकलता रहता है। 🌈 मंदिर में श्रद्धालूओं का तांता लगा रहता है।लोग दूर दूर से यहां पूजा करने आते हैं। भक्त मानते हैं कि यहां सच्चे दिल से मांगी गयी मुरादे सदैव पूरी होती है। श्रद्धालुओ का कहना हैं टूटी झरना मंदिर में जो कोई भक्त भगवान के इस अदभुत रूप के दर्शन कर लेता है उसकी मुराद पूरी हो जाती है। 🌈 भक्त शिवलिंग पर गिरने वाले जल को प्रसाद के रूप में ग्रहण करते हैं और इसे अपने घर ले जाकर रख लेते हैं। कहते हैं इस जल में इतनी शक्तियां समाहित हैं कि इसे ग्रहण करने के साथ ही मन शांत हो जाता है। दुखों से लड़ने की ताकत मिल जाती है। शिव भगवान की होती है पूजा:- 🌈 मंदिर के अन्दर भगवान भोले का शिव लिंग मिला और उसके ठीक ऊपर मां गंगा की सफेद रंग की प्रतिमा मिली। प्रतिमा के नाभी से आपरूपी जल निकलता रहता है जो उनके दोनों हाथों की हथेली से गुजरते हुए शिव लिंग पर गिरता है। मंदिर के अन्दर गंगा की प्रतिमा से स्वंय पानी निकलना अपने आप में एक कौतुहल का विषय बना है। मां गंगा की जल धारा का रहस्य:- सवाल यह है कि आखिर यह पानी अपने आप कहा से आ रहा है। ये बात अभी तक रहस्य बनी हुई है। कहा जाता है कि के शिव लिंग पर जलाभिषेक कोई और नहीं स्वयं मां गंगा करती हैं। यहां लगाए गए दो हैंडपंप भी रहस्यों से घिरे हुए हैं। यहां लोगों को पानी के लिए हैंडपंप चलाने की जरूरत नहीं पड़ती है बल्कि इसमें से अपने-आप हमेशा पानी नीचे गिरता रहता है। वहीं मंदिर के पास से ही एक नदी गुजरती है जो सूखी हुई है लेकिन भीषण गर्मी में भी इन हैंडपंप से पानी लगातार निकलता रहता है। N S Yadav Rohini Delhi-85 ©N S Yadav GoldMine #boat भक्त शिवलिंग पर गिरने वाले जल को प्रसाद के रूप में ग्रहण करते हैं पढ़िए इस मंदिर का इतिहास !! 🎪🎪 {Bolo Ji Radhey Radhey} टूटी झरना मं