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Arora PR
कोई भी नहीं हैँ यहां पूर्ण इस दुनिया मे क्योंकि ये दुनिया अपूर्ण लोगो से लदी हुई हैँ लेकिन ये सच हैँ कि ये अपूर्णताये ही ला सकती हैँ जीवन मे परफेक्शन ©Arora PR परफेक्शन
परफेक्शन #कविता
read moreRekha Singh
White परफेक्ट कोई नहीं इंसान हैं कोई भगवान नहीं किसी गलती का खमियाजा हैं जिंदगी इतना भी परफेक्ट यहां कोई नहीं ©Rekha Singh #good_night #परफेक्शन
Nova Changmai
दर क्या है??? एक लंबा हट्टा कट्टा आदमी उसी आवाज से बात कर रही है, और तुम सुनकर डर रही हो, उसको को दर नहीं बोलता है। जो बीते हुए कल है उससे शिक्षा लो, और जो आज करने वाले हो उसे किया नया क्या कुछ कर सकते हो उसके बारे में सोचो ,और डरो उस समय के लिए जो भविष्य में तुम्हारे जीवन को सुनहरी अक्षर में लिखकर जीवन को बदल सकता है। #सीखना #शायरी#कविता#रोमांस#मीनिंग #Motivational #Good #evening
prashant Singh rajput
Call Drop मीनिंग इन हिंदी क्या है कॉल ड्रॉप जानिये हिंदी मे ? पूरा पढ़े नीचे दिए गए लिंक पर तुरंत क्लीक करें 👇👇👇👇👇👇👇 https://techadvicesps0
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read moreVandana
,,,,,,, हर चीज परफेक्ट नहीं हो सकती,,कई बार परफेक्शन की आदत हमें विचलित कर देती है,,और हम अपनी जिंदगी के अनमोल पल गंवा देते हैं,,मुझे लगता है शायद इ
हर चीज परफेक्ट नहीं हो सकती,,कई बार परफेक्शन की आदत हमें विचलित कर देती है,,और हम अपनी जिंदगी के अनमोल पल गंवा देते हैं,,मुझे लगता है शायद इ #beautifullife #lifeimportance
read morelalitha sai
एक कथा.. जिस कथा में हो एक ऐसा अर्थ सबके सोच के परे हो... कुछ लघुकथा ऐसे दिल चुरा लेते है.. कोई सोच भी नहीं सकता.. अंत में एक सुकून के एहसास को.. दिल और दिमाग़ में छा जाते है.. बहुत पहले से ही मैं शॉर्टफ़िल्म के शौकीन हूँ.. कुछ कुछ शॉर्टफिल्म्स ऐसे होते है.. जिसे title कुछ अलग होता है.. देखने के बाद पता चले.. कितना म
बहुत पहले से ही मैं शॉर्टफ़िल्म के शौकीन हूँ.. कुछ कुछ शॉर्टफिल्म्स ऐसे होते है.. जिसे title कुछ अलग होता है.. देखने के बाद पता चले.. कितना म
read moreVandana
मन को चाहिए तसल्ली और आराम दिमाग तो करता है काम ही काम कभी विचारों में उलझा रहता कभी भाव तोल में डूबा रहता,, ''ज्यादा काम ज्यादा बातें ज्यादा भीड़ भाड़ बिखरा हुआ उलझा हुआ नहीं पसंद है मन को मन को चाहिए शांति शीतलता प्रेम एकांत दिमाग को जल्दी से जल्दी रहती है कि चलो सब ठीक करते हैं सब सही करते हैं मन आलसी है सुस्तता रहता है,,, मेहनत और काम से भागता है मन दिमाग खींच
दिमाग को जल्दी से जल्दी रहती है कि चलो सब ठीक करते हैं सब सही करते हैं मन आलसी है सुस्तता रहता है,,, मेहनत और काम से भागता है मन दिमाग खींच #kuku #दिमाग_और_दिल #मनवाबेपरवाह
read moreAnuradha T Gautam 6280
ये जो शांत सी औरतें होती हैं ना वो जो हमेशा मुस्कुराती रहती हैं बड़ी विचित्र होती हैं किसी और ही माटी की बनी हो जैसे इन्हें हमेशा मुस्कुरा #विचार
read moreYashpal singh gusain badal'
जब आप स्वयं जज बन कर हर किसी को जज करने लगते हैं तब हम अच्छे और बुरे की अनंत प्रक्रिया में फँस जाते हैं और हम अनायास ही जिंदगी भर अच्छे और बुरे के दो हिस्सों को मान्यता प्रदान करने वाले समूह के सह यात्री बन जाते हैं । यदि हम चीजों को केवल गुणों के हिसाब से ही देखें और मानें की किसी में अवगुण जैसी कोई चीज होती ही नहीं है जैसे सांप में मौजूद जहर उसका गुण है जैसे शेर का हिंसक होना उसका गुण है यह बात अलग है कि हमारे लिए कुछ उपयोगी है और कुछ अनुपयोगी है लेकिन अनुपयोगी का मतलब यह नहीं है कि हम यह समझें कि वह बुरी चीज है या दुर्गुण है ।आप यह समझ लें प्रकृति में जो भी है उसे उसी रूप में स्वीकार करना चाहिए।प्रकृति में कोई भी किसी के जैसा नहीं है ,सबके अलग-अलग गुण हैं और इस प्रकृति को जीवंत रखने में सबका योगदान है । आप अपने अल्पज्ञान के कारण जज बन कर किसी को अच्छा और किसी को बुरा घोषित करते रहते हो । जबकि प्रकृति के अन्य जीव निरदुर्भाव आपको इसी रूप में स्वीकार करते हैं . वे तो आपको जज नहीं करते ! एक पेड़ दूसरे को जज नहीं करता।एक फूल,एक नदी,एक पर्वत,हवा,पानी आपको जज नहीं करते ! वे सब अपना कार्य करते हैं। और इसी लिए उनके कार्य में इतना परफेक्शन होता है ।दुनियां में हर चीज का अपना-अपना महत्व है। सब इंजीनियर होंगे या सब IAS बन जायेंगे तो दुनियां का काम रुक जाएगा ।इसलिए जितना महत्व साल का है तो उतना ही महत्व सेकंड का है । हर कोई महत्वपूर्ण है । हम सभी इस पृथ्वी के जीवन श्रृंखला के अंग हैं । एक दूसरे के बिना अधूरे हैं । न कोई बड़ा न छोटा ।सब सहयोगी हैं सब उपयोगी हैं । बस हम नहीं जानते कि इस जीवन श्रृंखला में किसी की क्या उपयोगिता है और यही अज्ञानता हमें अच्छा बुरा छोटा बड़ा का अहसास करवाती है । । ©Yashpal singh gusain badal' #Childhood जब आप स्वयं जज बन कर हर किसी को जज करने लगते हैं तब हम अच्छे और बुरे की अनंत प्रक्रिया में फँस जाते हैं और हम अनायास ही जिंदगी भर
#Childhood जब आप स्वयं जज बन कर हर किसी को जज करने लगते हैं तब हम अच्छे और बुरे की अनंत प्रक्रिया में फँस जाते हैं और हम अनायास ही जिंदगी भर #विचार
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