Find the Latest Status about सिंधु जल समझौता from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, सिंधु जल समझौता.
कलम की दुनिया
मैं जल हूँ तुम्हारा कल हूँ मेरे प्रत्येक बुंद से तुम्हारा आस मेरे कण कण में तुम्हारा श्वास मै देव नहीं लेकिन कण कण में व्याप्त हूँ मैं जल हूँ तुम्हारा कल हूँ मेरे होने से तुम्हारा कल था आज है कल होगा मैं तुम्हारा अस्तित्व हूँ मैं जल हूँ तुम्हारा कल हूँ मैं शुद्ध मुझे अशुद्ध तुमने किया मैं अमर मुझे मर(खत्म होने के कगार पर) तुमने किया मैं कण कण में जन जन के लिए मुझे कुछ जन के लिए बोतलों में व्याप्त तुमने किया मैं प्रत्येक जीव का श्वास हूँ मैं जल हूँ तुम्हारा कल हूँ मैं जल हूँ तुम्हारा कल हूँ तुम्हारे कल के लिए तुमसे कह रहा हूँ मुझे बर्बाद करोगे खुद को नष्ट करोगे एक के जगह हजार बुंद प्रयोग करोगे कल एक बुंद को तरसोगे मेरी संरक्षण करोगे खुद को जीवनदान दोगे मैं तुम्हारे कल के लिए तुमसे ये सब कह रहा हूँ मैं तुम्हारा कल हूँ मैं जल हूँ मैं तुम्हारा कल हूँ ©कलम की दुनिया #जल
लेखक ओझा
White कुछ जुगनू जल–बूझ रहे है फिर भी रात सुहानी है क्योंकि संघर्ष ही मेरी कहानी है।। ©लेखक ओझा #Night कुछ जुगनू जल बुझ रहे
Anuj Ray
White इक वक्त के बिछड़े दिलों की दास्तान के पन्ने, न जाने कब से बर्फ की परत में ढके थे। बह बह के आंसुओं का जम गया था समंदर, खुली हवा में, आहिस्ता आहिस्ता पिघल रहे हैं। टूटा है पहाड़ गलत फहमी का, मुद्दत के बाद आज फिर से, पुरानी यादों के अलाव जल रहे हैं। ©Anuj Ray # यादों के अलाव जल रहे हैं"
MमtA Maया
समझदार होना बहुत बड़ी सज़ा है ©MमtA Maया 28/3/24 समझदार मतलब समझौता
कलम की दुनिया
व्यर्थ जो कर रहे हो मुझे अर्थ मेरा समझ आएगा तरसोगे एक एक बूंद के लिए पर मुझ तक पहुंच न पाओगे उस दिन तुम्हे मेरा अर्थ समझ आएगा ©कलम की दुनिया #जल
Krishna
मछली जल की रानी हे जीवन उसका पानी है हाथ लगाओ दर जायेगी बाहर निकलो मर जायेगी ©Krishna #मछली जल की रानी हे #
Krishna
मछली जल की रानी हे जीवन उसका पानी है हाथ लगाओ दर जायेगी बाहर निकलो मर जायेगी ©Krishna ##(Gमछली जल की रानी है #ingerTea
Shashi Bhushan Mishra
लहरों से लड़ना पड़ता है, समझौता करना पड़ता है, बात गुज़र जाए जब हद से, बहुत हुआ कहना पड़ता है, खट्टी-मीठी याद संजोकर, कभी-कभी तहना पड़ता है, कश्ती हो मझधार ख़ुदाया, दरिया संग बहना पड़ता है, कोशिश हो नाकाम अगरचे, मन ही मन सहना पड़ता है, होते जब हालात न वश में, हाँ जी हाँ करना पड़ता है, ज़ज़्बातों पे काबू रखकर, जीवन में बढ़ना पड़ता है, बची रहे शाख 'गुंजन' की, दोष गले मढ़ना पड़ता है, -शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' चेन्नई तमिलनाडु ©Shashi Bhushan Mishra #समझौता करना पड़ता है#
Gondwana Sherni 750
"न राग है, न आवाज है मेरे शब्दों में खामोशी का इलाज है मेरे शब्दों में किसी से व्यक्तिगत दुश्मनी नहीं, निशाने पर समाज है मेरे शब्दों में बड़े-बडो़ं की पोल खोल तो दूं मगर, छोटे-बड़े का लिहाज है मेरे शब्दों में अश्लीलता परस्त आज के जमाने में, शर्मो हया और लाज है मेरे शब्दों में सच ही सत्य है, सच ही इबादत है, पुरखा और उनकी धरोहर है मेरे शब्दों में जल जंगल जमीन पुरखा जोहार preeti uikye 750 03/03/24 ©Gondwana Sherni 750 #RoadTrip जल जंगल जमीन
Shashi Bhushan Mishra
जो मेरे गुण-दोष हैं उसके ही अनुरूप मिलेगा फल, वहाँ नहीं होती अनदेखी चलता नहीं है कल बल छल, सबके दिल की सुन लेता है करता दया निधान प्रभु, बड़ा दयालू है जगदीश्वर कहते सभी भक्त वत्सल, रखो साफ दिल के दर्पण को शांति प्रकट हो जाएगी, दिखता तभी रूप जल में जब होती नहीं कोई हलचल, दु:ख की पीड़ा से बचना है तो दिल की आवाज़ सुनो, मुश्क़िल हो जाएगा बचना माया का फैला दलदल, निर्मल मन ज्यों शाख लचकती बचती झंझावातों से, मन का मैल नहीं मिटता है धोने से तन को मलमल, मय कुटुंब सानंद गुजारो जीवन के दिन दुनिया में, काल न बाल करेगा बांका नाम जपो हरि का प्रतिपल, खिलते फूल ज्ञान के 'गुंजन' होता सफल तभी जीवन, सहज भाव लाती कोमलता हृदय बना देती समतल, ---शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' चेन्नई तमिलनाडु ©Shashi Bhushan Mishra #दिखता तभी रूप जल में#