Find the Latest Status about धरक from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, धरक.
Anjali Singhal
aarivpandey
मेरी मोहब्बत बेजुबा होती रही दिल की धरकानें अपना वजूद रही कोई नही आया मेरे खुद के करीब एक बारीश थी जो मेरे जो साथ रोती रही ©aarivpandey मेरी मोहब्बत बेजुबा होती रही दिल की धरकानें अपना वजूद रही कोई नही आया मेरे खुद के करीब एक बारीश थी जो मेरे जो साथ रोती रही #aariv #aarivp
Sunita Sharma
हवा बन आपकी सांसों में हैं यूँ समाए हुए..! खुशबू बन बिखरे हुए हैं तुम्हारे एहसासों में..! धड़कन से धड़क रहे हैं तुम्हारे सीने में..! कितने नादान हो फिर भी तुम पूछते हो हम कहां हैं..! ©Sunita Sharma #merikHushi #हवा #धरकन #सांस
shamawritesBebaak_शमीम अख्तर
मैं एक रोज समेट कर चल दूँगी अपनी सभी हसरते, मेरी पसंदीदा उल्फते और अलमारी में रखी अपने रंग बिरंगे लिबास,सब संभाल के रखे गए चुन-चुन कर लिए चुन्नी,दुपट्टे..... अच्छे बुरे वक्त में लिखी गई मेरी डायरियाँ और मन को बहलाने के लिए खुद् से लिखी गई गजल,नज़्म कोट्स,कविताएं.... वालिदेन से तोहफे में मिले सोने चाँदी के गहनें,कांच की हरी हरी चूड़ियां, वो गुलाबी लिपस्टिक,काजल, गुलाबजल की महक,हराम हलाल की तमीज,..... अकेलेपन को खर्च करने बाबत बनाई गई पेंटिंग, सिलाई और कपड़ों पर किए जाने वाले पेचवर्क कशीदे कई तरह के रंग-बिरंगे धागे और सरगम सुनाती पायजेबे.... घर के आंगन में छोटा सा खिज्र नुमा वो दरे दयार,जिसपे मैं बरसो बरस रहती रही,सब्जा उगाती,और वक्त बिताती रही.... घर से मिला चीड़चिड़ापन दुनिया भरकी वो इलाज की पर्चियां, और जानलेवाबिमारी की डिब्बे भरी गोली दवाइयां,.... वो मेरी हसीन प्यारी प्यारी मखमली बेटियों की, सुसराल को जाती हुई विदाईयां,और आईने से रूबरू होती हुई मेरी तुम्हारी परछाइयां..... मैं जब समेट कर चल दूंगी बावर्ची खाने की लजीज लज्जते, अपने दस्त में,उठा कर चल पडूंगी,तब ज्यों की त्यों सारी लियाकते अपने ही सिर पे टोकरी में धरकर...... अब बोलो क्या बचेगा,इस घर में,सिवाय तुम्हारी अना,जबर,और चंद जोड़ी कपड़ों के सिवा....????? shamawritesBebaak ©shamawritesBebaak_शमीम अख्तर #Baatein मैं एक रोज समेट कर चल दूँगी अपनी सभी हसरते, मेरी पसंदीदा उल्फते और अलमारी में रखी अपने रंग बिरंगे लिबास,सब संभाल के रखे गए चुन-चुन
chandan
आज भी मेरी धरकन उतनी ही तेज हो जाती है जितनी कल हुआ करता था ये सुन कर कि सुनते हैं शादी लग गई है । फिर मुझे पूछना पड़ता है मेरी या किसी और की जवाब मिलता है तुम्हारी बात कर रहा हूँ तब जाकर मेरी जान में जान आती है यह सोच कर कि भगवान उसे अब तक मेरे लिए बचाए रखा है । इसी भ्रम में कई वर्षो से जीते आ रहा हूँ। ©chandan आज भी मेरी धरकन उतनी ही तेज हो जाती है जितनी कल हुआ करता था ये सुन कर कि सुनते हैं शादी लग गई है । फिर मुझे पूछना पड़ता है
atrisheartfeelings
अस मैं अधम सखा सुनु मोहू पर रघुबीर। कीन्हीं कृपा सुमिरि गुन भरे बिलोचन नीर॥ जानतहूँ अस स्वामि बिसारी। फिरहिं ते काहे न होहिं दुखारी॥ एहि बिधि कहत राम गुन ग्रामा। पावा अनिर्बाच्य बिश्रामा॥ पुनि सब कथा बिभीषन कही। जेहि बिधि जनकसुता तहँ रही॥ तब हनुमंत कहा सुनु भ्राता। देखी चहउँ जानकी माता॥ जुगुति बिभीषन सकल सुनाई। चलेउ पवन सुत बिदा कराई॥ करि सोइ रूप गयउ पुनि तहवाँ। बन असोक सीता रह जहवाँ॥ देखि मनहि महुँ कीन्ह प्रनामा। बैठेहिं बीति जात निसि जामा॥ कृस तनु सीस जटा एक बेनी। जपति हृदयँ रघुपति गुन श्रेनी॥ #atrisheartfeelings #ananttripathi #sundarkand #sunderkand अस मैं अधम सखा सुनु मोहू पर रघुबीर। कीन्हीं कृपा सुमिरि गुन भरे बिलोचन नीर॥7॥
atrisheartfeelings
रामायुध अंकित गृह सोभा बरनि न जाइ। नव तुलसिका बृंद तहँ देखि हरष कपिराई॥ लंका निसिचर निकर निवासा। इहाँ कहाँ सज्जन कर बासा॥ मन महुँ तरक करैं कपि लागा। तेहीं समय बिभीषनु जागा॥ राम राम तेहिं सुमिरन कीन्हा। हृदयँ हरष कपि सज्जन चीन्हा॥ एहि सन सठि करिहउँ पहिचानी। साधु ते होइ न कारज हानी॥ बिप्र रूप धरि बचन सुनाए। सुनत बिभीषन उठि तहँ आए॥ करि प्रनाम पूँछी कुसलाई। बिप्र कहहु निज कथा बुझाई॥ की तुम्ह हरि दासन्ह महँ कोई। मोरें हृदय प्रीति अति होई॥ की तुम्ह रामु दीन अनुरागी। आयहु मोहि करन बड़भागी॥ चौपाई लंका निसिचर निकर निवासा। इहाँ कहाँ सज्जन कर बासा॥ मन महुँ तरक करैं कपि लागा। तेहीं समय बिभीषनु जागा॥1॥ भावार्थ:-लंका तो राक्षसों के
Shayar aniket
जब से तेरी चाहत अपनी ज़िन्दगी बना ली है, हम ने उदास रहने की आदत बना ली है, हर दिन हर रात गुजरती है तेरी याद में, तेरी याद हमने अपनी इबादत बना ली है. ©Aniket shukla मेरे दिल कि धरकन #Nojoto #Shayari #shayari_dil_se
A J
Beauty with brain :- कांटे वाली लकड़ी biggest scam (सबसे बड़ी भूल) (Description below) बहुत समय पहले एक मूवी देखी थी जिसमें तकिया कलाम था ब्यूटी विद ब्रेन लाइन सुनने में अच्छी लगी और जैसे हादसे नही भूलते मानस पटल पर अंकित हो ग
J Narayan
“ रहमत “ (Read the poem in caption 👇🏻) क्या दुआ दें उसे, जिसपे रहमत खुदा की हो। बस कह सके तो इतना ही कहेंगे, की हर वक़्त आपके अंदाज़े-गुफ़्तगू में एक दिलकश अदा सी हो।। शाम की छां