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Anjuman_e_alfaaz (Govind kushwah)
अब और इश्क नहीं बस खुद्दारी चाहिए जो मेरी सफलता का ताला खोल सके वो चाबी चाहिए खुद्दारी
आलोक अग्रहरि
अपनी खुद्दारी को जिंदा रखना चाहिए, मौत भी आये तो अडिग रहना चाहिए।। ✍️✍️✍️आलोक अग्रहरि खुद्दारी
Ankush Tiwari
मैं जो कल था वो ही आज हूँ और कल भी वो ही रहूँगा आप चाहें मुझसे मेरा सब कुछ ले लो पर मेरी खुद्दारी हमेशा मेरे साथ रहेगी #खुद्दारी
ujjwal abhishek
बाप के पैसे से गुजर चलाने वाले तेरी औकात ही क्या जमीं पर पैर आए ही नहीं और चले हमें खुद्दारी सिखाने। #खुद्दारी
Kamal Karma
खुदा से भी कभी अपने लिए जन्नत नहीं मांगी, ग़नीमत है , कि मैंने हाथ से मिन्नत नहीं मांगी, सबब तो पूछते है लोग इस नाकामयाबी का, मगर ज़मीर कि ख़ातिर कहीं कीमत नहीं मांगी, © कमल कर्मा"के.के." #खुद्दारी
Prashant Mishra
अना अपनी ज़रा सी बात पे ज़ाया नहीं करते किसी के सामने हम हाथ फैलाया नहीं करते भले ही भूख से मर जाएं, पर खुद्दार हैं इतने किसीसे माँगकर रोटी कभी खाया नहीं करते मग़र यदि प्यार से दे जाए कोई नून-रोटी भी तो हम उस प्रेम के तोहफ़े को ठुकराया नहीं करते भले ही काम की हो बात, पर लहज़े से ना बोले तो फिर उस शख़्स से एक लफ्ज़ बतियाया नहीं करते --प्रशान्त मिश्रा अना- स्वाभिमान, ज़ाया- व्यर्थ, नून- नमक, बतियाया- बातचीत करना खुद्दारी
Prashant Mishra
मैं इस ऊँचाई तक पहुँचा हूँ लाखों सीढियां चढ़कर 'ख़ुशी' तकदीर में आई हजारों 'दर्द' से लड़कर भला मैं क्यूँ चरण चूमूँ किसी सरकार के साहब मैंने पैसे कमाए भी अगर तो... 'शायरी' पढ़कर --प्रशान्त मिश्रा #"खुद्दारी"
Ajay Kumar Mishra
तुम हार का इल्जाम हमारे ऊपर लगा देना। तुम जीत का सेहरा अपने सर पर सजा लेना। अच्छा नहीं दीवारों पर लिख लिख कर इल्जाम लगाना। गुनाहगार तो हम हैं,अब छोड़ दो गैरों को सताना। कीमत मैं भी जानता हूं,तेरे ईमानदारी का। अब तू फेक दे चोला झूठी मूठी खुद्दारी का। ©Ajay Kumar Mishra खुद्दारी
Neel Tiwari
खुद्दारी भी *लाजमी थी मैरे दोस्तो,,,,,,,,, उसने हाथ *छुड़ाया तो हमने *छोड़ दिया....! **खुद्दारी
muntazir ashq
वाकिफ नहीं है मेरे तरीके से ये शहर, मैं माफ नहीं करता हूं यूं ठुकराकर, कश्तियां जलाई है खुद के भरोसे पे हमने, ये दरिया हमें समझ रहा है मुसाफिर आकर कोई कहे तो जरा इन तूफ़ानों से जाकर, हमने सूरज बुझाएं है अंधरो में जाकर #खुद्दारी